देखिए : इस घटना की लाइव वीडियो और विश्लेषण करें किसकी गलती थी , किसने पहले तेजधार कृपाण से हिसंक हमला किया : https://youtu.be/HGXczgo4trE
नई दिल्ली : दिल्ली के मुखर्जीनगर इलाके में दिल्ली पुलिस के कुछ कर्मियो और ऑटो ड्राइवर के बीच हुई मारपीट का मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है। कहा जा रहा है कि दिल्ली पुलिसकर्मियों द्वारा एक ऑटो ड्राइवर को बेरहमी से पीटा गया जबकि यह स्थिति ऑटो ड्राइवर द्वारा पुलिस कर्मी पर कृपाण से हमला करने के बाद उत्पन्न हुई। सोशल मीडिया पर जारी वीडियो के मुताबिक ऑटो ड्राइवर अपना कृपाण निकाल कर कुछ पुलिसकर्मियों पर हमला करने के लिए दौड़ा और उन्हें खदेड़ने की कोशिश की। उसने एक व्यक्ति पर हमला भी बोल दिया, उसी दौरान पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा कर उसे पकड़ा और आत्मरक्षा में उसे काबू करने के लिए उसकी पिटाई कर दी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। इस पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आधा अधूरा वीडयो जारी कर भाजपा के सांसदों को कोसा।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एक ग्रामीण सेवा टैंपो और एक पुलिस वाहन के बीच टक्कर हो गयी। इसके बाद दोनों के बीच बहस हो गई। इसी बीच टैंपो चालक हिंसक हो गया और उसने अपनी कृपाण निकाल कर पुलिस कर्मी पर हमला करने को दौड़ा। कई बार पुलिस कर्मियों को पीछे भागना पड़ा।वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि टैंपो चालक की ओर से किए गए हमले में पुलिस का एक अधिकारी घायल हो गया। बड़ी मुश्किल से हिंसक बने ऊक्त टेम्पो चालक को काबू किया जा सका। इस दौरान ही टेम्पो चालक को काबू करने के लिए पुलिस कर्मी ने उस पर लाठियां चलाई। अधिकारियों ने बताया है कि दोनों के वाहन में टक्कर होने के बाद टैंपो चालक ने पुलिस अधिकारी पर तलवार से हमला कर दिया।
अधिकारी ने बताया कि टैंपो चालक ने धारदार हथियार से पुलिस अधिकारी के सिर पर हमला कर दिया। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं। इस पूरे ंमामले में सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने पुलिसकर्मियों की करवाई की निंदा की है और कहा है कि इस मामले पर पूरी जांच की जाएगी। उन्होंने इस बहाने भाजपा के सांसदों पर भी हमला बोला है।बताया जाता है कि संबंधित क्षेत्र के डीसीपी ने इस मामले में 3 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना कल दोपहर 1 बजे की है। इस संबंध में एरिया डीसीपी ने जांच समिति गठित की है।
राजनीतिक रूप से पुलिसकर्मियों पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि इन्होंने सिख समुदाय से ताल्लुख रखने वाले ऑटो चालक और उसके बेटे को बिना वजह जमकर पिटाई कर दी हालांकि वीडयो अपने आप में यह बया कर रहा है कि पहले ऑटो चालक ने ही धारदार हथियार से पुलिस पर हमाल बोला। जब उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही थी तब भी वह कृपाण निकाल कर पुलिस कर्मीयों को खदेड़ रहा था। पुलिस ने भी कहा है कि उसने एक पुलिसकर्मी पर तलवार से हमला कर दिया था।
टैंपो और पुलिस वाहन के बीच टक्कर के बाद ही ये विवाद शुरू हुआ जिसके बाद टैंपो चालक ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस घटना के बाद मुखर्जी नगर और जीटी रिंग रोड में पुलिस के विरोध में प्रदर्शन किया गया। स्थिति यहां तक पहुंच गई कि वीडियो की जांच किये विना ही गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी इस मारपीट की घटना की 1984 के सिख दंगों से तुलना कर दी।