देश के राष्ट्रीय मार्गों पर लड़ाकू विमानों को उतारना व उड़ाना बहुत बड़ी उपलब्धि : गृह मंत्री

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भारत के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री बधाई के पात्र

युद्ध के समय इस प्रकार की लैंडिंग स्ट्रिप होगी मददगार साबित

चंडीगढ़, 10 सितंबर :  हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि देश के राष्ट्रीय मार्गों पर लड़ाकू विमानों को उतारना और उड़ाना देश की बहुत बड़ी उपलब्धि है।

उन्होंने आज ट्वीट करके कहा कि “देश के राष्ट्रीय मार्गों पर लड़ाकू विमानों को उतारना और उड़ाना देश की बहुत बड़ी उपलब्धि है उसके लिए #नितिनगडकरी भारत के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री बधाई के पात्र है।”

श्री विज ने कहा कि युद्ध के समय इस प्रकार की लैंडिंग स्ट्रिप मददगार साबित होगी। इसका इस्तेमाल युद्ध के समय वायुसेना के लड़ाकू विमान लैंडिंग के लिए भी कर सकेंगे। वजह है कि युद्ध के समय ज्यादातर दुश्मन वायुसेना के एयर बेस को तबाह कर देती है, ऐसे हालात में ये हवाई पट्टी वायुसेना के विमानों के लिए काफी कारगर साबित होती है।

उल्लेखनीय है कि गत दिवस केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने भारतीय वायुसेना के विमानों के लिए राजस्थान के बाड़मेर में राष्ट्रीय राजमार्ग-925 पर गंधव भाकासर खंड पर एक इमरजेंसी लैंडिंग स्ट्रिप का उद्घाटन किया था। वायुसेना के विमान ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर मॉक इमरजेंसी लैंडिंग भी की। वायुसेना का सुखोई एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान और सी-130जे सुपर हरक्युलिस विमान शामिल थे।

गौरतलब है कि पाकिस्तान बॉर्डर से ये एयरस्ट्रिप कुछ ही दूरी पर है, यह सिद्ध करता है कि भारत किसी भी चुनौती के लिए हमेशा तैयार है। तीन किलोमीटर लंबे इस स्ट्रेच को 19 महीने में तैयार किया गया है। ऐसे में इस इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड का निर्माण, मन में उत्साह भी पैदा करता है और सुरक्षा के प्रति एक विश्वास भी देता है।

बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने वायुसेना के लिए एक आपातकालीन लैंडिंग सुविधा के रूप में एनएच-925ए के सट्टा-गंधव खंड के 3 किलोमीटर के खंड को विकसित किया है। यह गगरिया-बखासर और सट्टा-गंधव खंड के नव विकसित दो लेन के पक्के कंधे का हिस्सा है, जिसकी कुल लंबाई 196.97 किलोमीटर है। भारतमाला परियोजना के तहत इस परियोजना की लागत 765.52 करोड़ होगी।

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