नई दिल्ली। केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में 101 रेल अधिकारियों को 69वें अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार तथा विभिन्न श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 22 मंडलों को शील्ड प्रदान की। इस समारोह में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ सतीश कुमार, रेलवे बोर्ड के सदस्य तथा विभिन्न रेल मंडलों एवं उत्पादन इकाइयों के महाप्रबंधक उपस्थित रहे ।
पुरस्कार और शील्ड प्रदान करने के बाद उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों को संबोधित करते हुए रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने सभी पुरस्कार विजेताओं को उनके असाधारण कार्यों और प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने पिछले एक दशक में भारतीय रेल में हुई परिवर्तनकारी प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने निर्माण की तीव्र गति, कश्मीर से कन्याकुमारी रेल लिंक जैसी परियोजनाओं को पूरा करने और लंबित पूर्वोत्तर कनेक्टिविटी पहलों पर जोर दिया। 2025 तक 100 प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य के साथ विद्युतीकरण के प्रयासों में तेजी आई है, जबकि वंदे भारत, नमो भारत और माल ढुलाई गलियारों जैसी परियोजनाओं ने रफ्तार पकड़ी है। कवच सुरक्षा प्रणाली को बड़े पैमाने पर लागू किया गया है। श्री वैष्णव ने स्टेशन पुनर्विकास में उल्लेखनीय प्रगति, गंभीर दुर्घटनाओं के मामलों में पर्याप्त कमी (345 से 90 तक) और शिकायतों से मुक्त कुशल भर्ती प्रक्रिया, 1.5 लाख पदों को भरने को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता की दिशा में उठाए गए कदमों ने सराहना बटोरी है, जिसमें विपक्षी नेताओं द्वारा की गई प्रशंसा भी शामिल है, तथा एक नया सुपर ऐप जल्द ही यात्रियों के अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला है।
श्री वैष्णव ने सुरक्षा, रखरखाव, गुणवत्ता और प्रशिक्षण में प्रयासों को तीन गुना बढ़ाने, बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने और यात्रियों को विश्व स्तरीय अनुभव प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जमीनी स्तर से फीडबैक को शामिल करते हुए रखरखाव में नवाचार पर महत्वपूर्ण रूप से ध्यान देने की घोषणा की, जिसमें उद्योग सहकारिता, उन्नत निरीक्षण प्रणालियां तथा अधिकारियों और तकनीशियनों के लिए बेहतर प्रशिक्षण शामिल है। जीरो डिरेलमेंट ज़ोन जैसी पहलों को शील्ड और वित्तीय पुरस्कारों से पुरस्कृत किए जाने सहित सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। उन्होंने सतत प्रगति सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक तकनीक, नीतिगत सुधारों और संरचनात्मक परिवर्तनों के एकीकरण पर जोर दिया। “राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम” के लोकाचार पर विचार करते हुए श्री वैष्णव ने रेल को उत्कृष्टता का प्रतीक बनाए रखने के लिए प्रत्येक नागरिक, विशेष रूप से वंचितों की कुशलता और देखभाल के साथ सेवा करते हुए अद्वितीय टीमवर्क और अथक प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने अगले साल से उत्कृष्ट एसएमक्यूटी (सर्वाधिक सुरक्षित, रखरखाव, गुणवत्ता और प्रशिक्षण) प्रथाओं के माध्यम से रेलवे की कार्य संस्कृति में उत्कृष्टता लाने के लिए शील्ड के साथ वित्तीय पुरस्कारों की भी घोषणा की।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ श्री सतीश कुमार ने अपने स्वागत भाषण में भारत में रेल यात्रियों को विश्व स्तरीय यात्रा के अनुभव के साथ-साथ किफायती रेल सेवाएं प्रदान करने की भारतीय रेल की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। नई दिल्ली में प्रगति मंडपम में हिंदी में सभा को संबोधित करते हुए सीआरबी ने कहा कि गति, आराम और सुरक्षा के सिद्धांतों में उत्कृष्टता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हम यात्री अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक को शामिल कर रहे हैं। सुरक्षा के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने सतर्कता की संस्कृति विकसित करने के लिए रेल अधिकारियों की प्रशंसा की।
अमृत भारत स्टेशन जैसी परियोजनाएं लिफ्ट, एस्केलेटर और दिव्यांगजनों के अनुकूल बुनियादी ढांचे सहित विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ स्टेशनों को बदल रही हैं। श्री कुमार ने रेलवे के भीतर बेजोड़ टीमवर्क की सराहना करते हुए इसे अपने संचालन का सबसे महत्वपूर्ण भाग करार दिया और बड़े पैमाने पर परियोजनाओं को क्रियान्वित करने में सच्चे नेतृत्व की भूमिका को रेखांकित किया। सभी को एक साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने भविष्य के मानक निर्धारित करते हुए समकालीन मांगों को पूरा करने के लिए आधुनिकीकरण और सुरक्षा के रेलवे के मिशन को दोहराया। उन्होंने कहा कि रेलवे निर्बाध गति, आधुनिकीकरण और भारत के लोगों की सेवा के प्रति समर्पण के माध्यम से उत्कृष्टता और प्रगति का प्रतीक है।
भारतीय रेल द्वारा हर साल अपने कर्मचारियों को अति विशिष्ट रेल पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। ये पुरस्कार दो श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं, व्यक्तिगत पुरस्कार, साथ ही सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले रेलवे मंडल को शील्ड प्रदान की जाती है। व्यक्तिगत पुरस्कार भारतीय रेल को अधिक कुशल, सुरक्षित और यात्री-अनुकूल संगठन बनाने की दिशा में रेल कर्मियों के समर्पण, कड़ी मेहनत और असाधारण योगदान की सराहना करने और जश्न मनाने के मंच का कार्य करते हैं। विभिन्न श्रेणियों में शील्ड पुरस्कार भारतीय रेल के समग्र प्रदर्शन में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों और योगदान की प्रशंसा करते हुए प्रदान किए जाते हैं।