लायंस क्लब की पहल पर शलोम हिल्स इंटरनेशनल स्कूल ने सौ से अधिक पौधे लगाए

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-शलोम हिल्स इंटरनेशनल स्कूल की एम् डी, डॉ लिली जार्ज ने छात्र-छात्राओं को प्रकृति से प्रेम करने की सीख दी

-लायन डी वी तनेजा ने पौधारोपण के वैज्ञानिक महत्व को समझाया

-कई वर्षों से चलाये जा रहे  ‘सेव मदर अर्थ’ प्रोजेक्ट से जुड़े शहर के दर्जनों प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान

-लायन तनेजा ने आश्वस्त किया : जन आन्दोलन बानाने तक जारी रहेगा यह अभियान

-शलोम ग्रुप ऑफ स्कूल्स की प्रमुख, रुचि भाटिया ने कहा : पेड़ पौधों के विना हमारा इकोसिस्टम पूरी तरह चरमरा जाएगा

गुरुग्राम : लायंस क्लब गुड़गांव सिटी एवं शलोम हिल्स इंटरनेशनल के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पौधारोपण का यह आयोजन लायंस क्लब के ‘सेव मदर अर्थ’ प्रोजेक्ट अभियान के तहत किया जा रहा है . इस प्रोजेक्ट के चेयरमैन लायन डी वी तनेजा के निर्देशन में आज शलोम हिल्स इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों, शिक्षकों एवं प्रबंधन प्रतिनिधियों ने 100 से अधिक पौधे स्कूल कैंपस में लगाए. स्कूल प्रबंधन ने आगे भी इस मुहीम को जारी रखने का ऐलान किया है. इस खास मौके पर शलोम हिल्स इंटरनेशनल स्कूल की मेनेजिंग डायरेक्टर डॉ लिली जार्ज ने एक तरफ बच्चों को प्रकृति से प्रेम करने की सीख दी तो दूसरी तरफ लायन डी वी तनेजा ने पौधारोपण के वैज्ञानिक महत्व की व्याख्या की.लायंस क्लब की पहल पर शलोम हिल्स इंटरनेशनल स्कूल ने सौ से अधिक पौधे लगाए 2

उल्लेखनीय है कि लायंस क्लब गुड़गांव सिटी की ओर से पिछले कई वर्षों से लगातार ‘सेव मदर अर्थ’ प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. लायन डी वी तनेजा के निर्देशन में इस अभियान के तहत शहर की दर्जनों सामाजिक संस्थाओं एवं शैक्षणिक संस्थाओं को भी पर्यावरण संरक्षण एवं संतुलन के लिए काम करने को प्रेरित करने में सफलता मिली है.उनका अधिकतम फोकस पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों के प्रति लोगों को जागरूक करने एवं उसके लिए कारगर उपायों को सुझाने  पर रहता है।

शलोम ग्रुप ऑफ स्कूल्स की प्रबंध निदेशक डॉक्टर लिली जॉर्ज ने भी इस अवसर पर स्कूल के कैंपस में पौधारोपण किया और स्कूल के छात्र –छात्राओं को पर्यावरण के लिए बढ़-चढ़कर काम करने को कहा. उन्होंने कहा कि पेड़-पौधों के साथ हमारा ख़ास सम्बन्ध है और हम प्रकृति के बेहद करीब हैं. उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मनुष्य के लिए प्रकृति का सबसे बड़ी देन पेड़-पोधे हैं. इसका सीधा सम्बन्ध मानव जीवन से है लेकिन हम अपनी ही गलतियों के कारण प्रदूषित वातावरण में रहने को मजबूर हैं.

