21 गन सैल्यूट कॉनकॉर्स ग्रैंड अवॉर्ड समारोह के साथ संपन्न
रोल्स रॉयस 25/30 को 21गन सैल्यूट कॉनकॉर्स शो, 2018 का प्रमुख पुरस्कार
शो में शामिल 100 से अधिक कारों की हालत, रेस्ट्रोरेशन और ऐतिहासिक भूमिका का आकलन किया
‘बेस्ट ऑफ शो’ का पुरस्कार डेन गिडवाने को उनकी कार रोल्स रॉयस 25/30 के लिए मिला
नई दिल्ली एवं गुरुग्राम: बेस्ट ऑफ द शो खिताब की विजेता रॉल्स रॉयस 25/30 को उसकी खूबसूरती, इतिहास और स्टाइल का मिश्रण है, ये तीनों तत्व सौम्यता की परिभाषा हैं। शानदार एंबियांस ग्रींस गोल्फ कोर्स, गुरुग्राम में 17 और 18 फरवरी 2018 को आयोजित 21 गन सैल्यूट कॉनकॉर्स शो, में 6 देशों से 100 से अधिक कारों ने उपस्थिति दर्ज करवाई। 2011 में पहली बार आयोजित, 21 गन सैल्यूट कॉनकॉर्स शो, (www.21gunsaluterally.com) भारत में विरासत और ऑटोमोबाइल का प्रमुख उत्सव बन गया है। इस वर्ष, ना केवल प्रसिद्ध और ऐतिहासिक कारों को इस प्रसिद्ध शो क्षेत्र में प्रदर्शित करने के लिए आमंत्रित किया गया और बल्कि मोटरिंग और विंटेज कारों को पसंद करने वाले लोगों ने इन दुर्लभ कृतियों को निहारा और इन की खूब प्रशंसा की।
इस वीकएंड पर शनिवार को इंडिया गेट से कार एवं बाइक रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया गया और एंबियांस ग्रींस में समाप्त हुई। 21 गन सैल्यूट हेरिटेज एंड कल्चरल ट्रस्ट द्वारा एंबियांस ग्रींस, गुड़गांव में आयोजित 21 गन सैल्यूट कॉनकॉर्स शो के दूसरे दिन, 18 फरवरी, 2018 को इन विंटेज कारों के मालिकों, प्रशंसकों और उनके परिवारों को इनके साथ समय बिताने का एक शानदार अवसर प्रदान किया गया। इस अनुभव ने सभी को रोमांचित कर दिया।
कार्यक्रम के दौरान शानदार ऑटोमोबाइल और इंडियन हेरिटेज का उत्सव मनाया गया और इस मौके पर कई सांस्कृति प्रस्तुतियां भी पेश की गई और शो पर केन्द्रित कई अन्य गतिविधियों का आयोजन किया गया।
लगभग 40 जाने माने अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के एक पैनल ने उन कारों को जज भी किया जो कि अपनी खूबसूरती और कार्यकुशलता के लिए बेमिसाल हैं और उनको 15 वर्गों में बांटा गया था। इन 15 वर्गों में शामिल कारों में से प्रत्येक को उनकी दुर्लभता, इतिहास, संरक्षण और रखरखाव की स्थिति को देखते हुए सम्मानित ज्यूरी द्वारा मूल्यांकित किया गया। इन सभी जानी मानी कारों के मूल्यांकन के बाद ‘क्वीन ऑफ द डे’ का चयन किया गया।
रॉल्स रॉयस 25/30 ने अन्य सभी कारों के मुकाबले अपने आप को साबित करते हुए मान्यता प्राप्त की। इसके अलावा, विवेक एवं जीटा गोएनका की रॉल्स रॉयस फैंटम 2, 1930 मॉडल एवं रॉबर्ट गेन्स-कूपर की रॉल्स रॉयस सिल्वर क्लाउड 3 मिलिनयर पार्क वार्ड, 1965 एवं कई अन्य कारें भी 21 गन सैल्यूट कॉनकार्स ऑटो शो के आठवें संस्करण का प्रमुख आकर्षण बनी।
