- प्रॉपर्टी टैक्स आईडी से संबंधित शिकायत लेकर समाधान शिविर में पहुंची थी शिकायकर्ता
- हरियाणा सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की पालना में नगर निगम गुरुग्राम लगातार आयोजित कर रहा समाधान शिविर
गुरुग्राम, 28 अक्तुबर। गुरुग्राम के सूरत नगर निवासी गुरदीप कौर के चेहरे पर उस समय खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब उनकी प्रॉपर्टी टैक्स आईडी से संबंधित शिकायत का समाधान मात्र 48 मिनट में ही हो गया। अपनी शिकायत का इतनी तीव्र गति से समाधान होने से उन्होंने हरियाणा सरकार व मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का आभार व्यक्त किया। सोमवार को गुरदीप कौर अपने प्रॉपर्टी टैक्स आईडी से संबंधित शिकायत लेकर नगर निगम गुरुग्राम द्वारा आयोजित समाधान शिविर में पहुंची थी। यहां पर संयुक्त आयुक्त प्रदीप कुमार ने उनकी शिकायत को ध्यानपूर्वक सुना तथा मौके पर ही मौजूद जोनल टैक्सेशन अधिकारी पंकज कुमार को निर्देश दिए कि शिकायत का समाधान तुरंत ही किया जाए। जेडटीओ ने अपनी टीम के साथ प्रॉपर्टी आईडी संबंधी सभी प्रक्रियाएं पूरी करके मात्र 48 मिनट में शिकायकर्ता की प्रॉपर्टी आईडी तैयार करके उन्हें सौंपी। शिकायतकर्ता ने बताया कि सूरत नगर फेज-2 में उनका 100 वर्ग गज का मकान है, जिसकी प्रॉपर्टी आईडी बनी हुई थी। अप्रैल माह में उन्होंने अपने मकान का 50 वर्ग गज हिस्सा दूसरे को बेच दिया, जिसकी प्रॉपर्टी आईडी बनवाने के लिए वे समाधान शिविर में सभी दस्तावेजों के साथ पहुंची हैं। संयुक्त आयुक्त ने मौके पर उनकी शिकायत को ध्यानपूर्वक सुना तथा तुरंत ही समाधान करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए तथा एक घंट से भी कम समय में उनकी प्रॉपर्टी आईडी बनाकर उन्हें सौंपी है। उन्होंने कहा कि समाधान शिविरों का आयोजन हरियाणा सरकार व मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की एक सराहनीय पहल है तथा इसका लाभ प्रत्येक नागरिक को मिल रहा है। नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ के अनुसार सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि प्रॉपर्टी टैक्स, सफाई, सीवरेज, अतिक्रमण आदि से संबंधित शिकायतों का मौके पर ही समाधान सुनिश्चित किया जाए, ताकि नागरिकों को हरियाणा सरकार की इन अनूठी पहल का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि समाधान शिविरों में तुरंत हल हो सकने वाली शिकायतों का समाधान मौके पर ही किया जा रहा है तथा जिन शिकायतों के समाधान में कुछ समय लगना है, उनकी समयसीमा निर्धारित करके मौके पर ही शिकायतकर्ता को इसके बारे में अवगत करवाया जा रहा है। यही नहीं, जोनवाईज अधिकारियों की यह जिम्मेदारी भी लगाई गई है कि वे शिकायतकर्ताओं से लगातार संपर्क बनाए रखें।