अवैध निर्माण की शिकायत करने वाले एक सेवा निवृत्त अधिकारी को अपहरण व जान से मारने की धमकी, पुलिस व प्रशासन मौन क्यों ?

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गुरुग्राम। गुरुग्राम में निगम के बड़े अधिकारियों के संरक्षण में अवैध मकान व फ्लैट बना कर करोड़ों की कमाई करने का अनैतिक धंधा चरम पर है। हालत यह है कि इसका विरोध करने वालों को जान से मारने व पूरे परिवार का अपहरण करने की धमकी मिलती है। शिकायत करने पर न तो पुलिस और न ही निगम के अधिकारी कोई कार्रवाई करने की जहमत उठाते हैं। चर्चा यह है कि चुनावी वर्ष होने के कारण राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी ऐसे रसूखदार लोगों के गैरकानूनी धंधे के प्रति आंखें मूंद ली है।

इस प्रकार का नायाब उदाहरण शहर के कृष्णा कालोनी में देखने को मिला रहा है। शहर की उक्त कालोनी में रहने वाल लोक जनसंपर्क विभाग हरियाणा का एक सेवा निवृत्त अधिकारी अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर थाने से लेकर डीजीपी तक से गुहार लगा हैं। यहां अवैध तरीके से मकान बनाने व अनधिकृत रूप से सड़क पर कब्जा करने का विरोध करने वाले कृष्णा कालोनी निवासी सीनियर सिटीजन आर एस दहिया व उनके पूरे परिवार का जीना दूभर हो गया है। अवैध निर्माण करने वाले ने सरेआम उन्हें जान से मारने व अपहरण करने की धमकी दी है। इसकी शिकायत पुलिस व प्रशासन से बारम्बार करने के बावजूद उसके खिलाफ अब तक न तो कोई कार्रवाई हुई है और न ही अवैध निर्माण पर रोक लगाई गई है। अंततः उन्होंने अपने पूरे परिवार की सुरक्षा की मांग करते हुए देश के प्रधानमंत्री, हरियाणा के मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, हरियाणा मानव अधिकार आयोग एवं मुख्य न्यायाधीश, हरियाणा व पंजाब हाई कोर्ट को सारी स्थिति से अवगत कराते हुए शिकायती पत्र भेजा है।

हरियाणा के पुलिस महानिदेशक को भेजे उक्त पत्र में श्रो दहिया ने अपनी व अपने परिवार की जानमाल की सुरक्षा को गंभीर खतरा बताया है और अवैध मकान बनाने वाले तरुण व मन्नू नामक व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी करवाई की मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि तरुण व मन्नू दोनों 11 जनवरी 2019 को सुबह 11 बजे 8-10 बदमाशो के साथ आये और उनके साथ गाली गलौच करने लगे। उन लोगों ने दहिया को जान से मारने की धमकी दी साथ ही पूरे परिवार का अपहरण करने की धमकी भी दी। बकौल दहिया उन लोगों ने उनका नामोनिशान मिटाने की भी धमकी दी। भयभीत होकर वे घर के अंदर भागे और 100 न. पर एवं न्यू कालोनी पुलिस को फोन कर इस घटना की जानकारी दी साथ ही अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई।

शहर में चर्चा जोरों पर है कि निगम के अधिकारी और संबंधित इलाके की पुलिस का ऐसे अवैध निर्माण करने वालों और फ्लैट बना कर बेचने वालों को संरक्षण प्राप्त है।इस अनैतिक गठबंधन में बिल्डर ,अधिकारी , पुलिस व नेता तीनों शामिल हैं। पुराने गुड़गांव प्रत्येक वार्ड में लगभग सभी कालोनियों में अवैध फ्लैट बनाने व बेचने की बाढ़ आ गयी है। सारे नियमों को ताक पर रख कर निर्धारित एरिया से छोटे प्लॉटस में फ्लैट्स बन रहे हैं और उनकी रजिस्ट्री भी हो रही है। आम आदमी इस संगठित गिरोह की ओर आंख उठा कर भी नहीं देख सकता। क्योंकि इन्हें पुलिस व प्रशासन दोनों का संरक्षण प्राप्त है। लोगों का कहना है कि एक रिटायर्ड अधिकारी की जब इस व्यवस्था में कोई सुनने वाला नहीं है तो फिर सामान्य नागरिक की क्या औकात ?

