सुभाष चौधरी/संपादक
रोहतक : भारतीय जनता पार्टी हरियाणा इकाई के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने विधिवत रूप से प्रदेश कार्यालय रोहतक में अपना दायित्व संभाला लिया । इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल. पार्टी के हरियाणा प्रभारी डॉ अनिल जैन पार्टी के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, वरिष्ठ नेता व पूर्व काबिना मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा, पार्टी के हरियाणा से सांसद, विधायक, पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रमन मलिक, सूरज पाल अम्मू सहित एवं प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे . मुख्यमंत्री मनोहर लाल और सुभाष बराला ने नए अध्यक्ष श्री धनखड़ का पगड़ी पहना कर स्वागत किया. सभी प्रमुख नेताओं ने एकजुटता का प्रदर्शन किया.
पदभार ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि ओम प्रकाश धनकड़ के कुशल नेतृत्व में पार्टी नए कीर्तिमान स्थापित करेगी. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि भाजपा हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में धनखड़ ने अपना दायित्व ग्रहण किया। सफल कार्यकाल के लिए माननीय धनकड़ जी को अग्रिम बधाई देता हूं।
हरियाणा प्रभारी अनिल जैन ने धनखड़ को प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने पर बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि ओ पी धनखड़ की अध्यक्षता में हरियाणा प्रदेश भाजपा संगठन और मजबूती के साथ आगे बढ़ेगा ऐसी मेरी कामना है।
कौन हैं ओ पी धनखड़ ?
उल्लेखनीय है कि देश के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले किसान नेता ओ.पी. धनखड़ का जन्म झज्जर जिले के ग्राम ढाकला में 1961 में वैद मोहब्बत सिंह और छोटो देवी के परिवार में हुआ । उनके दादा रघुवीर सिंह ने भारतीय रेलवे के स्टेशन मास्टर के रूप में काम किया। उनके दादा ने अपने पैतृक गांव में पहला स्कूल स्थापित करने का प्रयास किया था। धनखड़ ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक से अपनी मास्टर्स एंड एम.एड की पढ़ाई पूरी करने से पहले गाँव के स्कूल से ही अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। ।
अपनी शिक्षा के बाद, उन्होंने 11 वर्षों तक भिवानी में भूगोल व्याख्याता के रूप में काम किया। एक अकादमिक के रूप में, उन्होंने शिक्षा क्षेत्र के विश्लेषण पर एक पुस्तक भी प्रकाशित की, जिसमें शिक्षा सुधार और छात्रों के जीवन से संबंधित मुद्दों पर विचार व्यक्त किये गये हैं ।
वे 1978 से एक स्वयंसेवक के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे हैं। उनके शब्दों में, उन्हें युवाओं को प्रभावित करने वाले सामाजिक कारणों और मुद्दों पर काम करने के लिए एक मिशन और उत्साह से प्रेरित किया गया था. उन्होंने 1980 से 1996 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के लिए काम किया। वह विभिन्न सामाजिक राजनीतिक आंदोलनों का हिस्सा रहे और युवाओं के लिए काम करते रहे । शिक्षा क्षेत्र में प्रणालीगत परिवर्तन से संबंधित मामले उजागर करते रहे और बाद में, वह स्वदेशी जागरण मंच आंदोलन में शामिल हो गए।
उनका राजनीतिक जीवन से जुड़ाव 30 वर्षों से भी अधिक समय से है। उन्होंने राज्य महासचिव, राज्य अध्यक्ष, राष्ट्रीय सचिव और विभिन्न भाजपा और उसके सहयोगी संगठनों में राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे प्रमुख पदों पर कार्य किया है । आरएसएस के साथ अठारह साल के जुड़ाव के बाद, 1996 में वह बीजेपी में शामिल हो गए और पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी काल में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी बाए गए । वह हिमाचल प्रदेश में पार्टी के प्रभारी थे और पहाड़ी राज्य में भाजपा की सरकार बनाने में काफी सक्रिय रहे थे।
ओम प्रकाश धनखड़ लगातार दो बार भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में, ओपी धनखड़ ने भूमि अधिग्रहण, कीटनाशक प्रबंधन, किसान आत्महत्या, खेती सुधार जैसे कई मुद्दों पर सक्रियता से काम किया। स्वामीनाथन रिपोर्ट के कार्यान्वयन सहित ओ.पी. धनखड़ ने भूमि अधिग्रहण हैंडबुक लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो औद्योगिक विकास के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करके किसानों और उद्योग के मुद्दों को समान रूप से संबोधित करता है।
वर्ष 2014 में, उन्होंने हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ रोहतक संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा। धनखड़ 319436 वोट (31%) के साथ दूसरे स्थान रहे.
अप्रैल 2014 में झज्जर लोकसभा रैली के दौरान, नरेंद्र मोदी ने ओ.पी. धनखड़ को अपने करीबी विश्वासपात्र और समर्पित राजनीतिक नेता के रूप में संबोधित कर मजबूत सन्देश दिया था. वह नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ’ के लोहा कलेक्शन कमेटी के राष्ट्रीय समन्वयक भी बनाये गए थे।
धनखड़ ने 2014 के हरियाणा विधान सभा चुनाव में बादली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. उन्हें कुल 36.48% वोट प्राप्त हुए थे जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में हार गए. ओम प्रकाश धनखड़ 2014 विधानसभा चुनावों में हरियाणा में भाजपा की सरकार बनाने की स्थिति में नेतृत्व करने के मजबूत दावेदार थे।
उन्हें वर्ष 2014 में बनी भाजपा की पहली पूर्ण बहुमत वाली मनोहर लाल सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. उनके पास 5 विभागों का स्वतंत्र प्रभार था जबकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के विश्वासपात्र होने के कारण उन्हें हरियाणा सरकार में सबसे अधिक प्रभावशाली मंत्री माना जाता था. उनके पास तब कुल 18 विभाग थे जबकि कैबिनेट मंत्री कैप्टन अभिमन्यु सिंह के पास 13 विभाग और कैबिनेट मंत्री रामबिलास शर्मा के पास केवल 9 विभाग थे.