सुभाष चौधरी / The Public World
नई दिल्ली। पिछले तीन दिनों से जारी कयासबाजी पर विराम लग गया क्योंकि दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान आम आदमी पार्टी की ओर से कर दिया गया। आप विधायक दल की बैठक में अरविंद केजरीवाल ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखाा, जिसे सर्वसम्मति से सभी विधायकों ने स्वीकार कर लिया। दूरी तरफ घोषणा के अनुरूप अरविंद केजरीवाल आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे. केजरीवाल आज शाम उप राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे।
आतिशी वर्तमान में दिल्ली सरकार की शिक्षा मंत्री हैं और अन्य विभाग के मंत्री भी हैं। उन्हें अरविंद केजरीवाल का विश्वासपात्र मंत्री माना जाता है। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी और विदेश से भी शिक्षा प्राप्त की है।
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कोई बैठे फर्क नहीं पड़ता. दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दो दिन पहले ही घोषणा की थी कि वह मुख्यमंत्री पद छोड़ देंगे और आम आदमी पार्टी के किसी अन्य विधायक को सीएम की कुर्सी पर बिठाया जाएगा.
आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए आतिश ने उन्हें विधायक दल का नेता चुनने और दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दिए जाने पर पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद किया। आरती सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने उन पर बड़ी जिम्मेदारी दी है और जो भरोसा जताया है उसे पर वह पूरी तरह खडा उतरने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि यह केवल आम आदमी पार्टी में ही संभव है कि उन जैसे साधारण कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी गई।
आतिशी ने कहा “इतनी बड़ी जिम्मेदारी देने और मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं अपने नेता और राजनीतिक गुरु @ArvindKejriwal जी का धन्यवाद करती हूं।
मुझ जैसे आम कार्यकर्ता को विधायक, मंत्री और अब मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी मिलना केवल आम आदमी पार्टी में ही संभव है।
आज इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने की मुझे खुशी तो हो रही है, लेकिन मुझे उससे ज्यादा दुःख हो रहा है कि मेरे बड़े भाई और गुरु अरविंद केजरीवाल जी इस्तीफा दे रहे हैं।”
इस अवसर पर दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने पत्रकारों को बताया कि अरविंद केजरीवाल आज शाम 4:30 बजे उपराज्यपाल से मिलेंगे और अपना इस्तीफा देंगे। इसके बाद आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधि मंडल नई सरकार के गठन की दावेदारी पेश करेगा।
उल्लेखनीय है कि गत रविवार को ही इस बात ले संकेत मिले थे जब अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में पहुंचकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पाने इस्तीफे का खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि ‘मेरा केस लंबा चलने वाला है. मैं दो दिनों के बाद इस्तीफा दे दूंगा. अब जनता तय करेगी कि मुझे कुर्सी पर बैठना चाहिए या नहीं.’
दूसरी तरफ भाजपा नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली का इतना नुकसान कर चुके हैं, कि अब उनके इस्तीफा देने से इसकी भरपाई नहीं हो सकती है. भाजपा ने इस्तीफे के नाटक करने और जनता से भावनात्मक फायदा उठाने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक व सीएम अरविंद केजरीवाल ने लगभग छह महीने जेल में रहे। उनको प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज मामले में सुप्रीम।कोर्ट से जमानत मिली है। हालांकि, वह अब भी अपने ऑफिस या दिल्ली सचिवालय नहीं जा सकते और उप-राज्यपाल वीके सक्सेना की अनुमति के बिना किसी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते.