नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 सितंबर को न्यूयॉर्क में भविष्य के शिखर सम्मेलन के दौरान फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री ने गाजा में जारी मानवीय संकट और क्षेत्र में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और फिलिस्तीन की जनता को निरंतर मानवीय सहायता सहित भारत के अटूट समर्थन की बात दोहरायी। प्रधानमंत्री ने इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर समय की कसौटी पर खरी उतरी भारत की सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया और संघर्षविराम, बंधकों की रिहाई तथा बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल दो राष्ट्रों का समाधान ही क्षेत्र में स्थायी शांति और स्थिरता कायम कर सकता है। इस बात को याद करते हुए कि भारत, फिलिस्तीन को मान्यता देने वाले शुरुआती देशों में से एक था, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन की सदस्यता के प्रति भारत का निरंतर समर्थन व्यक्त किया।
दोनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन को भारत का समर्थन तथा शिक्षा, स्वास्थ्य और क्षमता निर्माण के अन्य प्रयासों में फिलिस्तीन को वर्तमान में जारी सहायता और समर्थन सहित भारत-फिलिस्तीन द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं के बारे में रचनात्मक चर्चा की। दोनों नेताओं ने भारत-फिलिस्तीन द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के लिए प्रतिबद्धता की पुष्टि की।