नई दिल्ली : वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आठ प्रमुख उद्योगों (आईसीआई) (आधार वर्ष 2011-12) के सूचकांक के अनुसार, मई, 2024 के महीने में आठ प्रमुख उद्योगों में से विद्युत उद्योग के बाद कोयला क्षेत्र ने 10.2 प्रतिशत (अनंतिम) की उच्चतम वृद्धि प्रदर्शित की है। कोयला उद्योग का सूचकांक मई, 2024 के दौरान 184.7 अंक तक पहुंच गया है, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान यह सूचकांक 167.6 अंक पर ही था और इसका संचयी सूचकांक अप्रैल से मई, 2024-25 के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 8.9 प्रतिशत बढ़ गया है।
आईसीआई सीमेंट, कोयला, कच्चा तेल, विद्युत, उर्वरक, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और इस्पात जैसे आठ प्रमुख उद्योगों के संयुक्त और अलग-अलग उत्पादन संबंधी प्रदर्शन को मापता है।
आठ प्रमुख उद्योगों के संयुक्त सूचकांक में मई 2024 के दौरान पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 6.3 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो समग्र औद्योगिक विस्तार में कोयला क्षेत्र के पर्याप्त योगदान को रेखांकित करता है। कोयला उद्योग ने लगातार अपने समकक्ष उद्योगों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है और पिछले दो वित्तीय वर्षों के दौरान आठ प्रमुख उद्योगों की कुल वृद्धि की तुलना में अधिक वृद्धि दर्शायी है।
इस उल्लेखनीय वृद्धि के पीछे की प्रेरक शक्ति मई 2024 के दौरान कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि को माना जा सकता है। कोयला उत्पादन प्रभावशाली रूप से 83.91 मिलियन टन तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 10.15 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि है। उत्पादन में यह वृद्धि ऊर्जा और विनिर्माण उद्योगों की बढ़ती मांग को पूरा करने की इस क्षेत्र की क्षमता को रेखांकित करती है।
कोयला क्षेत्र का असाधारण विस्तार और आठ प्रमुख उद्योगों के समग्र विकास को गति देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका कोयला मंत्रालय के निरंतर प्रयासों एवं सक्रिय पहल का प्रमाण है। ये प्रयास “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं और आत्मनिर्भरता एवं ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में देश की प्रगति में योगदान देते हैं।