दंहगल पंचायत का असर : मालब गांव में हनीफ की दो बेटियों का घासेडियों ने नहीं भरा भात

Font Size
 

: मेवात में बिना भात भरे हुई पहली शादी 

: पाबंदी से दो दर्जन से अधिक रिश्तों पर पड़ा असर

 

यूनुस अलवी

 
मेवात : दस लाख रूपये दहेज में मांगने के विवाद को लेकर शनिवार को गांव दंहगल गौत्र द्वारा गौरवाल गौत्र पर लगाई गई पाबंदी का असर पहले ही देखने को मिला। रविवार को मालब निवासी हनीफ की दो बेटियों की शादी थी, जिसका भात भरने के लिए लडकी के मामा-नाना कोई भी नहीं पहुंचा। 
 
     गांव मालब के सरपंच साबिर हुसैन ने बताया कि रविवार को उनके गांव मालब के ही हनीफ की नुशरत और इशरत दो बेटियों की शादी थी। आज ही राजस्थान के गांव गांवडी से बारात आई थी। दंहगल गौत्र द्वारा पाबंदी लगाए जाने की वजह से हनीफ की दोनो बेटियों का भात भरने के लिए कोई भी नहीं आया है। 
 
     मालब निवासी हनीफ ने बताया कि उसकी दो बेटियों की शादी में भात भरने के लिए उनके सालों ने पूरी तैयारी कर ली थी। रविवार को उनको भात भरने के लिए आना था लेकिन शनिवार को जैसे ही दंहगल गौत्र के चौधरियों ने रोटी-बेटी और भात-छूछक पर पाबंदी लगाई तो मेरे सालों का फोन आया कि वह पंचायत की पाबंदी के चलते भात भरने नहीं आ सकते। हनीफ की पत्ति जैबूना घासेडा निवासी दीन मोहम्मद की लडकी है। जैबूना का कहना है कि मेरी बेटियों का भात भरने के लिए कोई भाई नहीं आया इसका उसे बहुत मलाल है। शादी के मौके पर वह अपनी भाई-भतीजों से भी नहीं मिल सकी। जैबूना का कहना है कि ये सजा सब को नहीं बल्कि जिसने जुर्म किया है उसे ही मिलनी चाहिए। जैबूना का कहना है कि उसकी बेटियों का किसी ने भी भात नहीं भरा जबकि बहनें शादी के मौके पर अपने भाईयों द्वारा भात भरे जाने का बेसब्री से इंतजार करती हैं।
 

पंचायत की पाबंदी से दो दर्जन शादियों पर पडा असर

 
 हनीफ की लडकियों का भात ना भरा जाना ये तो शुरूआत है। दंहगल गौत्र की पाबंदी से मालब और उसके 6 गावों में होने वाली दो दर्जन से अधिक शदियों पर असर पडने वाला है। मालब के सरंपच साबिर का कहना है कि वह चार दिन बाद अपनी बेटी के शादी की चिटठी भेजने वाला था। जब उसकी बेटी की शादी में कोई भात भरने नहीं आऐगा तो इस लिए उसका कुछ दिनों के लिए शादी की तारीख टाल दी है। गौरवाल गौत्र के 6 गावों के चौधरी जाकिर ने बताया कि अगले सप्ताह उसके बेटे की घासेडा गांव से मंगनी (सगाई) होने वाली थी , इस पाबंदी की वजह से सगाई टाल दी गई है। उनका कहना है कि ये उनका ही मामला नहीं है बल्कि हमारे मालब सहित 6 गावों में दो दर्जन से अधिक कुछ दिनों में भात-छूछक, शादी और नये रिश्ते होने वाले थे। पंचायत के फैंसले की पाबंदी की वजह से सब रोक दिऐ गऐ हैं।
दंहगल पंचायत का असर : मालब गांव में हनीफ की दो बेटियों का घासेडियों ने नहीं भरा भात 2

You cannot copy content of this page