गुरुग्राम 19 जून। गुरूग्राम के मंडलायुक्त अशोक सांगवान ने कहा कि गुरूग्राम जिला प्रशासन की कोविड-19 संक्रमण को लेकर तैयारियां पूरी है। लोगों को घबराने की जरूरत नही है बल्कि किसी प्रकार का संशय होने पर कोविड हैल्पलाइन नंबर -1950 तथा एमरजेंसी एंबुलेंस हैल्प लाइन नंबर-108 पर संपर्क करें। वे आज गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। गुरूग्राम के उपायुक्त अमित खत्री तथा निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह भी इस अवसर पर उनके साथ उपस्थित थे।
श्री सांगवान ने मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि लोग कोरोना से डरें नही , बल्कि यदि कोरोना संक्रमित हो जाएं तो इसका डट कर सामना करें। कई बार लोग केवल कोरोना के डर की वजह से या इसके इलाज को लेकर चिंता करने से बीमार पड़ जाते हैं। जिला प्रशासन आमजन को यह आश्वस्त करता है कि गुरूग्राम जिला में कोरोना संक्रमण से निपटने के प्रबंध पूरे हैं। बैड, आइसोलेशन सैंटर , वेंटिलेटर , ऑक्सीजन आदि की पूरी व्यवस्था है और इसके लिए किसी भी जिलावासी को घबराने या भयभीत होने की आवश्यकता नही है।
निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से चार्ज किए जा रहे रेट को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज के लिए रेट निर्धारित करने को लेकर कार्यवाही चल रही है। इस मामले में पूरे दिल्ली एनसीआर को एक इकाई मानकर राज्य सरकार से सलाह करके प्राइस कैपिंग की जाएगी। सम्मेलन में गुरुग्राम के उपायुक्त अमित खत्री ने कोविड-19 संक्रमण संबंधी तैयारियों की विस्तार से जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि उन्होंने कहा कि गुरुग्राम जिला में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी हैं और यहां पर भारत ही नही विश्व भर से लोग अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं। जिला में कोरोना संक्रमित व्यक्त्यिों के लिए आइसोलेशन सेंटर और अस्पतालों में बैड को लेकर पूरे इंतजाम किए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा 4500से अधिक बैडों की व्यवस्था की गई है और आवश्यकता अनुसार संख्या बढ़ाई जा सकती है। आइसोलेशन सेंटर स्थापित करने के लिए गेस्ट हाउस तथा होटलों आदि से संपर्क किया गया है और जिन लोगों के घरों मे आइसोलेशन के लिए पर्याप्त जगह नही होगी उन्हें इन सैंटरों में आइसोलेट किया जा रहा है।
इस दौरान यदि मरीज में कोरोना के ज्यादा लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे अस्पताल में भर्ती करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हालांकि कोरोना संक्रमित मरीज शहरी क्षेत्र में ही ज्यादा हैं,फिर भी शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में भी 200 आइसोलेशन सैंटर बनाए जा रहे हैं ताकि जरूरत पड़ने पर उनका उपयोग किया जा सके। श्री खत्री ने कहा कि आइसोलेशन सैंटरों के लिए प्रशासन द्वारा एसओपी तैयार की जा रही है जोकि जल्द ही आमजन से सांझा की जाएंगी।
श्री खत्री ने बताया कि मरीजों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन द्वारा 31 से ज्यादा एंबुलेंसों की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, एमरजेंसी एम्बुलेंस हैल्पलाइन नंबर-108 को सुदृढ़ किया गया है। पहले जहां इस हैल्पलाइन पर एक आप्रेटर रहता था , वही अब 20 आप्रेटर ड्यूटी पर रहते हैं। इसी प्रकार जिला की कोविड हेल्पलाइन-1950 संचालित की जा रही है जिसकी प्रशंसा केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा ली गई वीडियो कान्फ्रेंसिंग बैठक में भी हुई। इस हैल्पलाइन पर अब तक एक लाख से अधिक फोन कॉल रिसीव हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि साइकोलॉजिकल और इमोशनल स्पोर्ट के लिए हेल्पलाइन नंबर-011-41194545 तथा वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा के लिए भी अलग से हेल्पलाइन नंबर-1800-123-4455555 शुरू किए गए है।
