गुरुग्राम : द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय गुरुग्राम के समाजशास्त्र विभाग की ओर से आज व्याख्यान श्रृंखला के तहत प्रथम ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया. व्याख्यान का विषय “फील्ड वर्क कैसे करें एवं फील्ड वर्क रिपोर्ट कैसे लिखी जाती है” था। व्याख्यान श्रृंखला के सूत्रधार तथा समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रोफेसर भूप सिंह गौड़ ने प्राचार्य डॉ वीरेंद्र आंतिल संरक्षक तथा मुख्य वक्ता प्रोफेसर देशराज से सभी प्रतिभागियों का परिचय कराया. उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ समाजशास्त्री इसमें अपना व्याख्यान देंगे. इस वर्ष समाजशास्त्र विभाग, कोरोना महामारी के दौरान दिनचर्या का निर्माण तथा उसमें अनुकूलन के लिए बदलाव विषय पर शोध कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
व्याख्यान श्रृंखला के संरक्षक तथा कॉलेज के प्राचार्य डॉ वीरेंद्र आंतिल ने अपने संबोधन में कहा कि समाजशास्त्र विभाग, विश्वविद्यालय स्तर पर 6 गोल्ड मेडल हासिल कर अपनी श्रेष्ठता स्थापित कर चुका है. उन्होंने कहा कि समाजशास्त्र विभाग के सदस्य तथा विद्यार्थी एवं इसमें भाग लेने वाले 13 राज्यों के 236 सदस्यों को अपने शोध का विषय समाज तथा इससे फैली कुरीतियों के उन्मूलन के उपाय तथा इस वर्ष उनका विषय कोरना महामारी का समाज पर पड़ने वाले सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव होना चाहिए।
मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल प्रमुख समाजशास्त्री प्रोफ़ेसर देशराज ने सभी को फील्ड वर्क की विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने प्रतिभागियों को इसके विभिन्न चरण, शोध समस्या के चुनाव से लेकर संदर्भ सूची लेखन तक के बारे में समझाया. उन्होंने फील्ड वर्क करने के बाद रिपोर्ट लिखते समय किन किन बातों की सावधानियां बरतनी चाहिए इस पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने व्याख्यान श्रृंखला में शामिल हुए सभी प्रतिभागियों के प्रश्नों के भी उत्तर दिए।
व्याख्यान श्रृंखला में सचिन एवं रेनू ने संयुक्त रूप से संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की. आशा एवं डॉ सुनीता ने संयुक्त रूप से इस श्रृंखला में भाग लेने वाले सभी अतिथियों, वक्ताओं एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
आज की व्याख्यान श्रृंखला में देश के 13 राज्यों के प्रतिनिधि डिजिटल माध्यम से शामिल हुए. इनमें हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, आसाम एवं उड़ीसा के विद्यार्थियों के अलावा प्रमुख समाजशास्त्री डॉ सुबोध, डॉ दीप्ति, डॉ प्रीति, डॉक्टर मोहिन्दर, डॉक्टर जगसीद , डॉक्टर अनुपम, डॉक्टर वितोय ज्योति दास, डॉक्टर टीना, डॉक्टर अंजु, डॉ रणधीर एवं डॉ नूपुर सहित दर्जनों प्रतिनिधियों ने भाग लिया.