नई दिल्ली : केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय नई वस्त्र नीति 2020 तैयार करने की प्रक्रिया में है। नई नीति का विज़न प्रतिस्पर्धी वस्त्र क्षेत्र विकसित करना है, जो आधुनिक, समावेशी और टिकाऊ हो। नई नीति में हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्रों को प्राथमिकता देते हुए वस्त्र एवं परिधान, तकनीकी वस्त्र, कृत्रिम फाइबर उत्पाद तथा निर्यात पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके लिए मंत्रालय की ओर से सभी सम्बंधित पक्षों से सुझाव आमंत्रित किया गया है.
वस्त्र मंत्रालय ने ऊन, सूती, रेशम, जूट, कृत्रिम फाइबर, हथकरघा, हस्तशिल्प, पावरलूम, अवसंरचना, निवेश, परिधान, निर्यात, ब्रैंडिंग व गुणवत्ता नियंत्रण, तकनीकी वस्त्र, मानव संसाधन, प्रौद्योगिकी और मशीनरी का उन्नयन आदि विषयों पर सभी हितधारकों से सुझाव आमंत्रित किए हैं। वस्त्र उद्योग के विभिन्न उप-क्षेत्रों के उत्पादन, निर्यात और रोजगार सृजन की गति तेज होगी। नई वस्त्र नीति को प्रधानमंत्री के विज़न ‘मेक इन इंडिया’ को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। प्रत्येक जिले से निर्यात क्षमता युक्त एक उत्पाद की पहचान की जा रही है।
नई वस्त्र नीति, 2020 के संबंध में सुझाव वस्त्र मंत्रालय की वेबसाइट www.texmin.nic.in (होमपेज के ‘व्हाट न्यू’ खंड में) पर 15 जनवरी तक दिए जा सकते हैं।