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नई दिल्ली : वह घडी आ गई है जिसका भारत की तीनों सेना को ही नहीं वरन देश की 130 करोड़ जनता को लम्बे समय से था. केंद्र सरकार की ओर से जारी सूचना के अनुसार भारतीय वायु सेना के लिए राफेल लड़ाकू विमानों ने आज सुबह फ्रांस के मेरिग्नैक स्थित दसॉल्ट एविएशन फैसिलिटी से भारत के लिए उड़ान भर दी है। इन पांच विमानों में तीन सिंगल सीटर विमान और दो ट्विन सीटर विमान शामिल हैं।
बताया गया है कि इन विमानों का आगमन दो चरणों में करने की योजना बनाई गई है। इन विमानों को वहां से लाने की जिम्मेदारी भारतीय वायुसेना के पायलटों को दी गई है जिन्होंने इन विमानों को उड़ाने का व्यापक प्रशिक्षण लिया है। वहां से आगमन के पहले चरण के दौरान हवा से हवा में ईंधन भरने का काम भी यही पायलट करेंगे। फ्रांसीसी वायु सेना द्वारा उपलब्ध कराए गए विशेष टैंकर की सहायता से यह काम सफलतापूर्वक किया जाएगा।
इन विमानों के 29 जुलाई 2020 को अंबाला स्थित एयर फोर्स स्टेशन पर पहुंचने की संभावना है। हालांकि, इन विमानों के आगमन के दौरान मौसम को भी ध्यान में रखना होगा। नंबर 17 स्क्वाड्रन ‘गोल्डन एरोज’ को राफेल विमानों से लैस इस सैन्य बेस पर तैयार किया जा रहा है।