- गुरूग्राम के लिए नियुक्त माॅनिटरिंग अधिकारी एसीएस टी सी गुप्ता ने की तैयारियों की समीक्षा
- हरियाणा में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं – टी सी गुप्ता
- गुरूग्राम में रेमडेसिविर इंजेक्शन की 800 से ज्यादा वाईल उपलब्ध
गुरूग्राम, 19 अप्रैल। गुरूग्राम के सरकारी अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए बैड की संख्या बढाकर 800 की जाएगी, जो अभी 200 बेड के आसपास है। यह निर्णय आज हरियाणा सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी सी गुप्ता की अध्यक्षता में गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्रामगृृह में आयोेजित नोडल अधिकारियों की बैठक में गुरूग्राम जिला प्रशासन ने लिया है। प्रशासन ने श्री गुप्ता को विश्वास दिलाया है कि गुरूग्राम जिला के कोविड मरीजों के लिए अस्पतालों में बैड की कमी नहीं रहेगी।
ध्यान रहे कि हाल ही में हरियाणा सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रदेश के विभिन्न जिलों में कोविड से निपटने की तैयारियों के लिए मोनिटरिंग अधिकारी नियुक्त किया था। इस कड़ी में गुरूग्राम जिला में यह दायित्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अतिरिक्त मुख्य सचिव टी सी गुप्ता को दिया गया है। श्री गुप्ता ने आज गुरूग्राम पहुंचकर सभी नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें दिए गए दायित्वों की रिपोर्ट तलब की।
श्री गुप्ता ने बैठक में गुरूग्राम के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए बैड की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर बल दिया और कहा कि इससे संबंधित डाटा पोर्टल पर अपडेट करते रहें ताकि लोगों को पता चल सके कि किस अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए कितने बैड आरक्षित हैं और उनमें से कितने भरे हुए हैं। किस अस्पताल में बैड उपलब्ध हैं ताकि वह अपनी कोविड संक्रमण की स्थिति के अनुसार निर्णय ले सके कि उसे किस अस्पताल में जाना है। इससे मरीज का ईलाज जल्दी शुरू हो पाएगा और उसे बिना समय गवाएं आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं मिल पाएंगी। उन्हें गुरूग्राम के उपायुक्त डा. यश गर्ग ने बताया कि हर अस्पताल के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी की ड्यूटी लगाई गई है, जो उस अस्पताल में आईसीयू, वेंटिलेटर तथा आॅक्सीजन युक्त बैड पर दाखिल प्रत्येक मरीज का स्वास्थ्य चार्ट देखते हैं और पता लगाते हैं कि उसे वास्तव में उस श्रेणी के बैड की आवश्यकता है या नहीं। श्री गुप्ता ने हर अस्पताल के इंचार्ज अधिकारी से पूछा कि अस्पताल में कुल बैड की संख्या कितनी है, उसमें से कोविड मरीजों के लिए कितने आरक्षित हैं, कितने बैड भरे हुए हैं और कितने खाली हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि उपायुक्त द्वारा बैड आरक्षित करने के संबंध में जारी किए गए आदेशों को कड़ाई से लागू किया जाए। बैठक के बाद श्री गुप्ता गुरूग्राम के कुछ अस्पतालों तथा कंटेनमेंट जोन का मौका मुआयना भी करने गए।
उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा में आॅक्सीजन की कमी नही है। राज्य में 272 मीट्रिक टन आॅक्सीजन का उत्पादन हो रहा है और प्रदेश में अब कोविड पीक समय मंे भी खपत 60 मीट्रिक टन के आस-पास है। श्री गुप्ता ने कहा कि किसी अस्पताल में सिलेंडर आदि की दिक्कत हो सकती है लेकिन आॅक्सीजन की सप्लाई की कोई दिक्कत नही है।
- हैल्पलाईन 1950 की 20 लाईनें 24 घंटे हो रही संचालित
