बाल महोत्सव में तीसरे दिन पहुंचे 50 हजार बच्चे, घुड़सवारी और ऊँट की सवारी में व्यस्त

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बाल महोत्सव में तीसरे दिन पहुंचे 50 हजार बच्चे, घुड़सवारी और ऊँट की सवारी में व्यस्त 2

चंडीगढ़हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा गुरुग्राम में आयोजित राज्य स्तरीय महोत्सव 2019 के तीसरे दिन 40 से 50 हजार बच्चों ने पहुंच राज्य स्तरीय बाल महोत्सव को ऐतिहासिक बना दिया।

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सर्द मौसम में भी सुबह 9 बजे से बच्चे राज्य स्तरीय बाल महोत्सव में पहुंचने शुरू हो गए थे। यह सिलसिला पूरे दिन जारी रहा। बच्चों ने राज्य स्तरीय बाल महोत्सव में जमकर मस्ती की। नाचते गाते मुस्कुराते बच्चे हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय महोत्सव के उद्देश्य को सार्थक करते दिखे। महोत्सव में न केवल प्रदेश और देश बल्कि विदेश से आए सैलानियों ने भी शिरकत की। राज्य स्तरीय बाल महोत्सव के प्रतियोगियों द्वारा बनाई गई चित्रकारियों और कलाकृतियों ने सबका मन मोह लिया। प्रदेश के विभिन्न जिलों ने अलग-अलग स्टॉल लगाकर प्रदर्शनी लगाई जो आकर्षण का केंद्र रही। जादूगर का तमाशा और कठपुतली का डांस भी आकर्षण का केंद्र बना रहा।

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बच्चे ढोल की थाप पर थिरकते हुए शिक्षा के बढ़ते दबाव से दूर मौज मस्ती करते दिखे। बाल महोत्सव में बच्चों को भोजन के साथ साथ वीटा के दूध की बोतलें भी निशुल्क दी गई। महोत्सव में हरियाणवी सिंगर केडी ने पहुंचकर बच्चों और लोगों का जमकर मनोरंजन किया। उन्होंने अपने गानों के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति और संस्कारों को संजोए रखने का संदेश दिया। स्कूली बच्चों ने परिषद द्वारा लगाए गए निशुल्क झूलों पर झूल कर खूब मस्ती की। परिषद द्वारा बच्चों के मनोरंजन के लिए घुड़सवारी और ऊँट की सवारी की व्यवस्था भी निशुल्क की गई है जिसका बच्चों ने जमकर लुत्फ़ उठाया।

राज्य स्तरीय महोत्सव में पहुंचे कई शिक्षक किंगडम ऑफ ड्रीम्स जैसे विश्व प्रसिद्ध स्थल को देखकर भावुक हो गए और कहा कि यह अपने आप में अनूठा और ऐतिहासिक है कि प्रदेश के हर बच्चे के लिए किंगडम ऑफ ड्रीम्स के द्वार खुले हैं। विश्व स्तरीय मंच पर राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का होना बच्चों का हौसला बढ़ाने वाला है।

परिषद के महासचिव श्री कृष्ण ढुल ने कहा कि परिषद बच्चों के सपनों को साकार करने का प्रयास कर रही है और इसी कड़ी में वे लगातार इस तरह के आयोजनों को बढ़ावा दे रहे हैं ताकि बच्चों को प्रतिभा निखारने का मंच मिल सके। महोत्सव के चौथे दिन 22 दिसम्बर, रविवार को अधिक बच्चे और लोग पहुंचने की संभावना है।

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