हरियाणा को तिलहन संवर्धन और उत्पादन में उल्लेखनीय सफलता लिए मिला राष्ट्रीय पुरस्कार, पीएम ने किया सम्मानित

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चंडीगढ़ हरियाणा कृषि विभाग को आज विशेष रूप से तिलहन संवर्धन और उत्पादन के तहत उल्लेखनीय सफलता प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया।

हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, जय प्रकाश दलाल ने आज बेंगलुरु में आयोजित 2017-18 के लिए तिलहन श्रेणी में सराहनीय पुरस्कार समारोह में पुरस्कार प्राप्त किया। पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र और एक करोड़ रुपये की राशि शामिल थी।

इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए, कृषि और किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल, जो पुरस्कार समारोह में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री के साथ उपस्थित थे, ने कहा कि विभाग ने तिलहन फसलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई पहल की हैं। विशेष रूप से हरियाणा में सरसों की फसल का रकबा राज्य में 5.10 लाख हेक्टेयर से लेकर 6.36 लाख हेक्टेयर के बीच है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को पारिश्रमिक मूल्य प्रदान करने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं और साल 2016-17 के दौरान राज्य में पहली बार सरसों की खरीद शुरू की है और यह आज तक जारी है। प्रारंभ में, भारत सरकार द्वारा निर्धारित एमएसपी में मूल्य समर्थन योजना के तहत 37000 एमटी सरसों की खरीद की गई थी, साल 2017-18 के दौरान, 2.69 एलएमटी सरसों की कुल खरीद की गई थी और साल 2018-19 के दौरान इसे बढ़ाकर 6.19 एलएमटी कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि 2016-17 (9.35 एलएमटी) की तुलना में 2017-18 (11.08 एलएमटी) के दौरान सरसों के उत्पादन में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि 2016-17 (1850 किलोग्राम / हेक्टेयर) की तुलना में 2017-18 (2018 केजी / हेक्टेयर) के दौरान सरसों की औसत उपज में काफी वृद्धि हुई है। इसके अलावा, तिलहन के तहत बीज प्रतिस्थापन दर बढकऱ 99.82 प्रतिशत हो गई।

उन्होंने कहा कि कृषि विभाग ने कम उत्पादकता वाले ब्लॉकों के लिए विशिष्ट कार्यक्रम शुरू किया। किसानों को नवीनतम पैकेज और नई किस्मों, नए उर्वरक प्रबंधन और एकीकृत कीट और रोगों के प्रबंधन के बारे में बताया गया है।

उन्होंने कहा कि किसानों को बिजली, पानी की आपूर्ति और ऋण सुविधा सुनिश्चित करने के लिए, विभाग ने अग्रिम रूप से विभिन्न बैठकों के माध्यम से बिजली, सिंचाई और सहयोग जैसे अन्य विभागों के साथ बेहतर तरीके से समन्वय किया है।

उन्होंने कहा कि किसानों को 11.93 लाख किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए और 2017-18 के दौरान किसानों को 9898.3 करोड़ रूपए का फसली ऋण जारी किया गया। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के निदेशक श्री चंदर शेखर खरे भी इस अवसर पर उपस्थित हैं।

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