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: रमजान माह में 24 घंटे बिजली-पानी देने का दावा भी खोखला साबित हो रहा है
: मेवात जिला प्रमुख के माईके में बिजली-पानी की है समस्या
यूनुस अलवी
मेवात : गर्मी अपने उरूज पर है, सिर पर रमजान माह आ चुका है। मेवात इलाके में 80 फीसदी मुस्लिम आबादी है। रमजान महिने में ज्यादातर लोग रोजे रखते और रमजान माह में खास नमाज तरावी पढते हैं। ऐसे में 24 घंटे बिजली और पीने के पानी की दरकार रहती है। सरकार भी रमजान महिने में 24 घंटे बिजली-पानी देने का हुक्त देती है लेकिन अधिकारी रमजान शुरू होने तक सोये रहते हैं। जब तक लोग धरना प्रदर्शन और रोड जाम नहीं करते तब तक अधिकारियों की नींद नहीं खुलती है। भले ही प्रशासन रमजान के महिने में 24 घंटे बिजली-पानी देने का वादा कर रहा है लेकिन आज भी मेवात इलाके में करीब 100 से अधिक ऐसे गांव है जहां पर किसी ना किसी रूप से बिजली पानी की समस्यया बनी हुई हैं। यहां तक की मेवात की जिला प्रमुख अनीसा बानों के माईके नाईनंगला वाले भी बिजली-पानी को तरस रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नूंह जिला के गांव सलंबा, कुलढेहरा, महूं, नीमका, खेडलीगांव, रनसीका, बीसरू, जहटाना, अकलीमपुर फिरोजपुर, जमालगढ, रेहपुआ, औथा, डूडोली, बढा, मालब, बली, नहारपुर, आकेडा, खेडी साकरस, पथराली, खेडलीखुर्द, खोड बसई, मेवली, नूर नगर पिनगवां, सीहरी, , नलहड, पडली, कोटला, सिरौली, सुलेला, निजामपुर, नई, सूडाका, मानौता, नाईनंगला, उलेटा, हथनगांव, गुलालता, झारोकडी, सटकपुर, टाईं, नेवाना, जयसिंह पुर, पाडला शाहपुरी सहित मेवात के 100 से अधिक गांव हैं जहां पर बिजली और पीने के पानी की परेशानी बनी हुई है।
मेवात जिला प्रमुख अनीसा बानों के माईका नाई नगंला निवासी मोलाना साबिर कासमी, इसरार अहमद का कहना है कि
उनके गांव में मीठे पानी की बात तो दूर गांव में खारी पानी भी नही है। पानी की पूर्ति के लिए उनको 800 से 1000 रूपये में पानी का टेंकर खरीदना पड रहा है। जबकि एक टैंकर पानी 10 दिन से ज्यादा नही चलता। उनका कहना है कि 10 महीना से रेनीवील का पानी आना बंद है। इस बारे में उनहोने प्रशासन और गांव के बेटी वे जिला प्रमुख अनीस बानो को भी शिकायत की लेकिन कोई हल नहीं हुआ है।
क्या कहती है जिला प्रमुख
मेवात जिला परिषद की चेयरपर्सन अनीसा बानों ने बताया कि उनके सामने अभी से समस्या नहीं आई है। अगर उसके माईके में हीं नहीं बल्कि जहां-जहां मेवात में पीने के पानी की समस्या है उसको दूर करने के लिए अधिकारियों को जिला परिषद की मीटिंग में आदेश दे दिए गऐ थे। अगर गांव नाईनंगला में पानी की समस्या है तो वहां रमजान के महिने में टेंकरों से पानी भिजवाया जाऐगा।
क्या कहते हैं डीसी
नूंह जिला के डीसी अशोक शर्मा का कहना है कि रमजान का महिना एक पवित्र महिना है जिसमें लोगों को सभी सुविधाऐं उपलब्ध कराने में प्रशासन कोई कसर नहीं छोडेगा। रमजान शुरू होने से पहले ही पब्लिक हेल्थ और बिजली निगम के अधिकारियों की बेठक कर 24 घंटे बिजली-पानी मुहईया कराने के आदेश दे दिए गऐ थे। किसी कारण जिन गावों में पानी की परेशानी होगी वहां रमजान महिने में टेंकरों से पानी पहुंचाया जाऐगा। अगर कोई अधिकारी लापरवाही बरतेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाऐगी।