गुरुग्राम, 20 अक्टूबर। मत्स्य पालन विभाग जिला का अधिकतम शहरी क्षेत्र होने के बावजूद डीसी निशांत कुमार यादव के मार्गदर्शन में मत्स्य पालन की नई-नई गतिविधियों को जिला में लागू कराने मे निरन्तर सफलता की ओर अग्रसर है। वर्तमान में जिला में लगभग 70 एकड़ खारे पानी की भूमि मे झींगा पालन किया जा रहा है। जो रोजगार सृजन के साथ आय का एक अच्छा स्त्रोत सिद्ध हो रहा है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र होने के कारण झींगा पालन में लोगों की खास रूचि नजर आती है। नजदीक भविष्य में लगभग 50 एकड़ खारे पानी के क्षेत्र को झींगा मत्स्य पालन के अधिन लाया गया है। खारे पानी मे झींगा पालन की एक फसल का समय 90 से 120 दिन है। एक हैक्टेयर इकाई का औसत उत्पादन 7 से 9 टन है इस औसत उत्पादन के द्वारा प्रति फसल 10 से 15 लाख प्रति हैक्टेयर लाभ लिया जा सकता है। मत्स्य पालन विभाग द्वारा खारे पानी में झींगा / मत्स्य पालन करने पर अधिकतम 14 लाख के खर्च पर सामान्य जाति के लिए 40 प्रतिशत व अनुसूचित जाति एवं महिलाओं के लिए 60 प्रतिशत अनुदान राशि दी जाती है।
प्रवक्ता ने बताया कि मत्स्य पालन के इच्छुक पात्र आवेदक योजना से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए लघु सचिवालय स्थित तीसरी मंजिल के कमरा नम्बर 297-298 में जिला मत्स्य अधिकारी एंव मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य किसान विकास एजैन्सी के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। साथ ही उक्त कार्यालय में अपना प्रार्थना पत्र भी दे सकते हैं। वहीं फ़ोन पर जानकरी प्राप्त करने के लिए कार्यालय के दूरभाष 0124-2300115 पर सम्पर्क कर सकते हैं।