नाबालिग से रेप के बाद छत से फेंककर कर दी हत्या, दरिंदों पर पुलिस मेहरबान

Font Size

नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के कंझावला इलाके में रहने वाले परिवार ने दिल्ली महिला आयोग (DCW) से संपर्क कर आरोप लगाया कि इस साल की शुरुआत में उनकी नाबालिग बेटी का सामूहिक बलात्कार किया गया और उसे मकान की छत से फेंक दिया गया. पीड़ित लड़की की बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई. मामले में पीड़ित परिवार ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

पीड़ित परिवार के मुताबिक, 16 जनवरी, 2019 को उनकी 16 वर्षीय बेटी अपनी सहेली के साथ कनॉट प्लेस में ट्रेनिंग के लिए गई थी. जब वह घर नहीं लौटी तो अगले दिन परिवार ने कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में लडकी की गुमशुदगी दर्ज कराई। उन्हें सूचित किया गया कि उनकी बेटी को करोलबाग के नजदीक जख्मी हालत में पाया गया था और उसे लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

अस्पताल पहुंचने पर पीड़ित परिवार को बताया गया कि लड़की को ज्यादा ऊंचाई से गिरने की वजह से गंभीर चोटें आईं थीं, इसलिए इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है। पीड़ित लड़की ने 20 जनवरी को सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. गंभीर हालत में होने के चलते उसके बयान दर्ज नहीं किए जा सके थे. हालांकि, 17 जनवरी की सुबह लगभग 10.45 बजे पीसीआर वैन को घायल लड़की के बारे में सूचना मिली थी, लेकिन उनका कहना है कि प्रसाद नगर के मिलिट्री रोड इलाके में इस घटना का कोई चश्मदीद नहीं मिला।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले का संज्ञान लिया है. आयोग ने दिल्ली पुलिस के एसएचओ को इस केस में गंभीर आरोपों को दबाने के लिए नोटिस जारी किया है। बच्ची की मां की शिकायत के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन एफआईआर में बलात्कार, हत्या, अपहरण, पॉक्सों एक्ट और सबूतों को नष्ट करने की धाराएं नहीं लगाईं हैं।

इसके अलावा इंसाफ मांग रही पीड़िता की मां की मदद कर रहे एकता विहार के RWA अध्यक्ष को पुलिसकर्मियों ने पीड़ित परिवार को सहयोग न देने के लिए धमकी भरे फोन किए हैं। दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा दिए आदेश को अनदेखा कर पुलिस ने इस घटना के बारे में आयोग को सूचित नहीं किया. इसे लेकर भी आयोग ने पुलिस को नोटिस जारी किया है.

नोटिस में एकता विहार RWA अध्यक्ष को धमकाने में शामिल पुलिस कर्मियों का नाम मांगा गया है और उनके खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्योरा भी मांगा है। दिल्ली महिला आयोग आयोग ने लेडी हार्डिंग और सफदरजंग अस्पताल को भी नोटिस जारी किया है ताकि मृतका की मेडिकल रिपोर्ट मांगी जा सके।

स्वाति मालीवाल ने मामले पर कहा कि राजधानी में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं. ताजा मामले में पीड़ित लड़की अपनी चोटों के दर्द से से पहले असहनीय पीड़ा से गुजरी. वह बहुत गरीब पृष्ठभूमि से थी और उसके पिता कुछ समय पहले ही गुजर गए थे. आयोग उसके लिए इंसाफ मांगने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा. हम पीड़िता के परिवार को मुआवजा दिलाने के लिए अदालत में एक आवेदन भी दायर करेंगे।

You cannot copy content of this page