प्रवासी मूक बधिर लोगों की खास व्यवस्था कर सदर थाना एसएचओ नवीन पराशर ने दिया मानव मूल्यों की जीवंतता का परिचय

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गुरुग्राम। विषम परिस्थितियों में आमतौर पर गुरुग्राम पुलिस का माननीय चेहरा हालांकि पहले भी देखने को मिलता रहा है लेकिन कोरोना काल में उनका यह पक्ष दमदार तरीके से उजागर हुआ है। गुरुग्राम पुलिस की सकारात्मक पहल के इतिहास में एक और पंख तब जुड़ा जब सदर थाना एसएचओ के नेतृत्व में पुलिस टीम ने देवीलाल स्टेडियम में मौजूद मूक एवं बधिर प्रवासी परिवारों को भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री खास तौर से मुहैया कराई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के संदेश पर तत्काल कदम उठाने वाले सदर थाना के एस एच ओ इंस्पेक्टर नवीन पराशर प्रशासनिक रूप से सक्रिय तो रहते ही हैं साथ ही सामाजिक भूमिका में भी हमेशा तत्पर दिखते हैं। विशेषकर उत्तर प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड और अन्य राज्यों की प्रवासी मजदूरों को उनके गृह प्रदेश भेजने के लिए गुरुग्राम का देवीलाल स्टेडियम मुख्य केंद्र बना हुआ है जिसकी जिम्मेदारी सदर थाना के एसएचओ के कंधे पर है।

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सदर पुलिस स्टेशन के एस एच ओ नवीन पराशर कहते हैं कि बोलने वाले को तो सभी मदद करते हैं लेकिन समाज में ऐसे भी बहुत लोग हैं जो अपनी आवश्यकताओं को लोगों के सामने नहीं रख सकते। ऐसे व्यक्तियों का ख्याल रखना भी हम सब का कर्तव्य होना चाहिए। और हमें इसी दृष्टि से देवीलाल स्टेडियम में मंगलवार को झारखंड के लिए रवाना होने वाले हजारों लोगों में से उपस्थित कुछ मूक बधिर लोगों की सेवा का मौका मिला। उनके अनुसार इस प्रकार की भूमिका अदा करने में व्यक्ति को आत्मिक शांति मिलती है। उन्हें या अवसर इस विषम परिस्थिति में लगातार मिल रहा है और मंगलवार को उनके लिए खास मौका था जब उन्हें उनके एसीपी की ओर से कुछ मूक बधिर लोगों की सेवा का संदेश मिला।

बताया जाता है कि झारखंड सरकार की ओर से गुरुग्राम पुलिस को यह संदेश भेजा गया था की झारखंड के लिए प्रस्थान करने वाले लोगों में से कुछ मूक बधिर बच्चे और वयस्क भी हैं जो ना तो बोल सकते और ना ही सुन सकते हैं। वे केबल लिखकर ही अपनी आवश्यकता बता सकते हैं या इशारे में ही कुछ कह सकते हैं। झारखंड सरकार की ओर से उनके लिए गुरुग्राम पुलिस से खाद्य सामग्री मुहैया कराने का आग्रह किया गया । इलाके की एसीपी ने यह संदेश तत्काल सदर थाना के एसएचओ नवीन पराशर को भेजा और उन लोगों की तत्काल व्यवस्था करने को कहा।

अपने अधिकारी का संदेश मिलते ही इंस्पेक्टर नवीन पराशर ने तत्काल प्रशासन की सहायता से भोजन पानी जीरा पानी एवं अन्य खाद्य वस्तुओं की व्यवस्था की और देवीलाल स्टेडियम पहुंचे। वहां अन्य दिनों की भांति हजारों की भीड़ थी। इनमें से कुछ पंजीकृत लोग थे तो कुछ गैर पंजीकृत हुई अपने प्रदेश को वापस लौटने की दृष्टि से पहुंच गए थे। एसएचओ पराशर ने उनमें उन सभी मूकबधिर व्यक्तियों की पहचान कर सबसे पहले उन्हें आवश्यकतानुसार भोजन पानी मुहैया कराया। लंच का पैकेट पेप्सी और जीरा पानी की बोतल के साथ-साथ फल भी दिए गए जिससे आगे भी उन्हें यात्रा के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत ना हो और किसी अन्य पर निर्भर न रहना पड़े। एसएचओ की इस पहल से उन मूक बधिर लोगों की खुशी का ठिकाना ना रहा। उन्हें इस प्रकार की उम्मीद नहीं थी क्योंकि वह सभी अपनी जरूरत को लोगों के सामने व्यक्त करने की स्थिति में नहीं थे।

इंस्पेक्टर नवीन पराशर के अनुसार देवीलाल स्टेडियम से प्रवासी परिवारों को बस के माध्यम से रेलवे स्टेशन पहुंचाया जाता है। यह प्रक्रिया लगभग पिछले 3 सप्ताह से भी अधिक समय से लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि स्टेडियम में प्रवासी परिवारों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े इसके लिए उनकी टीम सदा मुस्तैद रहती है और आवश्यकतानुसार खाद्य वस्तु हो या फिर अन्य आवश्यकताएं पूरी व्यवस्था करने की कोशिश की जाती है। सभी प्रवासी परिवारों के लिए चाय पानी की व्यवस्था स्थाई तौर पर है क्योंकि वहां चाय और कॉफी की मशीन इंस्टॉल कर दी गई है जबकि भोजन के लिए अलग से मुकम्मल व्यवस्था है।

उनका कहना है कि यहां आमतौर पर ऐसे भी व्यक्ति आ जाते हैं जो पंजीकृत नहीं है फिर भी उन्हें व्यवस्था में समायोजित करने की कोशिश की जाती है। कई बार कम से कम 3 वक्त का भोजन मुहैया कराना पड़ता है क्योंकि यहां से प्रवासी परिवारों की रवानगी ट्रेन की स्थिति पर निर्भर करती है जबकि कई बार उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड जैसे राज्यों के लिए हरियाणा रोडवेज की बसें या अन्य राज्यों से आने वाली बसों की स्थिति पर निर्भर करती है । सभी व्यक्तियों का टेस्ट किया जाता है और उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग एवं सरकार की गाइडलाइन के अनुसार स्वास्थ्य सुरक्षा के अन्य उपायों का अनुपालन कराते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचाया जाता है। कई बार गैर पंजीकृत परिवारों के आ जाने पर उनके पंजीकरण की व्यवस्था भी स्टेडियम में ही करा दी जाती है। कभी-कभी संख्या अधिक हो जाने के कारण ट्रेन में सीट नहीं मिल पाती है तो ऐसे लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बस की व्यवस्था भी कराई जाती है।

ऐसे में देवीलाल स्टेडियम में प्रवासी परिवारों की सुरक्षित घर वापसी की दृष्टि से भोजन से लेकर स्वास्थ्य सुरक्षा तक की सारी जिम्मेदारी गुरुग्राम पुलिस का सदर थाना पुलिस स्टेशन बखूबी निभा रहा है।

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