इसके अलावा,टैलीमैडिसन हैल्पलाइन नंबर-1800-572-8283 भी संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा लोगों से सीधा संवाद करने के लिए भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रतिदिन वे फेसबुक लाइव के माध्यम से जिलावासियों से जुड़ते हैं। जिला में बनाए गए 98 कंटेनमेंट जोन का उल्लेख करते हुए श्री खत्री ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में निर्धारित मानदंडों को सुनिश्चित करने तथा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओ सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं देने के लिए17 इंसीडेंट कमांडर सहित 6 जोनल इंचार्ज नियुक्त किए गए हैं।
नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने बताया कि गुरुग्राम जिला में हालांकि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या का आंकड़ा अब तक4000 है लेकिन यह हमारे लिए सुखद समाचार है कि 50 प्रतिशत से अधिक अर्थात 2100से ज्यादा मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। उन्होंने बताया की कोरोना के 1800एक्टिव केस है जिनमें से 1500 कोरोना संक्रमित मरीज अपने घरों में ही आइसोलेशन में रह रहे हैं और ठीक हो रहे हैं, केवल 250 मरीजों को ही अस्पताल की जरूरत पड़ी है। श्री सिंह ने बताया कि जिला में दुर्भाग्यवश अब तक 52 लोगों की कोरोना वायरस के कारण मृत्यु हो चुकी है। ऐसे मामलों की अंतेष्टि के लिए फिलहाल दो स्थान हैं, एक श्मशान घाट मदन पुरी में तथा एसपीआर पर कब्रिस्तान है। इसके अलावा, चार गैस आधारित श्मशान घाट बनाने के लिए वर्क आर्डर दिया जा चुका है जो 15 जुलाई तक बनकर तैयार हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों का आरटीपीसीआर प्रणाली से टेस्ट किया जा रहा है जिसके रेट आईसीएमआर द्वारा निर्धारित किए गए है। उन्होंने कहा कि पिछले एक-दो दिन पहले एंटी जैन बेस्ड टेस्टिंग की शुरुआत की गई है। यह एक रैपिड टेस्ट है जिसकी रिपोर्ट 15 मिनट में आ जाती है और आईसीएमआर ने भी इसे मंजूरी दे दी है। इस टैस्ट को गुरुग्राम में जल्द शुरू कर दिया जाएगा जिससे संदिग्ध मरीजों के जल्द ही टेस्ट किए जा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि कांटेक्ट ट्रेसिंग एक महत्वपूर्ण विषय है और जिन स्थानों पर कांटेक्ट ट्रैसिंग ज्यादा अच्छे से की जा सकी है वहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या नियंत्रित करने में काफी सहयोग मिला है।उन्होंने कहा कि जैसेे ही कोरोना संक्रमित मरीज की पॉजिटिव रिपोर्ट आती है, तभी काॅलसेंटर द्वारा तुरंत मरीज से संपर्क करके कांटेक्ट ट्रेसिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है और उन्हें जो भी सावधानियां रखनी है उसकी सूचना उन्हें दे दी जाती है। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम जिला प्रशासन द्वारा नई पहल करते हुए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनो का सहयोग लेकर उनकी रिहायशी सोसायटी में मिलने वाले एसिंप्टोमैटिक कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन सैंटर बनवाए जा रहे हैं।
इसके लिए अब तक 10 आरडब्लूए सोसायटी आगे आई हैं और उन्होंने अपने यहां आइसोलेशन सैंटर स्थापित किए हैं। श्री सिंह ने कहा कि चाहे एक भी बैड क्यों ना हो, आरडब्ल्यूए को इस कार्य के लिए पहल करनी चाहिए। ऐसे आइसोलेशन सैंटरों की मैपिंग करके उन्हें डाॅक्टरों के साथ जोड़ा जाएगा। यही नही, कंटेनमेंटजोन प्रबंधन की एसओपी भी जल्द तैयार करके आरडब्ल्यूए के साथ सांझा की जाएगी। कोरोना संक्रमित मरीजों का बायो मेडिकल वेस्ट उठवाने के बारे मे निगम आयुक्त ने कहा कि यह कार्य सप्ताह में दो बार 3 दिन के अंतराल पर किया जा रहा है। इस मामले में आरडब्ल्यूए का भी सहयोग लिया जाएगा।