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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार, 29 जुलाई, 2019 को लोक कल्याण मार्ग पर अखिल भारतीय बाघ आकलन – 2018 के चौथे चक्र का परिणाम जारी करेंगे। माना जाता है कि बाघ आकलन अभ्यास कवरेज, नमूने की गहनता और कैमरा ट्रैपिंग की मात्रा के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा वन्य जीव सर्वेक्षण प्रयास है।
भारत प्रत्येक चार वर्ष में अखिल भारतीय बाघ आकलन करता है। आकलन के तीन चक्र 2006, 2010 और 2014 में पहले ही पूरे हो चुके हैं।
सरकार और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने भी जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए बाघों का आर्थिक मूल्यांकन किया है। इस तरह की युक्तियों और प्रक्रियाओं को कानूनी रूप से अनिवार्य बाघ संरक्षण योजना के माध्यम से संचालित किया गया है जिससे इसका संस्थागत होना सुनिश्चित किया जा सके।