– वोटर टर्न आउट बढ़ाने के लिए उचित मतदाता सूची का होना अत्यंत आवश्यक
-डीसी ने सभी बीएलओ को पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने के दिए निर्देश
– डीसी ने बैठक में उपस्थित मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से सहयोग का किया आह्वान
गुरूग्राम, 03 जुलाई। जिला में 25 जून से जारी मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के सफल संचालन को लेकर लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के जिला अध्यक्ष और सहायक निर्वाचन अधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी निशांत कुमार यादव ने निर्वाचन आयोग द्वारा 1 जुलाई 2024 को एलिजिबिलिटी तिथि मानते हुए फोटो मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्यक्रम 2024 के संचालन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 18 जुलाई तक जारी मतदाता सूची के इस विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम में मतदाता सूची प्रारूप प्रकाशन करने, दावा एवं आपत्ति दाखिल करने, दावा एवं आपत्ति निस्तार करने, मतदाता सूची में नाम जोड़ने का कार्य, शुद्धिकरण व मृत मतदाता का नाम हटाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उक्त कार्यक्रम के अनुसार बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर इलेक्टोरल वेरिफिकेशन कार्य किया जाएगा। इस दौरान वैसे वोटर जिनकी मृत्यु हो गई है, उनका नाम हटाया जाएगा। साथ हीं 18 वर्ष के नए वोटर्स का नाम जोड़ा जाएगा एवं अन्य मतदाता सूची से संबंधित कार्य किए जाएंगे। उन्होंने सभी एआरओ को निर्देश दिए कि वे अपने से संबंधित क्षेत्र में यह सुनिश्चित करें कि बीएलओ द्वारा घर घर जाकर यह कार्य पूरी गंभीरता के साथ किया जा रहा है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अपील किया कि वह लोगों को जागरूक करने में अपना बहुमूल्य योगदान दें। लोगों को वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने या सुधार हेतु सहयोग एवं जागरूक करें। साथ हीं सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) की सूची उपलब्ध कराने को कहा, जो बूथ पर बीएलओ को कार्य में सहयोग करेंगे। उन्होंने साथ ही शतप्रतिशत सुनिश्चित करने में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से सहयोग की बात कहीं, ताकि एक भी योग्य मतदाता का नाम मतदाता सूचि में न छूटे। डीसी ने कहा कि नए वोट बनवाने के लिए एक बीएलए द्वारा अधिकतम दस आवेदन ही प्रस्तुत किए जा सकते है। इस सीमा से अधिक आवेदन प्रस्तुत करने पर संबंधित क्षेत्र के एआरओ द्वारा उनकी जांच की जाएगी। उन्होंने सभी तहसीलदार को यह भी निर्देश दिए कि जिन बूथ पर दो प्रतिशत से अधिक वोट डिलीट की गई है वे अपने स्तर पर एक बार इसकी जांच अवश्य करें।
डीसी ने कहा कि 1400 से अधिक मतदाताओं वाले मतदान केंद्र को चिन्हित करने के अलावा जो मतदान केंद्र जर्जर हो गया व वहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। उसके लिए सुविधायुक्त स्थल का चयन करने से जुड़ी जानकारी भी जुटाई जाए। उन्होंने कहा कि नए मतदान केंद्र किसी भी सामाजिक स्थान पर बनाए जा सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि नए बूथ की स्थापना में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि किसी भी परिवार के सदस्य दो बूथों में ना बांटे जाए। उन्होंने कहा कि विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत सभी दावे व आपत्तियों पर विचार करने उपरांत 20 अगस्त को फाइनल ड्राफ्ट पब्लिश किया जाएगा।
बैठक में सोहना के एआरओ सोनू भट्ट, बादशाहपुर के एआरओ विश्वजीत चौधरी, गुरूग्राम के एआरओ रविंद्र कुमार, पटौदी के एआरओ होशियार सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष कमल यादव, जजपा जिला अध्यक्ष श्योचंद यादव सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।