ओम बिरला 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किये गए, विपक्ष ने वोटिंग की मांग नहीं की

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सुभाष चौधरी /The Public World 

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के सांसद ओम बिरला 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किये गए. लोकसभा में उनका चुनाव ध्वनिमत से किया गया जिसकी घोषणा प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने की. उनके नाम की घोषणा के बाद सदन में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी. विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी उन्हें बधाई दी और और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ श्री बिड़ला को लोकसभा अध्यक्ष के आसन तक लेकर गए. संसदीय परंपरा के तहत सदन के नेता और विपक्ष के नेता के साथ संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू भी उनके साथ थे.

लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सहमति नहीं बनने के कारण दोनों पक्षों ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे थे . विपक्ष ने लोकसभा उपाध्यक्ष का पद मांगा था लेकिन सरकार की ओर से आश्वासन नहीं मिला. इसके बाद विपक्ष ने अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया. लेकिन विपक्ष ने सदन में मतदान की नहीं की. प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव ध्वनिमत से ही हुआ घोषित कर दिया .
आज सुबह 11 बजे जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तब सबसे पहले उन नवनिर्वाचित सांसदों का नाम शपथ लेने के लिए पुकारा गया जिन्होंने अब तक संसद सदस्यता की शपथ नहीं ली है। इनमें पंजाब और केरल के सांसद भी थे.

इसके बाद सदन के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन को सूचित किया कि उन्हें लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर विभिन्न सांसदों से 16 नोटिस मिले हैं। उन्होंने सबसे पहले पीएम मोदी को प्रस्ताव पेश करने की अनुमति दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 वीं लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर भाजपा सांसद ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा. इस प्रस्ताव का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समर्थन किया।

 

जेडीयू नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भी लोकसभा अध्यक्ष के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव किया, जिसका रालोद सांसद राजकुमार सांगवान ने समर्थन किया। इसके बाद केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव किया जिसका समर्थन हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने किया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव किया जिसके समर्थन में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी खड़े हुए। एनडीए में शामिल अन्य घटक दलों की तरफ से शिवसेना नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रतापराव गणपतराव जाधव, लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास) के मुखिया एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, जेडीएस नेता एवं केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी, टीडीपी नेता एवं केंद्रीय मंत्री के. राममोहन नायडू , अपना दल (एस) नेता एवं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल सहित कई अन्य नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सदन में ओम बिरला का नाम प्रस्तावित किया और एनडीए के घटक दलों के कई नेताओं ने अपना समर्थन दिया ।

 

दूसरी तरफ विपक्षी गठबंधन इंडिया की तरफ से शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद अरविंद सांवत ने लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए कांग्रेस सांसद के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव सदन में रखा, जिसका आरएसपी नेता एन के प्रेमचंद्रन ने समर्थन किया। विपक्षी दलों की तरफ से अन्य कई नेताओं जिनमें सुप्रिया सुले भी शामिल हैं ने भी के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा और कई सांसदों ने उनका समर्थन किया।

इसके बाद प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने प्रधान मंत्री द्वारा रखे गए प्रस्ताव को सदन के विचार के लिए रखा. इस प्रस्ताव पर सांसदों से मंतव्य रखने को कहा गया जिसमें पक्ष और विपक्ष में सांसदों ने ध्वनि मत का इजहार किया. प्रोटेम स्पीकर ने अपने विवेक से भांपते हुए ध्वनिमत से ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा कर दी। विपक्षी दलों की तरफ से मत विभाजन की मांग नहीं करने के कारण बिरला ध्वनिमत से ही अध्यक्ष चुन लिए गए ।

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