—सीधे कुलपति से सम्पर्क कर सकेंगे पदाधिकारी व कर्मचारी
— अवकाश व समस्याओं को लेकर करना होगा एस एम एस
— संचिका निष्पादन के लिए गाईड लाईन निर्धारित
दरभंगा। तमाम संस्कृत प्रेमियों को यह जानकर शायद अपार खुशी होगी कि वही कोई एक पखवाड़ा कवल अपने पदभार सम्भालने के बाद कुलपति डा0 सर्वनारायण झा ने कार्य संस्कृति में बदलाव को लेकर जो घोषणा की थी उस पर संजीदगी से अमल शुरू हो गया है। इन दिनों वैसे तो कुलपति ने बदलाव के कई कदम उठाये हैं लेकिन शुक्रवार को लिए दो अहम निर्णयों का दूरगामी प्रभाव पड़ना तय माना जा रहा है।
पीआरओ निशिकांत प्र0 सिंह ने बताया कि कार्यों को सुगमता व व्यवस्थित ढंग से सम्पादित करने के लिए कुलपति के आदेश से पहली बार तीन मोबाइल नंबर जारी किये गए हैं जिसका उपयोग अवकाश लेने ,समस्याओं से सम्बंधित आवेदन एवम् सीधे कुलपति से सम्पर्क करने के लिए किया जायेगा। नई व्यवस्था के तहत आवेदनों के प्रेषण के पश्चात जारी मोबाइल नम्बरों पर आवेदकों को अब हर हाल में एस एम एस करना होगा।
वहीं दूसरी ओर, परम्परागत ढंग से अभी तक हो रहे संचिका निष्पादन के तौर तरीके में भी कुलपति ने आमूल परिवर्तन कर दिया है। इस मुत्तलिक जारी निर्देश के मुताविक फाईल बढ़ाने के समय सभी पदाधिकारियों व प्रशाखा पदाधिकारियों को अब कम से कम साथ विन्दुओं को स्पष्ट करते हुए ही टिपण्णी करनी होगी।
नई व्यवस्था के तहत संचिका निष्पादन में विषय, पृष्ठभूमि, प्रस्ताव, अनुमोदन का आधार, स्वस्थ परम्परा,आर्थिक उपलब्धता उस मद में, नियम परिनियम के आलोक में स्पष्ट अनुशंसा को खुलकर लिखना होगा।
जानकार बताते हैं कि कुलपति के इन नए आदेशों से कार्य संस्कृति में अवश्य ही सुधार आएगा।