सेना व सुरक्षा बालों ने दिखाई अपनी ताकत, अदम्य साहस का किया प्रदर्शन
दिल्ली पुलिस के जवानों का मार्चिंग दस्ता बेहतरीन तालमेल के साथ राजपथ पर उतरा
स्कूली बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध हुए अतिथि
सुभाष चन्द्र चौधरी/प्रधान संपादक
नई दिल्ली। देश ने आज 71 वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया। इस उपलक्ष्य में देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर राष्ट्रीय समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा केंद्रीय मंत्रालयों की ओर से 23 झांकियों का प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय झंडा फहराया और 21 तोपों की सलामी ली। उनके साथ गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति जेल बोलसोनारो भी मौजूद थे । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्य अतिथि एवं ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगवानी की।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित शहीद स्मारक पर देश के शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया और श्रद्धांजलि दी । प्रधानमंत्री की अगवानी के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना के तीनों अंगों के प्रमुख एवं देश के नवनियुक्त सीडीएस जनरल बिपिन रावत मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस गणतंत्र दिवस पर 48 साल पुरानी परंपरा तोड़ कर एक नई परंपरा की शुरुआत की है। उन्होंने युद्धवीरों की शहादत को सलाम करने इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति नहीं जाकर बगल में ही नवनिर्मित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर देश के पहले सीडीएस के अलावा तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने उनकी अगवानी की।इसअवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि 1971 के भारत-पाक युद्ध के शहीदों की याद में अमर जवान ज्योति को इंडिया गेट पर 1972 में तैयार किया गया है .
गणतंत्र दिवस परेड का आरंभ देश के पूर्व सैनिक अधिकारियों के दस्ते के साथ हुआ जिन्होंने सेना की अलग-अलग अंगों में अपनी सेवा देते हुए विषम परिस्थितियों में देश की रक्षा के लिए सराहनीय योगदान दिया। इस अवसर पर विजय चौक से लेकर इंडिया गेट तक राजपथ के दोनों तरफ लाखों की संख्या में आम जनता विदेशी नागरिक विभिन्न विभागों में कार्यरत वरिष्ठ अधिकारी भारत में अलग-अलग देशों के राजदूत राजनयिक केंद्र सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री और राज्यमंत्री भी मौजूद थे। गणतंत्र दिवस परेड में हर वर्ष की भांति इस बार भी राजपथ पर विदेशी पर्यटक की बड़ी संख्या देखने को मिली।
परेड के समापन के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और आज के मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो के प्रस्थान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के दोनों ओर बैठे आम जनता का उनके पास पैदल चलकर लंबी दूरी तक अभिवादन किया जिससे लोगों का उत्साह देखने वाला था लोग प्रधानमंत्री को अपने करीब पाकर बेहद उत्साहित थे और प्रफुल्लित भी। लोग प्रधानमंत्री को अपनी ओर आवाज देकर बुलाते हुए देखे गए और प्रधानमंत्री ने भी हाथ के इशारे से उन्हें आश्वस्त किया कि हुए उनके पास भी आएंगे और उन्होंने ऐसा ही किया वे लगातार अपने सुरक्षा बलों के बीच उनके घेरे में पैदल चलते रहे और लोगों का अभिवादन करते रहे।
आम जनता से लगातार संपर्क में और संवाद में रहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सर्वाधिक लोकप्रिय प्रधानमंत्री में से एक है और जब कभी किसी राष्ट्रीय साग्निक समारोह में वह शामिल होते हैं तो आम जनता खासकर बच्चों के बीच जाने से वह नहीं भूलते यही कारण है कि स्कूली बच्चे और कॉलेज के छात्रों के बीच आज वह सर्वाधिक लोकप्रिय राजनीतिज्ञ हैं। प्रधानमंत्री मोदी लगातार राजपथ पर चलती रहे लोगों से मिलते रहे और उनके साथ उनका सुरक्षा दस्ता एवं काफिला भी उन्हें घेरे हुए चलता रहा।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बोबडे, पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह, कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी आदि नेता मौजूद थे। इस अवसर पर राजपथ पर सेना ने देश और दुनिया को अपने अदम्य सैन्य शक्ति का नमूना दिखाया। इस दौरान सांस्कृतिक विरासत की झलक, राज्य की मनमोहक झाकियों ने किया रोमांचित किया।
राष्ट्रपति गोविंद और मुख्य अतिथि राष्ट्रपति बोलसुनारों के प्रस्थान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विदा किया।
राजपथ पर कौन कौन सी झांकी का प्रदर्शन ?
140 एयर डिफेंस रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट विवेक विजय मोरे द्वारा राजपथ पर परेड के दौरान एयर डिफेंस टैक्टिकल कंट्रोल रडार का प्रदर्शन किया गया. गणतंत्र दिवस परेड में आर्मी एयर डिफेंस, बंगाल इंजीनियर, पूर्व सैनिकों की झांकी, नौसेना का ब्रास बैंड नेवल मार्चिंग कंटिजेंट, भारतीय नौसेना की झांकी, एयरफोर्स बैंड, एयरफोर्स मार्चिंग कंटिजेंट, राफेल एयरक्राफ्ट के साथ एयरफोर्स की झांकी, डीआरडीओ की झांकी, तटरक्षक बल का दस्ता, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का दस्ता, सीआरपीएफ मार्चिंग कंटिजेंट, इंडो तिब्बत पुलिस ब्रास बैंड, इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस मार्चिंग कंटिजेंट, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का दस्ता अपने बैंड के साथ, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का मार्चिंग कंटिजेंट, दिल्ली पुलिस का बैंड, दिल्ली पुलिस का मार्चिंग कंटिजेंट, बीएसएफ कैमल कंटिजेंट, बीएसएफ कैमल कंटिजेंट एनसीसी का दस्ता भी शामिल हुआ.
राजपथ पर बिरला बालिका विद्यापीठ पिलानी, एनसीसी सीनियर डिवीजन की 159 छात्राओं का दस्ता, एनएसएस का मार्चिंग दस्ता, सूबेदार मेजर मलकीत सिंह के नेतृत्व में 130 संगीतकारों का दस्ता, छत्तीसगढ़ की झांकी वहां की संस्कृति को प्रदर्शित करती हुई, तमिलनाडु की कला संस्कृति को प्रदर्शित करने वाली झांकी वहां के लोक नृत्य के साथ , राजस्थान की झांकी पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत करते हुए , तेलंगाना की संस्कृति और पर्व को प्रदर्शित करती हुई झांकी , आसाम के लोक नृत्य वह वहां की सिल्क उद्योग को प्रस्तुत करती हुई कलात्मक झांकी , हिमाचल प्रदेश की संस्कृति को राजपथ पर प्रदर्शित करती हुई झांकी मध्य प्रदेश की ट्राईबल संस्कृति और कला राजगढ़ कूल और गाड़ियां एवं भी की संस्कृति को दर्शाती हुई झांकी भी देखने को मिली.
गणतंत्र दिवस परेड में गोवा की बायोडायवर्सिटी और वहां की पर्यटन संस्कृति की झलक दिखाती हुई झांकी, उड़ीसा की झांकी में भुवनेश्वर के लिंगराज मंदिर का दर्शन कराते और ओम नमः शिवाय का मंत्र जाप करते हुए, बादलों का घर कहा जाने वाला राज्य मेघालय की झांकी जिसने प्रकृति को राजपथ पर उतार दिया, गुजरात की झांकी जिसमें रानी की बाव जल मंदिर को दर्शाया गया, आंध्र प्रदेश की झांकी में ब्रह्म उत्सव को दर्शाने का सजीव प्रयास किया गया.
देश के ७१ वें गणतंत्र दिवस पर देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की झांकी में वहां की संस्कृति और पर्यटन को दर्शाने की कोशिश की गई इसमें कत्थक नृत्य की का प्रस्तुतीकरण किया गया, अनुभव मंथप्पा पर आधारित कर्नाटक की झांकी जिसमें धार्मिक संसद दिखाया गया, जम्मू कश्मीर की झांकी में विलेज का संदेश दिया गया जिसमें वहां विकास को गति देने का संदेश प्रस्तुत किया गया, पंजाब की झांकी जिसमें गुरु नानक देव के 550 में प्रकाशोत्सव का दर्शन कराया गया, उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग की झांकी के माध्यम से देश में औद्योगिकरण के बढ़ते कदम की झांकी प्रस्तुत की गई.
