नई दिल्ली। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने ओडिशा में कोणार्क सूर्य मंदिर और कोणार्क शहर के शत प्रतिशत सोलराइजेशन करने का निर्णय लिया है। इस योजना के बारे में विद्युत तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर के सिंह ने बताया कि ‘भारत सरकार ने ऊर्जा के आधुनिक उपयोग तथा प्राचीन सूर्य मंदिर के बीच तालमेल के संदेश को प्रकट करने तथा सौर ऊर्जा के महत्व को प्रोत्साहन देने के लिए ओडिशा में ऐतिहासिक कोणार्क सूर्य मंदिर को ‘सूर्य नगरी’ के रूप में विकसित करने के प्रधानमंत्री के विजन को आगे ले जाने के उद्देश्य के साथ इस योजना का शुभारंभ किया है।’
इस योजना में भारत सरकार की ओर से नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के माध्यम से लगभग 25 करोड़ रुपए की सहायता सहित 100 प्रतिशत केंद्रीय वित्तीय सहायता (सीएफए) के साथ10मेगावाट ग्रिड कनेक्टेड सौर परियोजना और सौर वृक्ष, सौर पेयजल कियोस्क जैसे विविध सौर ऑफ-ग्रिड अनुप्रयोगों, बैटरी स्टोरेज सहित ऑफ ग्रिड सौर संयंत्रों की स्थापना आदि की परिकल्पना की गई है। इस योजना का कार्यान्वयन ओडिशा नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (ओआरईडीए)द्वारा किया जाएगा।
यह योजना सौर ऊर्जा के साथ कोणार्क शहर की ऊर्जा संबंधी जरूरतों को पूरा करेगी। यह किसी धार्मिक शहर के लिए शुरू की गई अपने तरह की पहली योजना है। इससे अन्य धार्मिक एवं ऐतिहासिक शहरों के लिए ऊर्जा के प्राकृतिक श्रोत की व्यवस्था करने का मार्ग प्रशस्त होगा। यह योजना देश ही नहीं दुनिया के लिए भी एक अतुलनीय उदाहरण बनेगा। इससे इस क्षेत्र में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा।