कोविड 19 संकट में लॉक डाउन के दौरान बैंको की भूमिका सराहनीय रही

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गुरूग्राम, 24 मई। कोरोना लाॅकडाउन के दौरान जन जीवन ठहर गया और दुकानें, बाजार आदि सब कुछ बंद हो गया। लोग अपने घरों में कैद हो गए। फिर भी अपनी रोजमर्रा की जरूरतों तथा खाने-पीने की वस्तुओं की आवश्यकता तो हर व्यक्ति को रहती ही है और ऐसे में अपने पास पैसा होना जरूरी है। पैसा ज्यादातर लोग बैंक में रखते हैं और लाॅकडाउन में आवश्यक सेवाओं के तहत बैंक एक निश्चित अवधि के लिए दिन में खुलते थे परंतु उसमें भी घर से नही निकल पाने के कारण लोग ज्यादातर अपने घर के नजदीक एटीएम से पैसा निकाल सकते थे या फिर किसी भी एप जैसे भीम एप, गूगल एप, पेटीएम आदि के माध्यम से अदायगी कर सकते थे।

ऐसी स्थिति में लोगों को उनका पैसा आसानी से उपलब्ध करवाने में बैंको की अहम भूमिका थी और गुरूग्राम जिला में इस दिशा में नई पहल भी की गई जिसके अंतर्गत जिन इलाकों में एटीएम दूरी पर स्थित थे वहां पर रहने वाले लोगों के लिए उपायुक्त अमित खत्री के निर्देश पर अग्रणी जिला प्रबंधक प्रहलाद राय गोदारा की देखरेख में जिला की जिन विकसित काॅलोनियों में बैंक शाखाएं या एटीएम की सुविधा नही हैं वहां अग्रणी जिला प्रबंधक कार्यालय द्वारा एसबीआई तथा आईसीआईसीआई बैंक की सहायता से एटीएम मोबाइल वैन उपलब्ध करवाई जा रही है। जिला में अब तक ऐसी 30-35 काॅलोनियां है जहां लाॅकडाउन के दौरान एटीएम वैन की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है जिसके माध्यम से लगभग 1326 नागरिकों ने लगभग 88 लाख रूपये निकालते हुए इसका लाभ उठाया है। मोबाइल एटीएम वैन को जिलावासियों द्वारा खूब सराहा गया और उन्होंने इस सुविधा का लाभ उठाते हुए जिला प्रशासन का धन्यवाद भी किया।

श्री गोदारा ने बताया कि जिला मे 790 बैंक शाखायें, 1490 एटीएम, 245 बैंकमित्र एवं सीएसपी तथा 114 पोस्ट ऑफिस हैं। इस महामारी मे किसी भी नागरिक को वित्तीय लेन-देन में परेशानी ना हो, इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग व हाईजीन प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए अलग-अलग स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही आम जनता को भी कोविड-19 संक्रमण से बचाव हेतु जागरूक किया जा रहा है।

-बैंको की सभी शाखाओं व एटीएम को रोजाना किया जा रहा है सैनिटाइज-

श्री गोदारा ने बताया कि जिला गुरूग्राम की बैंक शाखाओं तथा एटीएम को लगातार सैनिटाइज किया जा रहा है। जिला की सभी बैंक शाखाओं व एटीएम को अलग-अलग जोन में बांटकर सैनिटाइजेशन अभियान चलाया गया है ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। बैंकों में कार्यरत सभी अधिकारियों व कर्मचारियों सहित बैंक में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए फेस मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। इसके साथ ही बैंक के प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है ताकि लोग प्रवेश से पूर्व अपने हाथों को ठीक तरह से सैनिटाइज कर लें।

-बैंकों में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए एक-एक मीटर की दूरी पर बनाए गए सुरक्षा चक्र।

बैंकों में आने वाले ग्राहकों व बैंककर्मियों के बीच में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना सुनिश्चित करने के लिए एक-एक मीटर की दूरी पर सफेद चक्र बनाए गए हैं। बैंको में ग्राहकों की भीड़ जमा ना हो इसके लिए खाताधारकों को आॅनलाइन बैंकिंग के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इतना ही नही, बैंक मित्र तथा सीएसपी के माध्यम से भी ग्राहकों की वित्तीय लेन-देन के लिए सहायता की जा रही है।प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत प्रधानमंत्री जन धन योजना के खाताधारकों के खातों में राशि का भुगतान सटेग्गेर्ड प्रणाली(बैंक खाते के अंतिम अंक) के अनुसार की जा रही है।

-डोर स्टेप पर बैंकिंग सुविधाएं –
बैंक मित्र/सीएसपी- जिला मे कार्यरत 245 बैंक मित्र व सीएसपी के माध्यम से प्रदेश व केन्द्र सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं का लाभ लेने वाले लाभार्थियों की बड़े पैमाने पर मदद की गई। बैंक मित्र व सीएसपी के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा पेंशन (वृद्धावस्था, विधवा, दिव्यांगजन), गरीब कल्याण पैकेज का पैसा गांव-गांव व ढाणी ढाणी जाकर माइक्रो एटीएम के माध्यम से दिया जा रहा है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाता है।

  • इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक- कोरोना संक्रमण के दौरान डाककर्मियों द्वारा विशेष योगदान दिया जा रहा है। जिन बैंक खाताधारकों के बैंक खाते आधार सेे जुड़े हुए हैं उन्हेंं घर जाकर पैसे का भुगतान बिना किसी शुल्क के किया जा रहा है। हरियाणा सरकार के बैंक स्लॉट पोर्टल के माध्यम से प्राप्त आवेदनों के आधार पर उनकी मदद की जा रही है। श्री महेश कुमार, उप मण्डल (पश्चिम) अधिकारी, गुरुग्राम ने बताया कि लोकडाऊन लगने से लेकर अब तक
    पोस्ट मैन द्वारा लगभग 1500 नागरिकों को रु 33.00 लाख डोर स्टेप सुविधा प्रदान की जा चुकी है।

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