– संयुक्त आयुक्त-2 डा. गौरव अंतिल के नेतृत्व में वीरवार सुबह 5:30 बजे की गई कार्रवाई
– 2 हजार रुपये की सुरक्षा राशि जमा करवाने के बाद ही खोली जाएगी सील
गुरुग्राम, 16 जुलाई। शहर के सबसे प्राचीन सदर बाजार में वीरवार सुबह नगर निगम द्वारा लगभग 100 दुकानों को सील कर दिया गया। सीलिंग की यह कार्रवाई उन दुकानों पर की गई, जिनके दुकानदारों द्वारा दुकानों के बाहर अतिक्रमण किया जा रहा था या रेहड़ी-पटरी के माध्यम से अतिक्रमण करवाया जा रहा था।
वीरवार सुबह 5:30 बजे नगर निगम गुरूग्राम के संयुक्त आयुक्त डा. गौरव अंतिल के नेतृत्व में नगर निगम गुरूग्राम की इनफोर्समैंट टीम पुलिस बल के साथ सदर बाजार में पहुंची। टीम ने पहले से चिन्हित की गई उन 100 दुकानों को सील कर दिया, जिनके बाहर अतिक्रमण रहता है। इन दुकानों को 2 हजार रूपए की सुरक्षा राशि जमा करवाने के बाद ही सील मुक्त किया जाएगा। दुकानदारों को अतिक्रमण ना करने के प्रति जागरूक करने के लिए यह सीलिंग अस्थाई तौर पर ही की गई है क्योंकि कोरोना माहमारी के कारण सरकार द्वारा बाजारों में सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने की हिदायत दी गई है, लेकिन दुकानों के बाहर अतिक्रमण होने के चलते बाजार में आने-जाने वालों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त विनय प्रताप सिंह के निर्देशानुसार नगर निगम गुरूग्राम द्वारा गत रविवार को विभिन्न समाचार-पत्रों के माध्यम से तथा बाद में लगातार 3 दिन तक मुनादी के माध्यम से अतिक्रमण नहीं करने बारे दुकानदारों से आह्वान किया गया था। इसके बाद बाजार की वीडियोग्राफी करवाकर उन दुकानों की पहचान की गई, जो बार-बार हिदायतें देने के बावजूद भी अतिक्रमण कर रहे थे या अपनी दुकानों के बाहर रेहड़ी-पटरी आदि लगवा रहे थे। ऐसी दुकानों पर कार्रवाई करते हुए वीरवार सुबह उन्हें सील कर दिया गया।
निगम द्वारा दुकानों को सील करने के साथ ही उन पर नोटिस भी चस्पा किए गए। नोटिस के माध्मय से कहा गया है कि 11 जुलाई, 13 जुलाई तथा 14 जुलाई को मुनादी के माध्यम से तथा 12 जुलाई को स्थानीय समाचार-पत्रों के माध्यम से दुकानदारों से अतिक्रमण नहीं करने का आह्वान किया गया था,. लेकिन इसके बावजूद वीडियोग्राफी के दौरान दुकान के सामने अस्थाई अतिक्रमण पाया गया है। परिणामस्वरूप नगर निगम गुरूग्राम द्वारा दुकान को सील कर दिया गया है। इसके साथ ही यह भी स्पष्ट रूप से नोटिस के माध्यम से कहा गया है कि जो दुकानदार बिना नगर निगम की इजाजत के सील को तोड़ेंगे, उनके खिलाफ सहायक अभियंता(प्रवर्तन) द्वारा मुकदमा दायर करवाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सदर बाजार शहर का व्यस्तम एवं प्राचीन बाजार है। बाजार में प्रतिदिन खरीददारी के लिए आने वालों की खासी तादाद रहती है। ऐसे में बाजार में दुकानों के बाहर दुकानदारों द्वारा सामान रखकर या रेहड़ी-पटरी लगवाकर अतिक्रमण किया जाता है, जिससे बाजार में आने वाले ग्राहकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा समय-समय पर बाजार की एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करके अतिक्रमण ना करने बारे आह्वान किया गया है। इसके साथ ही पूर्व में दो बार सीलिंग की कार्रवाई भी की गई है।