INSPIRE : पूरे देश के स्कूलों से चयनित 350 छात्रों के अभिनव विचारों को प्रदर्शित किया गया

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नई दिल्ली :  प्रोफेसर अभय करंदीकर, सचिव, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने नई दिल्ली में इंस्पायर-मानक विजेताओं के सम्मान समारोह के 11वीं राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी और परियोजना प्रतियोगिता (एनएलईपीसी) में संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं में जिज्ञासा और जुनून को पोषित करने से उसके दूरगामी सामाजिक, राष्ट्रीय और वैश्विक प्रभाव पड़ेगे। उन्होंने कहा कि युवाओं के विचारों से अप्रत्याशित सफलताएं प्राप्त हो सकती हैं।

प्रोफेसर करंदीकर ने एनएलईपीसी के विजेताओं को सम्मानित किया और कहा कि “यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि इन छात्रों को अपनी जीवन की उल्लेखनीय यात्रा जारी रखने के लिए आवश्यक संसाधन, समर्थन और अवसर प्राप्त हों।”

उन्होंने कहा, “युवा नवप्रवर्तकों देश के भविष्य को आकार देने में नेतृत्व की भूमिका निभाएंगे और ऐसे निरंतर प्रयासों से, देश को 2047 तक वैश्विक स्तर पर शीर्ष पांच नवप्रवर्तनशील देशों में शामिल होने का अवसर प्राप्त है।”

प्रोफेसर करंदीकर ने कहा, “इंस्पायर-मानक के युवा विजेता अपने कौशल का विकास करने के लिए अटल टिंकरिंग लैब्स के विशाल संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं। इस तरह के सहयोग से भारत सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों के विभिन्न पहलों का पूरा का लाभ उठाने और हमारे युवाओं की क्षमता को अधिकतम करने में मदद मिलेगी।“

इंस्पायर-मानक के 11वें एनएलईपीसी का उद्घाटन 17 सितंबर 2024 को हुआ, जहां पूरे देश के स्कूलों से चयनित 350 छात्रों के अभिनव विचारों को प्रदर्शित किया गया। शीर्ष 31 युवा नवप्रवर्तकों को 19 सितंबर, 2024 को विज्ञान भवन में आयोजित एक प्रतिष्ठित समारोह में सम्मानित किया गया।

इंस्पायर-मानक कार्यक्रम के विजेताओं को बधाई देते हुए, प्रो करंदीकर ने बल देकर कहा कि इंस्पायर-मानक कार्यक्रम को पूरे देश के छात्रों से अभिनव विचारों को आमंत्रित करके युवा दिमागों में रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है।

यह भी घोषणा किया गया कि अगले वर्ष से कक्षा 11 और कक्षा 12 के छात्र भी वार्षिक प्रतियोगिता में भाग लेंगे।

प्रोफेसर अनिल सहस्रबुद्धे, अध्यक्ष, एनआईएफ ने उल्लेख किया कि यहां स्कूलों में अधिक अभिनव उपकरणों और औजारों की सख्त आवश्यकता है, जिसे स्कूलों और अटल टिंकरिंग लैब्स के बीच सहयोग के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “हमारे पास राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 भी है, जो स्टीम शिक्षा को शामिल करते हुए ‘जादुई पिटारा’ नामक एक मूलभूत और रोमांचक पाठ्यक्रम पेश करती है।“

डॉ. नमिता गुप्ता, प्रमुख, इंस्पायर-मानक डीएसटी, डॉ. अरविंद सी. रानाडे, निदेशक, एनआईएफ इंडिया, और डीएसटी और एनआईएफ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी विजेता के सम्मान समारोह में शामिल हुए और युवा नवप्रवर्तकों के प्रयासों की सराहना की।

इंस्पायर-मानक, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के अंतर्गत आने वाली एक प्रमुख योजना है, जिसका कार्यान्वयन संगठन राष्ट्रीय नवाचार फाउंडेशन (एनआईएफ) – भारत, डीएसची का एक स्वायत्त संस्थान है।

इस योजना को 2022-23 के दौरान देश के 777 जिलों का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 7.96 लाख आवेदन प्राप्त हुए। विशेष रूप से, प्रतिभागियों में 52% लड़कियां थीं, जो इस पहल की समावेशी प्रकृति को रेखांकित करती हैं। इंस्पायर-मानक ज्यादा लिंगानुपात और भौगोलिक विविधता के लिए अपनी कोशिश जारी रखता है, जिसमें अधिकांश प्रतिभागी स्कूल ग्रामीण परिवेश से आते हैं।

प्रदर्शनी का आयोजन 17-18 सितंबर, 2024 तक किया गया जिसमें स्कूली छात्रों, शिक्षकों, अधिकारियों और आम लोगों की व्यापक भागीदारी देखी गई, जिससे युवा नवप्रवर्तकों के लिए अपने विचारों को साझा करने और एक-दूसरे से सीखने के लिए एक प्रेरक वातावरण प्राप्त हुआ। इस आयोजन ने इंस्पायर-मानक के लिए एक और सफल वर्ष को चिह्नित किया, क्योंकि यह युवा छात्रों के बीच नवाचार को बढ़ावा देता है और भारत के वैज्ञानिक समुदाय के भविष्य को आकार देने में मदद करता है।

पहला पुरस्कार सरकारी उच्च विद्यालय, उदोत्गढ़, भिंड, मध्य प्रदेश के 10वीं कक्षा के छात्र दीपक ने स्मार्ट फोन में सेफ विजन डिस्टेंस सेंसर के लिए जीता; दूसरा पुरस्कार मंथन स्कूल, गौतम बुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश के 10वीं कक्षा के अनय द्विवेदी ने प्लास्टिक कचरे का उपयोग करके गड्ढे की मरम्मत प्रणाली के लिए जीता और तीसरा पुरस्कार जीपीयूसी कुक्कुजे, उडुपी, कर्नाटक के 9वीं कक्षा  के छात्र अमूल्य हेगड़े ने फ्लड डिटेक्टिंग पोल के लिए जीता।

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