इस अवसर पर वित्तीय सेवा विभाग की ओर से वित्त सेवा का प्रदर्शन सामाजिक आर्थिक विकास की दृष्टि से किया गया, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल एनडीआरएफ की झांकी मानवीय सहायता एवं सहयोग की गतिविधियों का प्रदर्शन करती हुई, जल मिशन से जुड़ी हुई केंद्र सरकार की नई पहल को दर्शाती हुई जल संसाधन मंत्रालय की जल ही जीवन दान की झांकी, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की ओर से उद्यान के प्रति आकर्षित करने वाली झांकी, कश्मीर से कन्याकुमारी तक विकास को गति देने वाले सीपीडब्ल्यूडी की झांकी भी देखने को मिली.
परेड में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित देश के विभिन्न राज्यों से असाधारण काम करने वाले बच्चों का दस्ता भी शामिल था जिसे देख कर लोगों ने तालियों की गडगडाहट से उनका प्रोत्साहन किया. इस्नके अलावा अरविंद गुप्ता डीएवी सैंटनरी पब्लिक स्कूल मॉडल टाउन दिल्ली के बच्चों की ओर से प्रस्तुत योग पर आधारित प्रदर्शन जिसमें 160 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया, वेस्ट जोन कल्चरल सेंटर उदयपुर की ओर से प्रस्तुत गरबा डांस, विनय नगर बंगाली सीनियर सेकेंडरी स्कूल नई दिल्ली के बच्चों की ओर से बाउल म्यूजिक का प्रदर्शन किया गया.
राजपथ पर सलामी मंच के सामने सर्वोदय कन्या विद्यालय बी ब्लॉक जनकपुरी नई दिल्ली के बच्चों की ओर से राजस्थानी राजस्थान के सौंदर्य का नृत्य के माध्यम से राजस्थान की सुंदरी का प्रस्तुतीकरण, सीआरपीएफ के जवान मोटरसाइकिल पर अद्भुत करतब दिखाते हुए सीआरपीएफ की महिला जवानों का दस्ता, सीआरपीएफ की महिला दस्ता का फ्लैग मार्च ऑल राउंड डिफेंस जिसमें हथियारों का पोजीशन लेते हुए मोटरसाइकिल पर सवार महिलाओं का दस्ता बीम रोल का प्रदर्शन महिला दस्तों की ओर से किया गया.
परेड के अंतिम चरण में हेड कांस्टेबल संगीता कुमारी की ओर से मोटरसाइकिल पर सीढ़ियों पर सवार होकर अपने संतुलन का जबरदस्त प्रदर्शन किया गया साथ ही जीवन पिरामिड के रूप में 21 महिला डेयरडेविल्स की ओर से मोटरसाइकिल पर सवार संतुलन का जबरदस्त प्रदर्शन किया गया जिसे अनिता कुमारी ने नेतृत्व किया, इसके बाद त्रिशूल का प्रदर्शन किया गया, 3 चिनूक हेलीकॉप्टर का प्रदर्शन गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार शामिल किया गया, ग्रुप कैप्टन मन्नत चाय लो के नेतृत्व में 5 अपाचे हेलीकॉप्टर का शानदार तालमेल करता हुआ प्रदर्शन, विंग कमांडर एसके चौहान के नेतृत्व में डॉर्नियर फॉरमेशन जिसमें तीन एरोप्लेन शामिल किए गए, ग्रुप कैप्टन वी पी सिंह के नेतृत्व में हरक्यूलिस प्रदर्शन, आकाश में नित्य फॉरमेशन का इसमें दो सुखोई विमान शामिल किए गए, 780 किलोमीटर प्रति घंटा की चाल से होने वाले जगुआर विमान जिसमें पांच विवान तीर के फॉरमेशन में कमाल का करतब दिखाते हुए, 5 विमान सुखोई को पीछा करते हुए, त्रिशूल के फॉरमेशन में सुखोई 30 एमकेआई, फ्लाइंग कार्ट का प्रदर्शन विंग कमांडर मिश्रा द्वारा किया गया।