गुरुग्राम में अस्थायी कोरोना अस्पताल बनाने के लिए आगे आई एक दर्जन निजी व सरकारी कम्पनियाँ , एक सप्ताह में मिलेंगे लगभग 7 सौ बेड

Font Size

गुरूग्राम, 29 अप्रैल। गुरूग्राम जिला में आ रहे कोरोना मरीजो के लिए बैड, ऑक्सीजन , वेंटिलेटर आदि की व्यवस्था करने में जिला प्रशासन दिन-रात लगा हुआ है. यहां पर स्थित काॅर्पोरेट कंपनियों तथा संस्थाओं  से संपर्क करके सीएसआर के तहत उनसे अस्थाई अस्पतालों तथा अन्य आवश्यक चिकित्सीय उपकरणों का प्रबंध किया जा रहा है। इस मामले में कई कंपनियों ने प्रशासन को कोविड मरीजों के लिए प्रबंध करने में सहयोग देने का भरोसा भी दिलाया है। 

उपायुक्त डा. यश गर्ग के अनुसार हीरो मोटो काॅर्प, डीएलएफ, एम3एम, पाॅवर फाइनेंस काॅर्पोरेशन लिमिटिड, होंडा मोटर साईकिल एण्ड स्कूटर इंडिया प्राइवेट इंडिया लिमिटिड, टेनको आॅटोमोटिव प्राइवेट लिमिटिड, मिंडा ग्रुप, राईट्स लिमिडिट, इफको टोकियों जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटिड, विवेकानंद आरोग्य केंद्र, मैनकांइड फार्मा लिमिटिड, वेदांता ग्रुप , भारत सरकार के प्रिंसिपल साइटिफिक एडवाइजर कार्यालय आदि ने कोविड मरीजों के लिए सुविधाएं जुटाने में जिला प्रशासन को सहयोग देने का वायदा किया है। 

उन्होंने बताया कि हीरो मोटोकाॅर्प ने 100 बैड का अस्थाई कोविड अस्पताल बनाना शुरू कर दिया है, जो अगले एक सप्ताह या 10 दिन में तैयार होने का अनुमान है। इसी प्रकार, भारत सरकार के पीएसए कार्यालय की ओर से भी गुरूग्राम में 100 बैड के अस्थाई अस्पताल की व्यवस्था की जाएगी। एम3एम के सेक्टर 65 स्थित नवनिर्मित खाली फलैटो में भी 100 बैड के मेक शिफट अर्थात् अस्थाई अस्पताल का प्रबंध किया जा रहा है, जिसे हाल ही में मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी जिला अधिकारियों तथा स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ अपने गुरूग्राम दौरे के दौरान देखने गए थे। एम3एम डिवलेपर और मेदांता द मैडिसिटी के बीच तालमेल हुआ है. इसके अंतर्गत कम सीरीयस किस्म के कोविड मरीजो को मेदांता से वहां शिफट किया जाएगा और वे मरीज मेदांता के अनुभवी चिकित्सकों की देखरेख में रहेंगे। 

इसी प्रकार, डीएलएफ लिमिटिड ने भी 150 बैड का अस्थाई अस्पताल बनाना शुरू कर दिया है, जिसके लिए शहर के किसी अस्पताल के साथ उसका तालमेल करवाया जाएगा ताकि वहां से मरीजों को इस अस्थाई अस्पताल में शिफट किया जा सके और गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों के लिए बड़े अस्पताल में अतिरिक्त जगह बन सके। इस प्रकार के अस्थाई अस्पतालों को शहर के बडे़ अस्पतालों के साथ जोड़ा जाएगा ताकि वहां के अनुभवी और वरिष्ठ चिकित्सकों की सेवाएं इन मरीजों को मिल सके। डा. गर्ग ने बताया कि पाॅवर फाईनेंस काॅर्पोरेशन लिमिटिड ने भी सीएसआर के तहत एक मेक शिफट अस्पताल स्थापित करने का भरोसा दिलाया है। होंडा मोटर साईकिल एण्ड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लिमिटिड भी 100 बैड का अस्थाई अस्पताल बनाकर देगा।

 डा. गर्ग ने बताया कि मिंडा ग्रुप भी एक अस्थाई अस्पताल और आॅक्सीजन प्लांट लगाकर देगा। टेनेको आॅटोमेटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटिड ने कोविड ईलाज के लिए आवश्यक एक करोड़ रूप्ए के उपकरण उपलब्ध करवाने का वायदा किया है। इसी प्रकार, राईट्स कंपनी की ओर से सीएसआर के तहत 500 आॅक्सीमीटर और 70 आॅक्सीजन कंसनटेªटर उपलब्ध करवाए जाएंगे। विवेकानंद आरोग्य केंद्र में मैनकांइड फार्मा लिमिटिड के सहयोग से 65 बैड का अस्थाई अस्पताल बनाकर दिया जाएगा जिसमें आॅक्सीजन कंसनटेªटर, आॅक्सीजन सिलंेडर और अनुभवी चिकित्सकों की सेवाए भी शामिल होंगी।  उन्होंने बताया कि गुरूग्राम के सिविल लाईन्स क्षेत्र में जगह की पहचान की गई है जहां पर वेदांता गु्रप द्वारा 100 बैड का अस्थाई अस्पताल बनाया जाएगा जिसमें 90 बैड आईसीयू तथा 10 बैड वेंटिलेटर सुविधायुक्त होंगे।

डा. गर्ग ने कहा कि इन अस्थाई अस्पतालों में मरीजांे को ईलाज की सुविधा देने के लिए चिकित्सको और पैरामैडिकल स्टाफ की आवश्यकता होगी जिसके लिए पहले ही जिला प्रशासन ने सेवाएं देने के इच्छुक स्वयंसेवक चिकित्सको, सेवानिवृत हो चुके चिकित्सको तथा पैरामैडिकल स्टाफ से स्वयं को रजिस्टर करवाने की कार्यवाही शुरू की हुई है। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना से लड़ाई के लिए ये प्रबंध अंतिम नहीं हैं, इस प्रकार के आवश्यकतानुसार प्रबंधों में विस्तार किया जाता रहेगा फिर भी इन प्रबंधांे से कोविड मरीजों को काफी राहत मिलेगी।

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा के लिए आॅक्सीजन सप्लाई की अलोकेशन बढने का फायदा गुरूग्राम को भी मिलेगा। बुधवार को केंद्र सरकार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आग्रह पर हरियाणा की आॅक्सीजन अलोकेशन 162 मीट्रिक टन से बढाकर 232 मीट्रिक टन की गई है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने हरियाणा में आॅक्सीजन आपूर्ति बढाने के लिए राउरकेला से आॅक्सीजन एक्सपे्रस टेªन मंगवाने की कार्यवाही भी शुरू कर रखी है। बुधवार को फरीदाबाद से राउरकेला के लिए आॅक्सीजन एक्सपे्रेस टेªन को रवाना किया जा चुका है। 

You cannot copy content of this page