इस बात की पुष्टि दहिया की उक्त शिकायत से होती है जिसमें दहिया ने कहा है कि सूचना मिलने पर न्यू कालोनी थाने की पुलिस मौके पर आई और उन्हें थाने जाकर लिखित शिकायत करने को कहा। श्रो दहिया ने इस वारदात की शिकायत थाने में दी। उन्होंने दावा किया है कि यह पूरी घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद है जिसकी फुटेज उनके पास है। वे यह सीसीटीवी फुटेज मामले की जांच के दौरान देने को तैयार हैं।

पुलिस महानिदेशक को भेजे पत्र में दहिया ने बताया है कि उक्त तरुण व मन्नू प्लाट न.309/12 कृष्णा कालोनी जो उनके मकान न.373 /12 के ठीक सामने है में अवैध बिल्डिंग का निर्माण धड़ल्ले से कर रहा है। वह गैरकानूनी तरीके से उक्त निर्माणाधीन मकान का छज्जा 4 फुट सड़क पर बाहर निकाल रहा है जबकि सड़क पर ही टॉयलेट आदि का निर्माण कर रहा है। यह स्थिति उक्त गली में रहने वाले अन्य निवासियों के लिए असुविधाजनक ही नहीं बल्कि असुरक्षा को भी निमंत्रण देने वाली है। इससे गली इतनी सकरी हो गई है कि वहां से आकस्मिक परिस्थिति में न तो कोई एम्बुलेंस और न ही फायर ब्रिगेड की कोई गाड़ी गुजर सकती है। इस अवैध निर्माण से लोग बेहद परेशान हैं लेकिन संबंधित अधिकारी शिकायत के बावजूद मूक दर्शक बने हुए हैं। इस संबंध में उनके द्वारा सीएम विंडो पर भी शिकायत की गई लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं कि गयी है । इससे अवैध निर्माण करने वालों का हौसला इस कदर बढ़ गया है कि वे शिकायत करने वालों को जान से मारने व अपहरण करने तक पर उतारू हो गए हैं।

श्री दहिया ने पत्र में स्पष्ट किया है कि उन्होंने कृष्णा कालोनी में हो रहे इस अवैध निर्माण की शिकायत , गुरुग्राम डिविजनल कमिश्नर, निगमायुक्त, मेयर , पार्षद साथ ही पुलिस आयुक्त गुरुग्राम एवं विजिलेंस को भी दी है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई उन लोगों के खिलाफ नहीं हुई है। उनका कहना है कि कृष्णा कालोनी की अधिकतर गलियों में अवैध निर्माण बड़े पैमाने पर हो रहे हैं। उच्च न्यायालय के निर्देशों का खुला उल्लंघन हो रहा है। भवन निर्माण में सुरक्षा के मानकों को सरेआम दरकिनार किया जा रहा है। प्लाट से अधिक अतिक्रमण कर सार्वजनिक रास्ते पर अवैध निर्माण कर आवासीय कालोनियों के लोगों के साथ खिलवाड़ हो रहा है।

शिकायत में सीनियर सिटीजन दहिया ने बताया है कि सबंधित अधिकारी मौन है और अवैध निर्माण करने वाले उनकी जान लेने पर तुले हैं। इसकी लिखित शिकायत के बावजूद न्यू कालोनी थाना पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया और थाना प्रभारी ने उलटे उनसे धमकी देने वालों से सुलह करने को कहा।

अपने पत्र में सेवा निवृत्त अधिकारी ने बताया है कि वे दहशत में जी रहे हैं और सरकार से पुलिस सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि उपरोक्त लोग उनके व उनके परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने पत्र में यह भी कहा है कि अगर उनके व उनके परिवार के किसी भी सदस्य को कोई नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेदारी धमकी देने वाले उन्हीं दोनों लोगों की होगी।

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