परीक्षा केंद्र निरीक्षण के बाद डीसी ने सभी एसडीएम को दिए सतर्कता बढ़ाने के दिए निर्देश, कहा- गड़बड़ी मिलते ही परीक्षा केंद्र करें रद्द
गुरुग्राम 3 मार्च। उपायुक्त(डीसी) अजय कुमार ने सोमवार को बोर्ड परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण के बाद सभी एसडीएम के साथ बैठक कर संबंधित अधिकारियों के दौरे का भी फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र नकल की दृष्टि से काफी संवेदनशील होते हैं। ऐसे में संबंधित एसडीएम सुनिश्चित करें कि ग्राम पंचायत, नंबरदार मिलकर स्वयंसेवी निरीक्षक तैनात करें। नकल रहित परीक्षा एक सामाजिक पहल होनी चाहिए। इसके लिए समाज के जिम्मेदार व्यक्ति भी प्रशासन के साथ सहयोग सुनिश्चित करें।
उपायुक्त ने कहा कि जिले में संवेदनशीलता के साथ नकल रहित परीक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि एसडीएम स्तर के उड़नदस्ते यह जांच लें कि किसी भी परीक्षा केंद्र में टूटी खिड़की व दरवाजे न हों। रिहायशी क्षेत्र में बने परीक्षा केंद्रों के आस-पास बने मकानों से कोई व्यक्ति नकल को बढ़ावा न दे। ऐसा करने वालों पर बिना किसी देरी प्रशासनिक कार्रवाई की जाए। नकल रहित बोर्ड परीक्षा के लिए जरूरी है कि परीक्षा चाक चौबंद सुरक्षा में सुनिश्चित हो। इसी तरह परीक्षा केंद्र के अंदर नकलचियों पर सीधे एक्शन लेते हुए यूएमसी केस दर्ज कराने के निर्देश भी उपायुक्त ने दिए।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि कहीं भी यदि संगठित नकल के प्रयास देखने को मिलते हैं तो ऐसे परीक्षा केंद्र रद्द कर दिए जाएंगे। परीक्षा केंद्रों के अंदर नकल रहित माहौल सुनिश्चित करने के लिए सेंटर सुपरिटेंडेंट, चीफ सुपरिटेंडेंट व डिप्टी सुपरिटेंडेंट निष्पक्ष होकर परीक्षा कराएं। डीसी ने कहा कि किसी भी केंद्र पर नकल कराने के प्रयास में संलिप्त जिम्मेदार अधिकारी व शिक्षक के खिलाफ एफआईआर व चार्जशीट जैसे सख्त एक्शन अमल में लाए जाएंगे। ऐसे में सभी नकल रहित परीक्षा के लिए सजगता से प्रयास करें। किसी भी हाल में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में डीसीपी अर्पित जैन, बादशाहपुर एसडीएम अंकित चौकसे, मानसेर एसडीएम दर्शन यादव, गुरुग्राम एसडीएम परमजीत चहल, सोहना एसडीएम संजीव कुमार, सीटीएम रविंद्र कुमार व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।