कुरुक्षेत्र में ब्रहमसरोवर के पावन तट पर 2 लाख 25 हजार दीपक जला कर गीता महोत्सव-2020 का हुआ समापन

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चंडीगढ़ ,25 दिसम्बर : भगवान श्रीकृष्ण की कर्मस्थली कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शंखनाद और मंत्रोच्चारण के बीच दीपदान किया। इस दीपदान के साथ ही परम्परा अनुसार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2020 भी सम्पन्न हुआ। इस महाआरती की संध्या में दीपोत्सव मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा। इस दीपोत्सव में जहां ब्रहमसरोवर के पावन तट पर 2 लाख 25 हजार दीपक जलाएं गए वहीं कुरुक्षेत्र और 48 कोस के 134 तीर्थ स्थलों पर भी लाखों दीपक जलाए गए। इस समापन समारोह पर दीपोत्सव का यह दृश्य अदभुत और मनमोहक रहा।

कुरुक्षेत्र में ब्रहमसरोवर के पावन तट पर 2 लाख 25 हजार दीपक जला कर गीता महोत्सव-2020 का हुआ समापन 2


अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2020 में पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, खेलमंत्री संदीप सिंह, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचारक इन्द्रेश, सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा, राज्यपाल की सचिव एवं केडीबी सदस्य सचिव जी अनुपमा, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, मयमार के एम्बेसडर केयॉन अयुंग, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भारत भूषण भारती, वित्त विभाग के एसीएस टीवीएसएन प्रसाद, उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने मंत्रोंच्चारण के बीच विराट महाआरती में भाग लेकर दीपदान भी किया। इस आरती का मंत्रौच्चारण बलराम गौतम ने करवाया। अंतर्र्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में गीता और ब्रहमसरोवर आरती से पहले पवित्र ग्रंथ गीता के श्लौकों का उच्चारण शुरु हो गया था  । दीपों की रोशनी से ब्रहमसरोवर का पूरा तट जगमगा उठा और एक मनमोहक दृश्य नजर आया।


मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेशवासियों को दीपोत्सव और जयंती समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में गीता जयंती का यह समारोह दीपोत्सव के कारण बहुत अदभुत रहा और लाखों दीपों की दीपमाला से ब्रहमसरोवर ही नहीं कुरुक्षेत्र का दृश्य अदभुत नजर आया। भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की ही भूमि पर महाभारत के युद्घ के बीच एक ऐसा शांति का संदेश दिया जो आज गीता उपदेश नाम से पूरे विश्व को प्रकाशमय कर रहा है। इस पवित्र ग्रंथ गीता में जीवन जीने का सार वर्णित किया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के कार्यक्रमों को छोटा किया गया और आने वाले समय में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद के सानिध्य में गीता महोत्सव को और भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा। इस वर्ष कोरोना के कारण महोत्सव के कार्यक्रमों को आनलाईन प्रणाली से देश-विदेश तक पहुंचाया गया। इस महोत्सव के संत सम्मेलन, वैश्विक गीता पाठ, दीपोत्सव बेहतरीन कार्यक्रम रहे।


उन्होंने कहा कि केडीबी की व्यवस्थाओं को ओर आगे बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से बजट में इजाफा किया जाएगा। इसके साथ ही 48 कोस के 134 तीर्थों के विकास के लिए भी कार्य किया जाएगा। इस महोत्सव के 15 दिन के पखवाड़े को मनाने के लिए आने वाले समय में और अच्छे इंतजाम किए जाएंगे। इसके अलावा राज्यपाल की सचिव जी अनुपमा द्वारा रखे गए प्रस्ताव पर सन्निहित सरोवर पर महर्षी दधीचि का स्टेच्यू स्थापित किया जाएगा और ब्रहमसरोवर के आरती स्थल पर भव्य शैड का भी निर्माण किया जाएगा।


उन्होंने कहा कि हर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान कुछ न कुछ नए कार्यक्रम जोड़े जा रहे हैं और इसी कड़ी में आज 55 हजार स्कूली विद्यार्थियों, देश के 17 संस्कृत विश्वविद्यालयों व देश-विदेश के लाखों लोगों ने वैश्विक गीता पाठ के दौरान गीता के श्लोकों का एक साथ उच्चारण कर गीता के संदेश को न केवल देश में बल्कि विदेशों में पंहुचाने का एक नया कीर्तिमान कायम किया है। गीता का प्रचार-प्रसार वैश्विक स्तर पर पंहुचाने में काफी हद तक हम सफल हुए है, इसमें कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड तथा गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द जी महाराज का विशेष सहयोग रहा है।


उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने कहा कि 21 से 25 दिसम्बर तक चलने वाला अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव दीपदान की रस्म के साथ ही सम्पन्न हो गया है। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।


इस मौके पर एडीजीपी आलोक मितल, आईजी वाई पूर्ण कुमार, पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सीईओ केडीबी अनुभव मेहता, जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, रविन्द्र सांगवान, उपेन्द्र सिंघल, विजय नरुला ने महाआरती में भाग लिया ।

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