नई दिल्ली । भारत के बैंकों के हजारों करोड़ लेकर फरार शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर बड़ी कामयाबी मिलने के बाद भारत सरकार एक्शन में है। मोदी सरकार माल्या समेत कुल 58 भगोड़ों को देश वापस लाने में जुटी है जो देश के पैसे को चूना लगा विदेश में जा बसे हैं। बुधवार को संसद में इसकी जानकारी देते हुए मोदी सरकार ने कहा कि उनकी इस फेहरिस्त में विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, नितिन-चेतन संदेसरा, ललित मोदी जैसे कुल 58 भगोड़े शामिल हैं। पिछले कुछ समय में इनमें से कई के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए गए हैं।
लोकसभा में मोदी सरकार ने बताया कि ये सभी यूएई, यूके, बेल्जियम, अमेरिका जैसे देशों में जा बसे हैं। इसी अक्टूबर में ही सरकार ने वीवीआईपी हेलिकॉप्टर खरीद मामले में दो बिचौलिए के प्रत्यर्पण की मांग की है। सरकार के अनुसार, इन सभी भगोड़ों पर नए भगोड़ा कानून के तहत मामला चलाया जा रहा है। आपको बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही विजय माल्या को लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट से झटका लगा था।
कोर्ट ने विजय माल्या के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी।हालांकि, विजय माल्या ने इस आदेश के खिलाफ लंदन की उच्च अदालत में अपील भी दायर की है।आर्थिक भगोड़ों का मुद्दा बीते विधानसभा चुनावों में छाया रहा था कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नीरव मोदी, ललित मोदी और विजय माल्या से जुड़े मामलों पर केंद्र सरकार को घेरा था।