डॉ  लिली ने पर्यावरण प्रदूषण के कारण देश और दुनिया को हो रहे नुकसान की ओर सभी का ध्यान आकर्षित किया. उनका कहना था कि दुनिया में आर्थिक विकास तेज गति से हो रहा है लेकिन इसके साथ साथ प्रकृति के साथ खिलवाड़ भी हो रहा है. हम विकास के अंधे दौड़ में आने वाली पीढ़ी की दृष्टि से समस्या उत्पन्न कर रहे हैं. बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई हो रही है. वन का क्षेत्रफल घटता जा रहा है जिसका सीधा असर हमारे जीवन पर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि आज देश व दुनिया में रोग की विविधताएं, पर्यावरण में असंतुलन के कारण ही देखने को मिल रही हैं. उन्होंने आगाह किया कि हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंतित होने की जरूरत है. उन्होंने इस चिंता का एक मात्र निराकरण पौधा रोपण बताया.

शलोम ग्रुप ऑफ स्कूल्स की प्रमुख रुचि भाटिया ने भी स्कूल के प्रांगन में पौधारोपण किया और लायंस क्लब गुड़गांव सिटी की ओर से शुरू किए गए इस अभियान की सराहना की. उन्होंने कहा की विज्ञान के अनुसंधान में यह स्पष्ट है कि हमारा जीवन पौधों पर आधारित है. पौधे हैं तो मानव जीवन भी सुरक्षित है. उन्होंने बल देते हुए कहा कि पेड़ पौधों के विना हमारा  इकोसिस्टम पूरी तरह चरमरा जाएगा और इसका सर्वाधिक नुकसान मनुष्य को झेलना पड़ेगा जबकि इसका कुप्रभाव संसार के अन्य जीव-जंतुओं पर भी पड़ेगा. उनका कहना था कि अब तक का अध्ययन बताता है कि पौधे पर्यावरण संतुलन के लिए एक अहम अंग के रूप में काम करते हैं. इनसे अनायास ही हमें वह चीज मिलती है जिसे कृत्रिम तौर पर न तो बनाया नहीं जा सकता और ना ही इतने बड़े पैमाने पर वातावरण को सुपुर्द किया जा सकता है.

इस अवसर पर लायंस क्लब गुड़गांव सिटी द्वारा चलाए जा रहे ‘सेव मदर अर्थ’ प्रोजेक्ट के चेयरमैन लाइन डी वी तनेजा ने इस अभियान की रूपरेखा और इसके लक्ष्य के बारे में बताया. उन्होंने कहा की पर्यावरण हमें हमेशा देता है लेकिन प्राकृतिक संसाधनों के स्रोत भी सीमित हैं जिसे हमें याद रखने की जरूरत है. हम अपनी सुविधाओं के लिए प्रकृति को असीमित नुकसान पहुंचा रहे हैं. आज अधिकतम ऊर्जा का उपयोग हो रहा है जिससे कार्बन मोनोऑक्साइड का उत्सर्जन भी सर्वाधिक हो रहा है. इसे ओजोन की परत में छिद्र हो रहे हैं और ग्लोबल वार्मिंग ने हमें घेर लिया है. तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. लायन तनेजा ने कहा कि अगर हमें सूर्य की तपन और प्रदूषित वातावरण से स्वयं को एवं आने वाली पीढ़ी को बचाना है तो  कारगर कदम उठाने होंगे. इसके लिए सबसे बेहतरीन सटीक एवं आसान उपाय है दुनिया में आधुनिक विकास और पर्यवरण के बीच संतुलन बनाये रखना जो तभी संभव है जब प्रत्येक व्यक्ति पौधे व पेड़ लगाएगा.

