-रोड़वेज डिपो में कार्यरत कर्मचारियों ने गुरुग्राम में की मीटिंग
-डिपो कर्मियों ने लगाया यूनियन पर अनावश्यक दबाव बनाने का आरोप
-कुछ कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं आने और जबरन हाजिरी बनाने के लिए करते हैं मारपीट
-कर्मचारियों ने की यूनियन के खिलाफ जम कर नारेबाजी
-कार्य निरीक्षक को दी क्लीन चिट , नियम के अनुसार काम करने वाला बताया
गुरुग्राम : गुरुग्राम रोडवेज डिपो में कार्यरत कार्यनिरीक्षक पर आरोप लगाये जाने के मामले को लेकर रोडवेज डिपो कर्मचारियों व यूनियन के बीच ठन गई है. जिस निरीक्षक पर यूनियन के पदाधिकारियों ने भेदभाव करने का आरोप लगाया है उन्हें डिपो कर्मियों ने आज क्लीन चिट दे दी है. अब इस मामले को लेकर यूनियन और डिपो कर्मियों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है. गुरुग्राम डिपो में कार्यरत अधिकतर कर्मियों ने निरीक्षक को पाक साफ़ बताते हुए नियमानुसार काम करने वाला अधिकारी बताया है जबकि यूनियन पर ही अनावश्यक दबाव बनाने का आरोप लगा दिया है. कर्मचारियों ने आज यूनियन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की और कार्य निरीक्षक के साथ चट्टान की तरह खड़ा होने का ऐलान कर दिया है.
गुरुग्राम रोडवेज डिपो में कार्यरत कर्मी जयभगवान के अनुसार गुरूग्राम के रोड़वेज डिपो में कार्यरत कर्मचारियों ने आज यूनियन की अनर्गल कारश्तानी को लेकर मीटिंग की. सभी कर्मी इस बात पर सहमत थे कि ऑल हरियाणा रोड़वेज वर्कर्स यूनियन के उस कदम का विरोध किया जाये जिसमें कार्य निरीक्षक पर तथ्यहीन आरोप लगाये गए हैं. मीटिंग में मौजूद कर्मियों ने यूनियन के खिलाफ खिलाफ नारेबाजी की। मीटिंग में शामिल हुए सभी कर्मचारियों ने कहा कि पिछले दिनों ऑल हरियाणा रोड़वेज वर्कर्स यूनियन के द्वारा कार्यनिरीक्षक पर जो आरोप लगाए गए वह पूर्णरूप से बेबुनियाद और निराधार हैं ।
उन्होने कहा कि सभी कर्मचारी कार्यनिरीक्षक की कार्यशैली से खुश हैं। मीटिंग में कर्मचारियों ने आरोप लगाया की कुछ लोग नियमानुसार ड्यूटी नहीं करना चाहते हैं और कोविड 19 की आड़ में अपने घरों पर रहते हुए हाजरी लगवाना चाहते हैं। कुछ गैरजिम्मेदार कर्मचारी चाहते हैं कि कार्य निरीक्षक उन्हें गैरकानूनी छूट दे और उनकी हाजिरी बनती रहे. ऐसे लोग कार्यनिरीक्षक पर झूठे आरोप लगा कर उन पर दबाव बनाना चाहते हैं।
कर्मचारियों ने कहा कि कार्यनिरीक्षक सरकार के द्वारा जारी गाईडलाईन के अनुसार ही कार्य कर रहे हैं. कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से कहा कि ये लोग कार्य निरीक्षक पर दवाब बनाकर घर बैठे अपनी हाजिरी लगवाना चाहते हैं जिसकी इजाजत कार्य निरीक्षक नहीं दे सकते । उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा कि कार्यनिरीक्षक ने कभी भी किसी भी कर्मचारी के साथ किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया है. लेकिन कुछ लोग अपने आप को यूनियन का बड़ा नेता बताते हैं और कहते हैं कि हमारी तो घर बैठे हाजरी लगेगी. बैठक में कर्मियों ने बताया कि ड्यूटी नहीं करने के आदी कुछ लोग यहाँ तक धमकी देते हैं कि जो अधिकारी ऐसा नहीं करेगा, हम उसका बिस्तर ही गुरूग्राम से गोल करवा देंगे। साथ ही कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि जब इन शरारती तत्वों को कार्यनिरीक्षक और डयूटी र्क्लक उनकी बारी पर डयूटी करने के लिए कहते हैं तो ये उनके साथ झगडा व मारपीट करने पर भी उतारू हो जाते हैं।
बैठक में यूनियन के खिलाफ कर्मचारियों ने जमकर अपनी भड़ास निकाली. उनका तो यहाँ तक कहना था कि ड्यूटी नहीं करने वाले यूनियन के नाम पर धौस दिखाते हैं और जबर्दशती कर्मचारियों से अपनी युनियन की पर्ची काटते हैं. अगर कोई कर्मचारी इसका विरोध करता है तो उसके साथ झगड़ा करते हैं। बैठक में प्रस्ताव पारित कर सभी कर्मचारियों ने कहा कि गुरूग्राम डिपो में कार्यरत सभी कर्मचारी कार्य निरीक्षक की कार्यशैली से पूर्ण रूप से संतुष्ठ हैं और कार्य निरीक्षक पर लगाए यूनियन के सभी आरोपों को सिरे से खारीज करते हैं।