जयपुर । भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव लोकतांत्रिक मोर्चे के नेतृत्व में लड़ेगी। पार्टी ने 29 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है।
माकपा के राज्य सचिव मण्डल के सदस्य रविन्द्र शुक्ला ने बताया कि पार्टी की दो दिवसीय बैठक में यह फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य कमेटी ने फैसला किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में वह 29 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
पार्टी की राज्य कमेटी का मानना है कि कांग्रेस ने बीते पांच साल में राज्य की भाजपा सरकार की किसान, मजदूर, दलित व अल्पसंख्यक विरोधी और जनतंत्र विरोधी कामों और नीतियों के खिलाफ पांच वर्षो तक कोई सशक्त आवाज नहीं उठाई।
पार्टी के बयान में कहा गया है कि ‘विधानसभा चुनाव में पार्टी राजस्थान लोकतांत्रिक मोर्चा के नेतृत्व में दो जनविरोधी राजनीतिक शक्तियों भाजपा और कांग्रेस को हराने की कोशिश करेगी।’ उन्होंने बताया कि मोर्चे की बैठक सप्ताह भर में होगी जिसमें सीटों की भागीदारी सहित बाकी औपचारिकताओं को अंतिम रूप दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि वामपंथी जनवादी पार्टियों ने मिलकर राजस्थान लोकतांत्रिक मोर्चा बनाया है जिसमें शामिल सात राजनीतिक दलों में जद एस, सपा, भाकपा, माकपा, माकपा माले व राष्ट्रीय लोकदल भी शामिल है।
इसके साथ ही पार्टी ने राफेल सौदे में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ 22 से 28 अक्टूबर तक देश भर में अभियान चलाने का फैसला किया है।
पार्टी का आरोप है कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने राष्ट्रवाद की आड़ में राफेल लड़ाकू विमान सौदे में रिलायंस जैसी निजी कंपनी को 30 हजार करोड रूपये का फायदा पहुंचाकर देश की रक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ किया है। इसके अनुसार ‘पार्टी ने इस भ्रष्टाचार के खिलाफ 22 से 28 अक्टूबर तक देश व्यापी राफेल सौदा भ्रष्टाचार विरोधी प्रचार अभियान चलाने का फैसला किया है।’