उन्होंने आगाह किया कि प्राकृतिक श्रोत का अनियमित दोहन हो रहा है जबकि भारत हो या दुनिया की अन्य देश सभी जगह पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले साधन लगातार विकसित किए जा रहे हैं. इनमें अधिकतम पेट्रोलियम पदार्थों का उपयोग हो रहा है. विभिन्न प्रकार के वेस्ट मटेरियल बड़े पैमाने पर निकल रहे हैं चाहे वह प्लास्टिक उद्योग, ऑटो उद्योग, केमिकल उद्योग हो या गारमेंट्स उद्योग या फिर भवन निर्माण के काम हो या फिर डोमेस्टिक यूजर । इससे सॉलि़ड वेस्ट मटेरियल भी निकलते हैं जबकि बड़े पैमाने पर कार्बन मोनोऑक्साइड, हाइड्रोकार्बंस, केमिकल्स एवं अन्य ऑर्गेनिक वेस्ट उत्सर्जित होते हैं जो सीधे तौर पर हवा को या वातावरण के अन्य करक को नुकसान पहुंचा रहे हैं. लायन तनेजा ने  कहा कि केवल उद्योग ही नहीं बल्कि आधुनिक रिसर्च तो अब एग्रीकल्चरल वेस्ट से भी पर्यावरण को नुकसान होने की बात स्वीकार कर रहे हैं. क्योंकि इनमें उपयोग किए जा रहे पेस्टिसाइड्स, इंसेक्टिसाइड और अन्य केमिकल फर्टिलाइजर्स न तो पौधे के लिए अनुकूल हैं और न ही मीट्टी के लिए. उन्होंने आश्वस्त किया कि जन आन्दोलन बानाने तक जारी रहेगा यह अभियान .

लायंस पब्लिक स्कूल के प्रबंधक राजीव कुमार आज के पौधारोपण कार्यक्रम में मौजूद थे. उन्होंने कहा कि लैंड फील्स में बड़े पैमाने पर निकलने वाले मीथेन से भी पर्यावरण में असंतुलन पैदा हो रहा है. उनका कहना था कि अगर वायु , जल या अन्य प्रकार के पर्यावरणीय दुष्प्रभावों को न्यूनतम करना है या फिर समाप्त करना है तो हमें सर्वाधिक जोर पौधारोपण पर डालना होगा. उन्होंने कहा कि अब हम सबका मूल मन्त्र “पेड़ लगाएं जीवन को खुशहाल बानाएं” होना चाहिए. उन्होंने कि साथ ही इससे बचने एक उपाय यह भी है कि उस प्रकार की गतिविधियों पर हम रोक लगाएं और ऐसी वस्तुओं की उपयोग से हम स्वयं को अलग करें जिससे वातावरण को सीधा नुकसान हो रहा है. उनके अनुसार सबसे आसान एवं वैज्ञानिक तरीका है पौधारोपण करना और उसे तब तक मेंटेन करना चाहिए जब तक कि वह पेड़ का रूप धारण न करें और प्रकृति को कुछ देने की स्थिति में ना पहुंच जाए. उन्होंने प्लांटेशन अभियान में सहयोग करने एवं शामिल होने के लिए शालोम हिल्स इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधन का आभार जताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनके स्कूल के सभी छात्र-छात्राएं एवं समस्त स्टाफ पौधारोपण अभियान से जुड़ेंगे और अपने आस पास पड़ोस के लोगों को भी कम से कम एक पौधा लगाने के लिए प्रेरित करेंगे।

पौधारोपण अभियान का हिस्सा बने लायन ए के बहल ने भी अपने विचार व्यक्त किये. उन्होंने अप ने संबोधन में कहा कि  वन महोत्सव हमारे जीवन का अनिवार्य अंग बन जाना चाहिए हम और हमारे पौधे एक दूसरे के लिए पूरक है और इस धारणा को पुख्ता कर लेना चाहिए तभी यह संसार लंबा चलेगा.

लायन प्रमोद सलूजा ने भी शलोम हिल्स इंटरनेशनल स्कूल के प्रागण में एक पौधा लगाया और आने वाले समय में फलदार पेड़ लगाने का सुझाव दिया.

लायंस क्लब गुडगाँव सिटी एवं शलोम हिल्स ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स  के प्रबंधन की ओर से आयोजित पौधारोपण अभियान को गति देने के लिए स्कूल के छात्र –छात्राओं व उनके कोऑर्डिनेटर एवं अन्य स्टाफ्स ने पुरजोर कोशिश की. लायंस क्लब के पदाधिकारियों ने सभी के सहयोग की सराहना की.

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