गुरूग्राम में कोविड मरीजों के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा के दौरान टी सी गुप्ता को बताया गया कि कोविड मरीजों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन द्वारा हैल्पलाईन नंबर 1950 चलाया जा रहा है जिसका प्रबंधन अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पंवार देख रहे हैं। श्री पंवार ने बताया कि इस हैल्पलाईन नंबर की 20 लाईने 24 घंटे चल रही हैं जिन पर तीन शिफटों मंे 60 आॅपे्रटरों की ड्यूटी लगाई गई है। इन आॅपे्रटरों को एफएक्यू के अलावा सभी पीएचसी तथा एंबुलैंस आदि का डाटा दिया गया है। टी सी गुप्ता ने कहा कि हर शिफट के बाद आॅपे्रटरों की ब्रीफिंग और डी-ब्रीफिंग होनी चाहिए जिससे कि पता चल सके कि हैल्पलाईन पर किस प्रकार की क्वैरी आ रही हैं। उन्होंने कहा कि मिलेनियम सिटी का काॅल सैंटर अच्छा होना चाहिए।
- गुरूग्राम में 11244 मरीज हैं होम आइसोलेशन में
- मास्क नहीं पहनने वालों का पुलिस प्रतिदिन कर रही है चालान
बैठक में यह भी बताया गया कि गुरूग्राम में 11244 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। जिला में होम आइसोलेशन का 10 दिन का समय निर्धारित है और उन सबसे चिकित्सकों की टीम द्वारा काॅल करके हाल चाल पूछा जाता है। नगर निगम गुरूग्राम की अतिरिक्त आयुक्त जसप्रीत कौर ने श्री गुप्ता को टेस्टिंग लैब से लेकर होम आइसोलेशन तक की पूरी प्रक्रिया बताई। जसप्रीत ने बताया कि पाॅजिटिव पाए जाने वाले केस संबंधित पीएचसी को भेज दिए जाते हैं। उनमें से जो नहीं मिलते उनकी डिटेल गुरूग्राम पुलिस को भेजी जाती है। पिछले एक सप्ताह में पुलिस को 3300 केस भेजे गए जिनमें से 1200 मामलों की सूचना मिल चुकी है।
बैठक में उपस्थित एसीपी उषा ने बताया कि अनटेªस पाॅजिटिव केसों को तलाशने के लिए जोन वाईज पांच टीमें लगी हुई हैं। उषा ने यह भी बताया कि कोविड प्रोटोकोल अर्थात् ठीक ढंग से मास्क नहीं पहनने वालों तथा सोशल डिस्टेंसिंग नियम की अवहेलना करने वालों के इस महीने के दौरान प्रतिदिन लगभग एक हजार चालान किए जा रहे थे जिनकी संख्या पिछले एक सप्ताह से बढाकर 1500 से 2000 तक कर दी गई है। साथ ही उन्होंने बताया कि यदि कोई गरीब व्यक्ति बिना मास्क के मिलता है तो उसका गुरूग्राम पुलिस चालान नहीं करती बल्कि उसे समझाकर उसको मास्क भी देती है।
- गुरूग्राम में बनाए गए हैं 119 कंटेनमेंट जोन
- कोविड मरीजों के लिए 18 आइसोलेशन सैंटर बनाए गए हैं
यह भी बताया गया कि सरकार की माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देशों के अनुसार गुरूग्राम में वर्तमान में 119 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इनमें डोर टू डोर थर्मो स्कैनिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 22 टीमें लगा रखी हैं। श्री गुप्ता को यह भी बताया गया कि जिला में 7 एंबुलैंस केवल कोविड मरीजांे के लिए निर्धारित की गई हैं। समीक्षा के दौरान नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त सुरेंद्र सिंह ने बताया कि कोविड मरीजों के लिए जिला में 18 आइसोलेशन सैंटर बने हुए हैं, जिनमें वर्तमान में 142 मरीज रह रहे हैं। यह भी बताया गया कि जिला में रेमडेसिविर इंजेक्शन की 800 से ज्यादा वाईल उपलब्ध हैं।
गुरूग्राम में कोविड मरीजों के लिए अस्पतालों, उनमें बैड की उपलब्धता, टेस्टिंग लैब आदि की सूचना ‘गुरूग्राम कोविड काॅमबैट कंपेनियन’ (जीसी3) पोर्टल पर देख सकते हैं। इसके अलावा, https://covidggn.com/public/pages/gurugram-hospitals पर भी यह सूचना देखी जा सकती है