वाशिंगटन, 30 मार्च अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण महज 24 घंटे में 518 लोगों की मौत हो गई। जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय ने रविवार को यह आंकड़े प्रकाशित किए। दूसरी तरफ राष्ट्रपति ट्रम्प के टास्क फोर्स के प्रमुख सदस्यों ने इस वायरस के संक्रमण से आने वाले समय में अमेरिका में डेढ़ से दो लाख की मौत की आशंका जताई है। उन्होंने वहां और सख्त पाबंदी लगाने की सलाह दी है।
इससे पहले, एक दिन में 453 मौत हुई थी और यह आंकड़ा रविवार को और बढ़ गया। इसके साथ ही कोरोना वायरस के कारण देश में कुल 2,409 लोगों की मौत हो चुकी है।
अमरीकी सरकार में संक्रामक बीमारी के विशेषज्ञ डॉ एंथोनी फाउची ने चेताया है कि अमरीका में कोरोना वायरस एक से दो लाख लोगों की जान ले सकता है.अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग गाइडलाइंस की समय सीमा 30 अप्रैल तक बढ़ा दी है.अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने यहां तक कह दिया है कि अगर अमरीका कोरोना वायरस से होने वाली मौतों को एक लाख तक भी रोक लिया तो बड़ी उपलब्धि होगी. अमरीका में कोरोना से संक्रमित लोगों की तादाद एक लाख 60 हज़ार हो गई है जबकि चीन में 82,198 है.
Yesterday, President @realDonaldTrump announced that we will extend the Coronavirus Guidelines for America through April 30. pic.twitter.com/I2yYShgUNT
— The White House (@WhiteHouse) March 30, 2020
आंकड़े बताते हैं कि एक ही दिन में मामलों की संख्या 21,333 बढ़ गई। शनिवार को भी लगभग इतने ही मामले सामने आए थे।
अमेरिका में अब कोरोना वायरस के कुल 1,36,880 मामले हो गए हैं जो दुनिया में सर्वाधिक हैं। इटली, चीन और स्पेन में इससे कम मामले रहे हैं।
वायरस का प्रकोप न्यूयॉर्क में सर्वाधिक है जहां संक्रमण का पहला मामला सामने आने के महीने भर से भी कम वक्त में, रविवार तक इस संक्रमण के कारण मरने वाले लोगों की संख्या करीब 1,000 पर पहुंच गई।
अधिकांश मौत बीते कुछ दिन में हुई है।
एपी की खबर के मुताबिक न्यूयॉर्क सिटी की ओर से बताया गया कि मृतक आंकड़ा 776 पर पहुंच गया है लेकिन सोमवार तक राज्यभर में हुई मौत का आंकड़ा शायद ही जारी हो पाए लेकिन माना जा रहा है कि रविवार तक शहर से बाहर कम से कम 250 लोगों की मौत हुई होगी और राज्यभर में कुल 1,026 लोगों की जान गई होगी।
राज्य में संक्रमण का पहला मामला मार्च में सामने आया था। 20 मार्च तक सख्त पाबंदियां लगा दी गई थीं और तब तक केवल 35 लोगों की मौत हुई थी। महज नौ दिन में हालात इतने विकट हो गए हैं।
स्पेन में संक्रमण के कारण हुई पहली मौत के बाद महज 18 दिन में संक्रमण से मौत का आंकड़ा 1,000 पर पहुंच गया।