इस मौके पर दूसरे दिन के मुख्यातिथि श्री सुमन बिल्ला, आईएएस, संयुक्त सचिव, पर्यटन, पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा कि ‘‘यहां कलेक्टर कारों में लोगों की बढ़ती दिलचस्पी को देखना बहुत रोमांचक लग रहा है। भारत और विदेशों में, विशेष रूप से हाल के दशकों में कारों के प्रशंसक इन विंटेज कारों को काफी पसंद कर रहे हैं और इस प्रकार का आयोजन एक आदर्श मंच हैं जिस पर इन बेमिसाल और शानदार कारों का उत्सव मनाया जा रहा है। ये जानना बहुत अच्छा है कि ये आयोजन भारत को ग्लोबल हेरिटेज मोटरिंग के नक्शे पर भारत को आगे बढ़ाने में एक सराहनीय भूमिका निभा रहा है। वहीं अन्य लोगों को भी इन महान कारों का उत्सव मनाने के लिए प्रोत्साहन मिला है।’’
श्री मदन मोहन ने कहा कि ‘‘मैं कलेक्टर कार कम्युनिटी की उदारता से लगातार प्रेरित हो रहा हूं। ऑटो शो में हिस्सा लेने वाले अपने ऑटोमोटिव के खजाने को यहां पर लेकर आ रहे हैं और उसे दूसरों के साथ भी बांट रहे हैं। जजेज भी अपनी विशेषज्ञता के लिए जाने जाते हैं और एक साथ, हम सभी वैश्विक हेरिटेज मोटरिंग नक्शे पर भारत को आगे बढ़ाने में ठोस योगदान करने में सक्षम हैं।’’
21गन सैल्यूट इंटरनेशनल विंटेज कार रैली एंड कॉनकॉर्स शो ने वैश्विक ऑटोमोबाइल के परिदृश्य पर अपनी सफलता को साबित किया है। इसके 8वें संस्करण की पेशकश के साथ एक और रविवार, ग्रैंड कल्चरल उत्सव का आयोजन हुआ और इस दौरान विश्व की कुछ बेहतरीन कारों को देखने का मौका मिला।
अल्टीमेट ऑटोमोबाइल्स वर्ग में शामिल कारों के विजेताओं के नाम :
-प्रीवार क्लासिक यूरोपियन: 1939, डेलेज डीबी-12 9
– प्रीवार क्लासिक अमेरिकन: 1929 ग्राहम पैज टूरर, जिसके मालिक यशवर्धन रूइया हैं
– पोस्ट वार क्लासिक यूरोपियन: 1966 वोल्वो 122 अमेजन, जिसके मालिक रंजीत प्रताप हैं
– पोस्ट वार क्लासिक अमेरिकन: 1960 पेंटाइक पेरिसिनिया, जिसके मालिक जिम्मी टाटा हैं
– कन्वर्टिबल एंड रोडस्टर अमेरिकन: 1952 कैडिलक सीरीज 62, जिसके मालिक अनिरुद्ध कासलीवाल हैं
– कन्वर्टिबल एंड रोडस्टर यूरोपियन: 1963 सनबीम अल्पाइन सीरीज 3, जिसके मालिक इश्तियाक नागरी हैं
– रोल्स रॉयस क्लासिक: 1937 रोल्स रॉयस 25/30 गुर्नी न्यूटिंग
– बेंटले क्लासिक: 1922 बैेंटले लेमंस 3 लिटर, जिसके मालिक रॉबिन और पीटर ब्रिग्स हैं
– क्लासिक लिमोजिन: 1940 ब्यूक 90 लिमिटेड, जिसके मालिक केटीएस तुलसी हैं
– प्रिजर्वेशन क्लास: 1946 क्रिसलर विंडसर, जिसके मालिक युवराज श्री योगराज सिंहजी चावड़ा हैं
– प्री वार इटालियन क्लास: 1926 फिएट 503 टारपीडो, जिसके मालिक एच.डब्ल्यू. भटनागर हैं
-पोस्ट वार इटालियन क्लास: 1967 एल्फा-रोमियो जीटी 1300 जूनियर, जिसके मालिक बेहरम अर्दिशिर हैं
– इटालियन पिकालो: 1955 फिएट 1100 मिलीसेंटो, जिसके मालिक एस.बी.जट्टी हैं
-एमजी क्लासिक: 1965 एमबीजी-जीटी, जिसकी मालिक उषा कोठारी हैं।
यह आयोजन मदन मोहन (संस्थापक और मैनेजिंग ट्रस्टी- 21 गन सैल्यूट हेरिटेज एंड कल्चरल ट्रस्ट) का विचार था जो कि आज एक बड़े शो के तौर पर स्थापित है। इसमें भारत और विदेश की शानदार कारों और बाइक्स को एक साथ आने का मौका मिलता है। इस आयोजन के नए संस्करण के साथ सभी सात संस्करणों ने आम जनता को अपनी सफलता से रोमांचित किया है और साथ ही दुनिया भर से प्रतिभागियों को आकर्षित किया है। यह अब अपने प्रकार के सबसे प्रतिष्ठित ऑटोमोबाइल शो में से एक है।