भारत एफडीआई के लिए सबसे आकर्षक स्थानों में से एक है : उपराष्ट्रपति

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एम. वेंकैया नायडू ने किया ग्लोबल एक्सपो बोत्सवाना 2018 का उद्घाटन

बोत्सवाना : भारत के उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि भारत की स्थिरता, अनुकूलता, पारदर्शिता और सुधार एजेंडा, सुरक्षित और संरचित वित्तीय प्रणाली के साथ मिलकर भारत को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए सबसे आकर्षक स्थानों में से एक बनाता है। वे आज गैबरोन, बोत्सवाना में ग्लोबल एक्सपो बोत्सवाना 2018 का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे।

इस साल का एक्सपो भारत के लिेए विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस साल 25 भारतीय कंपनियां इस कार्यक्रम में भाग ले रही हैं जो कि किसी एक देश को सबसे बड़ी भागीदारी वाला देश बनाती है।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि वार्षिक बिजनेस टू बिजनेस एक्सपो के माध्यम से वैश्विक समुदाय को अफ्रीका के साथ जुड़ने तथा भाग लेने वाले देशों के बीच समानता और उद्देश्य की भावना का प्रसार करने काअवसर मिलता है।

इस बात पर जोर देते हुए कि अफ्रीका के साथ भारत की भागीदारी में पिछले चार वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है, उपराष्ट्रपति ने दोहराया कि भारत अफ्रीका में निवेश करने के लिए उद्योग का समर्थन करता है और अपने बाजारों को निवेश के लिए खुला रखता है। भारत की आर्थिक प्रगति के बारे में वैश्विक व्यापार समुदाय को जानकारी देते हुए उपराष्ट्रपति ने भारत में होने वाले परिवर्तनकारी बदलावों पर भी प्रकाश डाला।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत की 7 प्रतिशत से अधिक की स्थिर विकास दर बोत्सवाना के उद्यमियों को विभिन्न क्षेत्रों में अवसर प्रदान करती है तथा उन्होंने मौजूदा और उभरते व्यावसायिक अवसरों को प्राप्त करने के लिए बोत्सवाना के उद्यमियों को आमंत्रित किया।

उन्होंने कहा कि वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) जैसे परिवर्तनकारी कराधान सुधारों ने भारत को एक पारदर्शी और एकीकृत बाजार बना दिया है जिससे यहां व्यवसाय करना और ज्यादा आसान हो गया है।

इस अवसर पर बोत्सवाना के उपराष्ट्रपति, श्री स्लंबर त्सोगवाने, बोत्सवाना के निवेश, व्यापार और उद्योग मंत्री, सुश्री बोगोलो जे केनवेन्दो, सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री, भारत सरकार, श्री कृष्णपाल गुर्जर, संसद के सदस्यगण और ग्लोबल एक्सपो 2018 में भाग लेने आये कई देशों सदस्य मौजूद थे।

उपराष्ट्रपति के संबोधन का पाठ

“ग्लोबल एक्सपो बोत्सवाना 2018 के उद्घाटन के लिए उपस्थित इस विशाल सभा के बीच आकर मैं खुश हूं और गौरवान्वित हूं। मैं इस अद्भुत अवसर के लिए आभारी हूं।

बोत्सवाना और भारत के बीच एक लंबी और स्थायी भागीदारी है क्योंकि हम लोकतंत्र के सामान्य मूल्यों और लोगों से लोगों के मजबूत संबंध को साझा करते हैं।

मुझे इस सुनहरे अवसर और अद्वितीय मंच पर उपस्थित होने से प्रसन्नता हो रही है जो विभिन्न देशों के व्यापारिक अधिनायकों को एक साथ लाती है। मैं इसे भारत-बोत्सवाना व्यापार संबंधों में एक और मील का पत्थर मानता हूं।

मैं बोत्सवाना की राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता तथा इसके दक्षिणी अफ्रीकी क्षेत्र में सबसे तीव्र गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था वाली स्थिति की सराहना करता हूं।

भारत बोत्सवाना द्वारा अपने क्षेत्रीय साझेदारों को एकीकृत करने और अफ्रीका के लिए समावेशी विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की सराहना करता है। मैं एक ऐसे देश से आता हूं जो प्राचीन काल से यह मानता रहा है कि पूरी दुनिया एक बहुत बड़ा परिवार है।

यह एक ऐसा देश है जिसने राष्ट्रों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को जन्म दिया है। यह एक ऐसा देश है जो मानता है कि सभी देशों को मानव जीवन में सुधार के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

मेरे विचार से, ग्लोबल एक्सपो एक ऐसा मंच है जो समानता और उद्देश्य की भावना को मजबूत करता है, यह महसूस कराता है कि साझेदारी अधिक समृद्ध हो सकती है और इस भावना को गहरा बनाता है कि हम एक ऐसी दुनिया को बनाने के लिए तेज़ी से आगे बढ़ सकते हैं, जहां हम एक-दूसरे से सीखना चाहते हैं।

मैं बोत्सवाना सरकार द्वारा अक्टूबर महीने में 2006 से ही प्रत्येक वर्ष इस विशेष व्यापार-से-व्यापार प्रदर्शनी की संकल्पना और आयोजन के लिए बधाई देता हूं।

मैं स्थानीय कंपनियों और विभिन्न प्रादेशिक क्षेत्रों की उत्साहवर्धक भागीदारी की सराहना करता हूं जो अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन करते हैं और व्यापार के अवसरों को बढ़ाने के लिए इस मंच का उपयोग करते हैं।

मैं समझता हूं कि इस साल के एक्सपो में 25 भारतीय कंपनियां भाग ले रही हैं और मुझे जानकर प्रसन्नता हो रही है कि यह किसी एक देश द्वारा एक्सपो में सबसे बड़ी भागीदारी है।

मुझे विश्वास है कि यह एक्सपो बोत्सवाना के वस्तु निर्यात को आगे बढ़ाएगा, आंतरिक और क्षेत्रीय व्यापार को मजबूत करेगा, एफडीआई को आकर्षित करेगा, घरेलू निवेश का विस्तार करेगा तथा बोत्सवाना और निवेशकों के बीच संयुक्त उद्यम का अवसर प्रदान करेगा। मुझे उम्मीद है कि यह उद्यमशीलता की संस्कृति को भी प्रोत्साहित करेगा।

इस संदर्भ में, इस बात से मैं अवगत हूं कि इस बहु-क्षेत्रीय प्रदर्शनी के आयोजन में भारत का निवेश, व्यापार और उद्योग मंत्रालय और बोत्सवाना निवेश और व्यापार केंद्र (बीआईटीसी) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं व्यवसाय को बढ़ावा देने और ऐसे सफल समारोहों का आयोजन करने के लिए उनके अथक प्रयासों की सराहना करता हूं।

दोस्तों,

पिछले चार सालों में अफ्रीका के साथ भारत की भागीदारी अभूतपूर्व रही है। हाल ही में, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अफ्रीका के साथ भारत के संबंधों को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए 10 मार्गदर्शक सिद्धांतों का निर्धारण किया है।

आपको जानकारी होना चाहिए है कि 2015 में हुए भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन III में भारत ने अफ्रीका के लिए 10 बिलियन अमरीकी डालर ऋण के अलावा 600 मिलियन अमरीकी डालर का अनुदान और 50,000 छात्रवृत्ति देने का वादा किया था। हम अपनी इन प्रतिज्ञाओं को पूरा करने के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।

मैं आश्वस्त करता हूं कि हमारी विकास साझेदारी सहायता उन शर्तों पर है जो आपके लिए सुविधाजनक हैं और जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है, “यह आपकी क्षमता को बढ़ाएगा लेकिन आपके भविष्य को बाधित नहीं करेगा।” उन्होंने यह भी दोहराया था कि हम अपने बाजारों को खुला रखेंगे और अफ्रीका में निवेश के लिए अपने उद्योग का समर्थन करेंगे। हम आपकी प्राथमिकताओं के अनुसार, क्षेत्रों की एक श्रृंखला में, अफ्रीका के विकास के साथ ही उसके साथ काम करने के लिए हमारी डिजिटल क्रांति भी लाएंगे।

बोत्सवाना के साथ भारत का संबंध निकट और गर्मजोशी का रहा है। हमारी भागीदारी पिछले कुछ सालों में बढ़ी है जिसमें रक्षा और सुरक्षा, वाणिज्य और व्यापार, हेल्थकेयर और क्षमता निर्माण के क्षेत्र शामिल हैं।

