-जिला आपदा प्रबंधन कमेटी की बैठक आयोजित
-जल भंडारण के लिए नए स्थान किए जाएं चिन्हित
-अधिकारियों को जलभराव के संभावित स्थानों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए
गुरुग्राम, 27 जून। मानसून सीजन को देखते हुए डीसी निशांत कुमार यादव ने जिला के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जल निकासी के लिए अधिकारियों को अभी से पूर्ण इंतजामात किए जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने जल भंडारण के लिए उचित स्थान चिह्नित करने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए, जिससे कि बरसात का पानी आसानी से निकाला जा सके।
डीसी आज लघु सचिवालय सभागार में जिला आपदा प्रबंधन कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मानसून सीजन के दौरान गुरुग्राम शहर में कई स्थानों पर पानी भर जाता है, जिस कारण नागरिकों को काफी परेशानियां वहन करनी पड़ती है। इसलिए जीएमडीए, एमसीजी, नेशनल हाई-वे, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, सिंचाई, बिजली वितरण निगम आदि विभागों के अधिकारी जलभराव से बचाव का कार्य तत्काल शुरू कर दें। उन्होंने बताया कि बाढ़ राहत के लिए जीएमडीए कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिसका नंबर 1800180187 व 0124-4753555 है।
डीसी ने कहा कि बादशाहपुर, सोहना, मानेसर और गुरुग्राम के एसडीएम जलभराव वाले स्थानों का दौरा कर वहां लगाए गए पंपिंग सैट, ड्रेन की सफाई आदि का निरीक्षण करें। जलभराव के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए लाइफ जैकेट, नाव, मूवेबल जेन सैट, फ्लश लाइटें, क्रेन, गोताखोरों की टीम, वृक्षों की छंटाई के उपकरण आदि पर्याप्त संख्या में होने चाहिए।
बैठक में डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि नरसिंहपुर, खाडसा चौक, राजीव चौक, इफको चौक, सैक्टर 31, होंडा चौक से शहीद उमंग भारद्वाज चौक, शीतला माता मंदिर मार्ग, एंबियंस माल, सिग्नेचर माल, लक्ष्मण विहार आदि स्थानों पर जल निकासी के लिए पर्याप्त संख्या में पंप सैट लगाए जाएं। शहर में बने अंडरपास से पानी निकालने के लिए लगाई मोटरों को अधिकारी चेक करेंगे।
इसके अलावा डीसी ने फर्रूखनगर, सोहना, बादशाहपुर, पटौदी में बरसाती पानी जमा ना होने देंने के भी निर्देश दिए। बैठक में जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता विक्रम सिंह ने प्राधिकरण की ओर से किए गए जल निकासी के इंतजामों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि जीएमडीए ने सभी ड्रेनों की सफाई और मरम्मत कार्य शुरू किया हुआ है।
बैठक में एडीसी हितेश कुमार मीणा, बादशाहपुर के एसडीएम विश्वजीत चौधरी, सोहना के एसडीएम सोनू भट्ट, गुरुग्राम के एसडीएम रविन्द्र कुमार, मानेसर के एसडीएम दर्शन यादव, पटौदी के एसडीएम होशियार सिंह, एएलसी कुशल कटारिया, सीएमओ डा. विरेन्द्र यादव, जिला शिक्षा अधिकारी कैप्टन इंदु बोकन कसाना, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी वीरेंद्र संधू, जिला राजस्व अधिकारी नरेश कुमार, जीएमडीए के अधीक्षण अभियंता सुधीर रांसीवाल, आपदा प्रबंधन की परियोजना अधिकारी पूनम सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।