: रास सदस्य ने एचएसएससी में पूछ गए प्रश्न की निंदा की
चंडीगढ़, 7 मई : भाजपा राज्यसभा सदस्य जनरल (सेवानिवृत) डी.पी. वत्स ने कहा है कि आज ब्राह्मण समुदाय की उपेक्षा का सवाल उठाने वाली कांग्रेस ने अपने दस साल के शासन के दौरान जमकर उपेक्षा की। जींद के खोखरी गांव में तीन ब्राह्मण युवतियों की हत्या के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पुलिस की लापरवाही की बदौलत बड़ा आंदोलन हुआ और ग्रामीणों ने अपने स्तर पर ही दोषियों को पकडक़र कानून के हवाले किया।
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित जूनियर सिविल इंजीनियर पद की परीक्षा में ब्राह्मण समुदाय पर आपत्तिजनक प्रश्न पूछे जाने की रास सदस्य जनरल डी.पी. वत्स ने कड़ी निंदा की। उन्होंने विपक्षी नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री मनोहर लाल का इस्तीफा मांगे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग एक स्वतंत्र इकाई है। समुदाय विशेष की भावनाओं को आहत करने के मामले में आयोग द्वारा मुख्य परीक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिया गया है। ऐसे में इस विशेष पर उपेक्षा का आरोप लगाने वाले कांग्रेसियों को अपने गिरेबां में झांकना चाहिए।
राज्यसभा सांसद वत्स ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान वर्ष 2010 में जींद के गांव खोखरी में तीन ब्राह्मण युवतियों की हत्या की गई थी, जिसमें पुलिस प्रशासन और सरकार मामले में संलिप्त लोगों की धरपकड़ करने में असफल रही थी। बड़ा आंदोलन करने के बाद भी ग्रामीणों ने हार नहीं मानी और अपने बूते पर ही आरोपियों को पकड़ते हुए पुलिस के हवाले किया गया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान विवाद में भी आयोग द्वारा मामला संज्ञान में आते ही पूरे मामले में खेद जताते हुए जांच के निर्देश दे दिए थे और शुरूआती जांच में मुख्य परीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिस पुस्तक से यह प्रश्न लिया गया है, वह वर्ष 2012 में प्रकाशित हुई थी। इसकी भी जांच करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कुछ लोग राजनीतिक फायदे के लिए मामले को तूल देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस विषय में लापरवाही बरतने वाले को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा।