नई दिल्ली : केंद्र सरकार देशभर में कोविड-19 टीकाकरण का दायरा बढ़ाने और टीके लगाने की गति को तेज करने के लिये प्रतिबद्ध है। कोविड-19 के टीकों की सर्व-उपलब्धता का नया चरण 21 जून, 2021 से शुरू किया गया है। टीकाकरण अभियान को अधिक से अधिक वैक्सीन की उपलब्धता के जरिये बढ़ाया गया। इसके तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में पूर्व सूचना प्रदान की गई, ताकि वे बेहतर योजना के साथ टीके लगाने का बंदोबस्त कर सकें और टीके की आपूर्ति श्रृंखला को दुरुस्त किया जा सके। #COVISHIELD और #Covaxin, SARS-CoV2 के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ काम करते हैं। डेल्टा प्लस वेरिएंट DeltaPlusVariant पर टीके के प्रभाव की जांच के लिए परीक्षण चल रहे हैं. यह जानकारी आई सी एम् आर के महानिदेशक ने प्रेस वार्ता में दी.
देशव्यापी टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क कोविड वैक्सीन प्रदान करके उन्हें समर्थन दे रही है। टीकों की सर्व-उपलब्धता के नये चरण में, केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं से 75 प्रतिशत टीके खरीदकर उन्हें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क प्रदान करेगी। मई में जहां 3 लाख से ऊपर मामले सामने आ रहे थे वो अब घटकर 53000 पर पहुंच चुके हैं. पिछले एक हफ़्ते में भी दर्ज़ मामलों में 24 % कमी आई है. ये आंकड़े स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज प्रेस वार्ता में ज़ारी किए।
केंद्र सरकार द्वारा निशुल्क और राज्यों द्वारा सीधी खरीद व्यवस्था के तहत अब तक वैक्सीन की 30.54 करोड़ से अधिक (30,54,32,450) खुराकें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रदान की गई हैं।
आज आठ बजे सुबह तक उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से उपरोक्त खुराकों में से बेकार हो जाने वाली खुराकों को मिलाकर कुल 29,04,04,264 खुराकों की खपत हो चुकी है।
अभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 टीके की 1.50 करोड़ से अधिक (1,50,28,186) खुराकें बची हैं और इस्तेमाल नहीं हुई हैं, जिन्हें लगाया जाना है।
इसके अलावा, टीके की 47,00,000 से अधिक खुराकें तैयार हैं और अगले तीन दिनों के भीतर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मिल जायेंगी।
अब तक कुल : 30.79 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं :
हेल्थकेयर कर्मचारी : 1.74 करोड़
फ्रंटलाइन वर्कर : 2.65 करोड़
45 वर्ष से ऊपर : 18.76 करोड़
18-44 के बीच : 7.64 करोड़
जांच क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है, मामलों में आ रही कमी के बावजूद देश में औसतन प्रतिदिन 17.58 लाख जांच की जा रही है.
RNA वायरस का म्यूटेशन एक सामान्य प्रक्रिया है जिसकी निगरानी की जाती है ताकि,
– रोग संक्रमण
-रोग संबंधी उग्रता
-दोबारा संक्रमण
-वैक्सीन प्रभाव
-उपलब्ध जांच और दवाएं
के संबंध में पता लगाया जा सके.
मई में जहां 3 लाख से ऊपर मामले सामने आ रहे थे वो अब घटकर 53000 पर पहुंच चुके हैं. पिछले एक हफ्ते में भी दर्ज मामलों में 24 % कमी आई है. आशा करते हैं कि देश में मामले कम होंगे पर याद रहे इसके लिए हमें कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना है.