प्यारे दोस्तों, वास्तव में यह बड़ी संतुष्टि की बात है कि भारत-बोत्सवाना व्यापार संबंध पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ रहे हैं। हमारे द्विपक्षीय व्यापार का मूल्य 2017-18 में 1.75 अरब अमेरिकी डॉलर का रहा है। यह ध्यान देने योग्य बात है कि 2017-18 के दौरान हमारे व्यापार में 26% की वृद्धि हुई है। दोनों देशों के द्वारा हमारी इस प्रवृत्ति को बनाए रखने और व्यापार को और अधिक बढ़ावा देने की जरूरत है।

मैं यह जानकर खुश हूं कि भारतीय निवेशकों के लिए बोत्सवाना पर्याप्त व्यावसायिक अवसर प्रदान करता है। बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी बोत्सवाना में निवेश कर चुके हैं। भारतीय कंपनियां बिजली वितरण, आधारभूत परियोजनाओं, आईटी, शिक्षा, इस्पात, हीरा, व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही है। यह निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बोत्सवाना सरकार की प्रतिबद्धता और प्रगतिशील व्यापार नीतियों को दर्शाता है। मैं उन भारतीय निवेशकों को भी बधाई देता हूं जो बोत्सवाना में महत्वपूर्ण निवेशकों में से एक हैं और रोजगार निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

भारत 7 प्रतिशत से अधिक की वार्षिक वृद्धि दर के साथ आर्थिक रूपांतरण के रास्ते पर तेज गति से आगे की ओर बढ़ रहा है। यह बोत्सवाना उद्यमियों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कई अवसर प्रदान करता है।

भारत में कल्याणकारी उपायों में सार्वजनिक निवेश, शेयर बाजार सूचकांक, विदेशी मुद्रा भंडार, बुनियादी ढांचे उत्साहजनक छलांग है। विश्व बैंक की आसान व्यापार सूचकांक के अनुसार, भारत 42 स्थान उपर चढ़ गया है।

परिवर्तनकारी कराधान सुधारों जैसे वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) की शुरूआत ने भारत को एक पारदर्शी और एकीकृत बाजार बना दिया है जिसमें व्यापार करना और अधिक आसान हो गया है।

भारत को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, हम 2025 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की आगे बढ़ रहे हैं।

दोस्तों,

जैसा कि आपने देखा है कि हमारे बहुदलीय लोकतंत्र ने एक सुरक्षित और संरचित वित्तीय प्रणाली के साथ स्थिरता का प्रदर्शन किया है जो कि भारत को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए सबसे आकर्षक स्थानों एक बनाता है।

आज, भारत में, सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए एक नया उत्साह, एक नई गतिशीलता और एक नया अंवेषण है।

भारत सरकार ने स्वच्छ भारत अर्थात् क्लीन इंडिया, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया, औद्योगिक गलियारा और स्मार्ट शहरों सहित विकास के कई प्रमुख कार्यक्रम शुरू किए हैं।

जन धन योजना कार्यक्रम, जिसके अंतर्गत 320 मिलियन से अधिक बैंक खाते खोले गए हैं, वित्तीय समावेश के लिए एक बहुत बड़ी छलांग है।

मुझे बोत्सवाना कंपनियों को भारत की मौजूदा और उभरते व्यावसायिक अवसरों को प्राप्त करने के लिए आमंत्रित करने में प्रसन्नता हो रही है।

मुझे पूरा विश्वास है कि यह ग्लोबल एक्सपो भारत और बोत्सवाना तथा सभी प्रतिभागी देशों और व्यावसायिक संस्थाओं के बीच परस्पर लाभकारी व्यावसायिक अवसर उत्पन्न करेगा।

इन शब्दों के साथ अब मैं आधिकारिक रूप से 13 वें ग्लोबल एक्सपो के प्रारंभ की घोषणा करता हूं।

मुझे उम्मीद है कि यह ग्लोबल एक्सपो बोत्सवाना 2018, वर्तमान समय से विश्व को थोड़ा ज्यादा करीब लाने में, थोड़ा ज्यादा समृद्ध बनाने में और थोड़ा अधिक समावेशी और टिकाऊ बनाने में सफल होगा।

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