युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रशिक्षु अधिनियम को उद्योग लागू करे

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श्रम विभाग के संयुक्त निदेशक अनुराग अहलावत ने किया आह्वान 

नेशनल अप्परेंटशिप प्रमोशन सकीम के तहत जागरूकता कार्यशाला

युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रशिक्षु अधिनियम को उद्योग लागू करे 2गुरुग्राम : युवा शक्ति को रोजगार देने के उदेश्य से प्रशिक्षु अधिनियम को उद्योग लागू करे। इससे बेरोजगारी नियंत्रण में रहे और नये टेक्नीशियनों को सीखने और समझने का मौका भी मिले। उक्त विचार गुरुग्राम श्रम विभाग के संयुक्त निदेशक अनुराग गहलावत ने व्यक्त किये।युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रशिक्षु अधिनियम को उद्योग लागू करे 3

श्री गहलावत जिला प्रशाशन व इंडस्ट्रियल डेवलोपमेन्ट एसोसिएशन सेक्टर 37 के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित नेशनल अप्परेंटशिप प्रमोशन सकीम के तहत जागरूकता कार्यशाला में बतौर अतिथि बोल रहे थे। सेक्टर 37 में आयोजित इस कार्यशाला को संबोधित करते हुए संयुक्त निदेशक श्री गहलावत ने कहा कि इस अधिनियम को लागू करना अनिवार्य है इसके लागू ना करने की सूरत में जुर्माने के तौर पर रुपये 500 प्रत्येक माह व प्रत्येक ट्रेनी पर देना होगा। दूसरी बार मे यह जुर्माना 1000 तक हो सकता है।

कार्यशाला में उपस्थित आई टी आई के प्रिंसिपल रविन्द्र कुमार ने कार्यशाला में उपस्थित उद्योगपतियों को विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के कौशल विकास मंत्रालय ने अप्रिण्टेशिप के लिए लगभग 10 हजार करोड़ का बजट पास किया है, उसी के तहत जो राशि प्रशिक्षु को वेतन के रूप में दी जाएगी उसका 25 फीसदी केंद्र सरकार द्वारा नियोजक को दिया जायेगा। जिसमे लगभग 1500 रुपये दिया जायेगा।

श्री रविन्द्र ने बताया कि प्रशिक्षु रखने की अवधि 6 मास से लेकर 3 वर्ष तक कि होती है, इस अवधि के बाद नही रख सकते। इस अवधि के दौरान प्रशिक्षु को संबंधित ट्रैड के बारे में शिखाया जाता है। श्री रविन्द्र ने कहा कि केवल स्कूल व आई टीआई पास को ही प्रशिक्षु रखा जा सकता है , उन्होंने बताया कि किसी भी प्रशिक्षु को 16 से 40 वर्ष की आयु तक रखा जा सकता है ओर 240 ट्रैड को इसमें शामिल किया गया है।

उन्होंने बताया कि जिस संस्थान में 40 से अधिक श्रमिक कार्य कर रहे है उस संस्थान में यह अधिनियम लागू होगा तथा 2.5 से लेकर अधिकतम 10 प्रतिशत तक प्रशिक्षु को रख सकते है।

नीम के एडवाइजर ओर एस जी एस के निदेशक संदीप गुप्ता ने भी इस अधिनियम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला को संबोधित करते हुए इंडस्ट्रियल डेवलोपमेन्ट एसोसिएशन के महासचिव दीपक मैनी ने कहा कि प्रशिक्षु रखने की संख्या 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी होनी चाहिये और इसके साथ साथ प्रशिक्षु श्रमिको को ईएसआई में कवर करने चाहिये।

कार्यशाला के कार्यक्रम का मंच संचालन करते हुए एसोसिएशन के श्रम सलाहकार आर एल शर्मा ने कहा कि प्रशिक्षु अधिनियम के तहत लगभग 20 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है, ओर यदि देश मे अधिक स्किल युवा होंगे तो हम बाहर से अधिक कंपनियों को भारत मे काम करने के लिए बुला सकते है।इस अवसर पर सुरक्षा एवम सवास्थ्य निदेशालय के सहायक निदेशक दीपक मालिक, सहायक श्रम आयुक्त चंद्रपाल,श्रम निरीक्षक प्रदीप सिवाच,आई डी ए के सचिव राकेश बत्रा, कोषाध्यक्ष मोहिंदर अरोडा,उमेश कुमार, अमन गुप्ता,एस पी अग्रवाल, नरेश कंटूर,एम सी मल्होत्रा,कृष्ण अग्रवाल, सौरभ जुनेजा,भुवन बीस्ट, ईएसआई,पीएफ कंसलटेंट के के गोसाई,जितेंद्र यादव,सामाजिक कार्यकर्ता गुंजन मेहता,स्नेह लता, रमेश बत्रा आदि सैकड़ो प्रबंधन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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