नई दिल्ली : खरीफ विपणन सीजन (केएमएस) 2020-21 की शुरुआत के साथ, सरकार अपनी मौजूदा एमएसपी योजनाओं के अनुसार और पिछले सीजन में किये गए खरीद के अनुरूप, किसानों से एमएसपी पर खरीफ फसलों (2020-21) की खरीद कर रही है।
खरीफ 2020-21 के लिए धान की खरीद का कार्य सम्बंधित राज्यों में सुगमता से चल रहा है और 11 अक्टूबर, 2020 तक 3.57 लाख किसानों से लगभग 42.55 एलएमटी धान की खरीद की गयी है, जिसका एमएसपी मूल्य 8032.62 करोड़ रुपये है।
इसके अलावा, राज्यों से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान और आंध्र प्रदेश राज्यों के लिए खरीफ विपणन सीजन 2020 के दौरान 30.70 एलएमटी दालों और तिलहनों की खरीद की मंजूरी दी गई थी। इसके अतिरिक्त, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल राज्यों के लिए 1.23 एलएमटी कोपरा (पूरे साल उगाई जाने वाली फसल) की खरीद को भी मंजूरी दी गई थी। मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत दलहन, तिलहन और कोपरा की खरीद के प्रस्तावों की प्राप्ति पर अन्य राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों के लिए भी मंजूरी दी जाएगी, ताकि वर्ष 2020-21 के लिए अधिसूचित एमएसपी के आधार पर इन फसलों के एफएक्यू ग्रेड की खरीद, राज्य नामित खरीद एजेंसियों के माध्यम से केंद्रीय नोडल एजेंसियों द्वारा संबंधित राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में सीधे पंजीकृत किसानों से की जा सके, यदि अधिसूचित फसल अवधि के दौरान बाजार दर एमएसपी से कम हो जाती है।
11 अक्टूबर, 2020 तक, सरकार ने अपनी नोडल एजेंसियों के माध्यम से 606.56 मीट्रिक टन मूंग और उड़द की खरीद की है, जिसका एमएसपी मूल्य 4.36 करोड़ रुपये है। इससे तमिलनाडु, महाराष्ट्र और हरियाणा के 533 किसानों को लाभ मिला है। इसी तरह, 5089 मीट्रिक टन कोपरा की खरीद की गयी है, जिसका एमएसपी मूल्य 52.40 करोड़ रुपये है। इससे कर्नाटक और तमिलनाडु में 3961 किसानों को लाभ मिला है। कोपरा और उड़द के सन्दर्भ में, अधिकांश प्रमुख उत्पादक राज्यों में खरीद की दर एमएसपी से अधिक रही है। राज्य / केन्द्र शासित प्रदेश सरकारें मूंग और अन्य खरीफ दलहन और तिलहन के संबंध में आवक के आधार पर तय तिथि से खरीद शुरू करने के लिए आवश्यक तैयारी कर रही हैं।
खरीफ विपणन सीजन 2020-21 के दौरान बीज कपास (कापस) की खरीद 1 अक्टूबर, 2020 से शुरू हुई है और 11 अक्टूबर, 2020 तक कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा कुल 24863 गाठों की खरीद की गयी है, जिसका एमएसपी मूल्य 7545 लाख रुपये है। इससे 5252 किसान लाभान्वित हुए हैं।