आप सांसद राघव चड्ढा ने बताया , केजरीवाल के बाद और कौन कौन से नेता होंगे गिरफ्तार ?

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नई दिल्ली :  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति मामले में होने वाली पूछताछ के लिए 2 नवम्बर को बुलाये जाने के मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने आज केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर  तीख हमला बोला. पार्टी के राज्यसभा  सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा के एक प्रत्याशी के खिलाफ अगर विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन का एक प्रत्याशी उतरता है तो भाजपा को हार का भय है. इसलिए भाजपा की रणनीति सभी प्रमुख विपक्षी नेताओं को जेल में डालने का है. भाजपा मानती है कि अगर विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया तो वो चुनाव लड़ने से वंचित हो जायेंगे.

आप नेता राघव चड्ढा ने कहा पत्रकार वार्ता में दावा किया कि ”बीजेपी की एजेंसियां इस कड़ी में पहला अरेस्ट दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का करने जा रही है.  उन्होंने कहा कि भाजपा की रणनीति है कि केजरीवाल को जेल में डालो और दिल्ली की 7 सीटें अपनी जेब में डालो. उन्होंने बेहिचक कहा कि दूसरा अरेस्ट झारखंड राज्य से हेमंत सोरेन साहब का करेंगे. यहां लोकसभा की 14 सीटें हैं.”

आप राज्यसभा सांसद ने कहा कि फिर भाजपा कि नजर बिहार की तरफ जायेगी जहां 40 सीटें हैं, जहां नीतीश कुमार के बीजेपी का दामन छोड़ने के बाद नीतीश की गिरफ़्तारी कि योजना बनी, फिर तेजस्वी यादव को गिरफ्तार करेंगे.  उन्होंने कहा कि इसके बाद भाजपा के लिए पश्चिम बंगाल जहां ममता बनर्जी को हराना मुश्किल है इसलिए इन्हें और अभिषेक बनर्जी को जेल में डालेंगे.

 

राघव चड्ढा ने कहा कि फिर भाजपा के कदम फिर केरल में दस्तक देंगे जहां पिनराई विजयन सीएम हैं. वहाँ 20 में से एक भी लोकसभा सीट भाजपा के पास नहीं है.  केरल में भाजपा खाता खोलना चाहती है इसलिए वे विजयन को गिरफ़्तार करना चाहते हैं.”

उन्होंने कहा कि इसके बाद 39 सीटों वाली तमिलनाडु में एंट्री करने के लिए बीजेपी एमके स्टालिन के करीबियों को पकड़ में जेल में डालेगी. उनके एक मंत्री को जेल में डाल चुके हैं. अगली दस्तक तेलंगाना में दी जाएगी. जहां BRS पार्टी के केसीआर और उनके बेटा-बेटी को गिरफ्तार किया जाएगा. भाजपा अंतिम दस्तक महाराष्ट्र में देगी, जहां पिछले दरवाजे से सरकार बनने के बाद लोगों की सहानुभूति उद्धव ठाकरे के साथ है. उन्हें कमजोर करने के लिए उनकी पार्टी के नेताओं को जेल में डाला जाएगा.

राघव चड्ढा ने यहाँ तक दावा किया कि एन सीपी जिसके प्रमुख शरद पवार हैं के प्रमुख नेताओं को पकड़ कर जे ल में डाला जाएगा जिससे भाजपा वहां उन्हें चुनाव में उतरने से रोक सके.

राघव चड्ढा ने कहा कि 2014 से 2022 के बीच नेताओं पर जितने मुकदमे हुए उनमें से 95 फीसदी भाजपा के राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ हुए. इस दौरान 125 बड़े नेताओं पर मुकदमे हुए, उनमें से 118 बीजेपी के राजनीतिक विरोधी हैं. इंडिया गठबंधन बनने से भाजपा पूरी तरह से घबरा गई है, क्योंकि I.N.D.I.A. के बाद भाजपा को डर सता रहा था कि उनके खिलाफ गठबंधन का एक उम्मीदवार उनके लिए भारी पड़ेगा.

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