नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने आज चुनाव आयोग से छत्तीसगढ़ में महादेव एप मामले में केन्द्रीय जांच एजेंसी ई डी की भूमिका को लेकर शिकायत की और तत्काल प्रभाव से चुनाव के दौरान इस प्रकार के हस्तक्षेप पर रोक लगाने की मांग की. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाक़ात कर लिखित शिकायत दी. उन्होंने केंद्र सरकार पर छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में भी ई डी का दुरूपयोग करने का भी आरोप लगाया.
चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए श्री सिंघवी ने बताया कि उन्होंने इस सम्बन्ध में दो बार प्रेस वार्ता की थी. उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ में चल रहे महादेव एप के मामले में अपनी बात रखने के लिए चुनाव आयोग से मिलने व लिखित शिकायत देने का समय मांगा था. हमें निराशा हुई कि राज्य में चुनाव के पहले चरण यानी 7 नवम्बर से पहले समय नहीं मिला. हमें आयोग की ओर से आज बुलाया गया था.
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग के समक्ष विस्तार से बात राखी. उन्होंने चुनाव आयोग से कहा कि संविधान के मूल ढांचे पर यह एक बहुत गंभीर आघात है. उनका कहना था कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान ई डी और केंद्र सरकार के रवैये से सभी को सामान अवसर नहीं मिला रहा है. सबको समान अवसर दिए बिना गणतंत्र और लोकतंत्र सुरक्षित नहीं रह सकता और जिसको उच्चतम न्यायालय ने बार-बार बेसिक स्ट्रक्चर का एक अभिन्न अंग माना है. उन्होंने कहा कि इसका संरक्षक चुनाव आयोग है. उन्होंने शिकायत की कि बीजेपी दिन प्रतिदिन छत्तीसगढ़ के विषय में और अन्य जगह भी बार-बार आक्रमण कर रही है. उनका कहना था कि ई डी इस ममाले में अनर्गल बयान जारी कर रही है जबकि केंद्र सरकार के आई टी मन्त्री का रवैया भी ठीक नहीं है . इतने लंम्बे समय बाद चुनाव ठीक पहले महादेव् एप को प्रतिबंधित करना और तथ्यहीन बयान जारी कर राज्य का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि यह सब भाजपा और केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के चुनाव में हार के भय से करवा रही है क्योंकि उनकी हार निश्चित है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से प्रोटेक्शन और एक्शन की मांग की है. उन्होंने कहा कि महादेव एप मामले में लगभग 18 महीने पहले मुख्य कोतवाल द्वारा यानी छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा महादेव एप के विषय में जांच शुरू की गई थी. इसमें लगभग 500 गिरफ्तारियां हुई हैं. सैकड़ो मोबाइल फोन, लैपटॉप बरामद किए गए और अकाउंट पकडे गए. आयोग कू बताया गया कि पिछ्ले 18 महीने से कार्रवाई चल रही है. उन्होंने बल देते हुए कहा कि 5-6 महीने पहले मुख्यमंत्री ने औपचारिक रूप से मांग की थी इस मामले में संलिप्त कुछ लोग छत्तीसगढ़ से हैं उनको गिरफ्तार किया जाए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
उनका कहना था कि गत 30 अगस्त को भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने औपचारिक रूप से इस ऐप पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की थी लेकिन सब कुछ वैसे ही चलता रहा. केंद्र सरकार ने तब कुछ नहीं किया .
कांग्रेस नेता ने कहा कि अब छत्तीसगढ़ का चुनाव घोषित होते ही केंद्र सरकार ने खुद जांच शुरू कर दी. चुनाव छत्तीसगढ़ का पास आता है तो पिछले 1 हफ्ते में दिन प्रतिदिन नए-नए वक्तव्य दिए जा रहे हैं. केंद्र के मिनिस्टर कहते हैं कि इस एप को परसों इसलिए बैन किया क्योंकि इस पर पर्तिबंध लगाने की मांग छत्तीसगढ़ सरकार नहीं की. उन्होंने सवाल किया कि इस पर प्रतिबन्ध का का अधिकार क्षेत्र केंद्र सरकार का है इससे पहले क्यों नहीं किया ? इसके लिए प्रदेश सरकार से किसी अनुमति की जरुरत नहीं थी .
उन्होंने कहा कि अब ई डी का बयान आया है कि बाहर से छत्तीसगढ़ में चुनाव के लिए रुपये आ रहे हैं . कांग्रेस नेता ने कहा कि यह आरोप प्रत्यारोप आज करना लोकतंत्र को नुक्सान पहुँचाना है. इससे ई डी लोगों को गुमराह करने में जुटी है. ई डी ने अपने बयान में कई नाम भी लिए हैं जबकि चार्ज सीट में किसी के नाम नहीं हैं. उन्होंने सवाल किया कि महादेव एप्स मामले में पिछले 6- 8 महीने में कोई अरेस्ट क्यों नहीं किया गया ? उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब कुछ चुनाव के 1 हफ्ते पहले हो रहा है क्योंकि भाजपा जानती है कि उनकी हार निश्चित है. यह उनका एक डेसपरेट कदम है.