कांग्रेस जातिवाद से गोत्रवाद पर उतरी , गोत्र पर अभद्र टिप्पणी करना कुलदीप शर्मा की ओछी मानसिकता : हनुमान वर्मा

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हिसार 23 अक्टूबर । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व मेरा स्वाभिमान मेरा भारत के अध्यक्ष हनुमान वर्मा स्वाभिमानी ने प्रेस में जारी एक बयान में कहा कि गोत्र पर अभद्र टिप्पणी पूर्व स्पीकर व कांग्रेसी नेता कुलदीप शर्मा की संकीर्ण मानसिकता की परिचायक है ।

वर्मा ने कहा की माफी मांगने से कोई ओछी सोच दूर नहीं होती। इसकी तो सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने बल देते हुए कहा कि ऐसे लोगों को जब तक सजा नहीं मिलेगी तब तक ये लोग यू ही अभद्र टिप्पणियां करते रहेंगे ।

वर्मा ने कहा कुलदीप शर्मा की सोच ने यह दर्शा दिया कि आज भी वह मनुवादी व्यवस्था की पैरवी करते हैं । आज भी अपने आप को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं। कुछ दिनों पहले हर्षवर्धन भारद्वाज ने भी सिर्फ इसलिए हुक्के के हाथ नहीं लगाने दिया कि उनके छूने से हुक्का अछूत हो जाएगा ।  ऊंच नीच की राजनीति यह जात पात की राजनीति ऐसे लोगों को शोभा नहीं देती।

उन्होंने यह कहते हुए कटाक्ष किया कि कभी अपने आप को ये उच्चकोटि का ब्राह्मण कहते हैं। ये उच्चकोटी क्या होती है ? कभी यह लोगों को यह कहते हैं कि मैं पतरा देख कर आया हूं । यह अपना पतरा तो देख ले। इनके पतरे तो लोगों ने चुनाव में फाड़ दिए थे तभी तो कांग्रेस का राज नहीं आया और अब बरोदा में इस के पतरे फाड़े जाएंगे । यह प्रकांड पंडित तब कहां चला गया था । आखिर कब खत्म होगी ये ऊंच नीच ?

वर्मा ने कहा कि जो टिप्पणी कुलदीप शर्मा ने हमारे प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ पर की है वो अति निंदनीय है । भाजपा नेता ने कहा कि जिस व्यक्ति की ऐसी सोच है उसे बरोदा की जनता को चाहिए कि किसी भी गांव में घुसने ना दिया जाए। ताकि इस बड़बोले नेता को पता चले कि गोत्र पर टिप्पणी करना कितना महंगा पड़ता है। इन्हें इस बात की समझ नहीं है कि गोत्र की गाली कुनबे को लगती है । कांग्रेस ने हमेशा ही जातिवाद को बढ़ावा दिया है यह इसी बात का प्रतीक है। इस उपचुनाव में भी कांग्रेस जातिवाद का कार्ड खेलना चाहती है लेकिन अब उसकी पोल जनता के सामने खुल चुकी है । ये स्वयं भूपेंद्र सिंह हुड्डा के एजेंट हैं।

वर्मा ने कहा कांग्रेस पार्टी अब जातिवाद से आगे बढ़कर गोत्र वाद पर आ गई है । मतलब सूक्ष्म से सूक्ष्म समाज के हिस्से में भाईचारे को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।

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