गुरुग्रामः 17 अगस्त : गुरुग्राम पुलिस ने तकनीकी सहायता देने के नाम पर विदेशी मूल के लोगों से ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया। सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने दबिश दी और फर्जी काल सेंटर में काम करने वाले एक महिला सहित कुल 10 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया. मौके से 03 मोबाईल फोन, 10 लैपटॉप, 01मॉडम व 10 लाख रुपये की नगदी भी बरामद की गई.
यह जानकारी वरुण दहिया ACP Crime-1, गुरुग्राम ने आज पत्रकार वार्ता में दी . उन्होंने पत्रकारों को बताया कि गत 16/17 अगस्त की रात को निरीक्षक जसवीर, प्रबंधक थाना साईबर पूर्व, गुरूग्राम की टीम पुलिस टीम को अपने विश्वशनीय सूत्रों के माध्यम से मकान नंबर 1183, सैक्टर-43, गुरुग्राम में अवैध/फर्जी तरीके से एक फर्जी कॉल सैन्टर चलाने की सूचना मिली. उक्त काल सेंटर से विदेशी नागरिकों को तकनीकि सहायता Customer Service देने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी व ठगी करने की आशंका जताई गई .
ए सी पी क्राइम ने बताया कि सूत्रों से प्राप्त सूचना के आधार पर विपिन अहलावत, सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, गुरुग्राम के निर्देशन में एक रेडिंग पुलिस टीम गठित की गई . उपरोक्त सूचना में बताए गए स्थान पर चलाए जा रहे कॉल सेंटर पर रेड की गई। रेड़ के दौरान उक्त स्थान पर फर्जी/अवैध तरीके से कॉल सैन्टर संचालित होना पाया गया . पुलिस टीम ने कॉल सैन्टर के संचालक/मालिक द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर विदेशी नागरिकों को तकनीकी सहायता देने के नाम पर धोखाधड़ी कर ठगी करने का मामला पाया गया. उन्होंने बताया कि कॉल सैन्टर से 01 महिला सहित कुल 10 आरोपियों को काबू किया गया।
ए सी पी वरुण दहिया के अनुसार आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 204, 120B IPC व 66, 66D, 75 IT Act. के तहत थाना साईबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गिया . सभी आरोपियों को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों इस बात का खुलासा किया कि कॉल सेंटर का मालिक अपने साथी/कर्मचारियों के साथ मिलकर इस कॉल सैंटर का संचालन करते हैं. उन लोगों ने यह भी स्वीकार किया कि कल सेंटर संचालक ने कस्टमर सर्विस के लिए कर्मचारियों को सेलरी व कमीशन पर रखा है।
कॉल सेंटर के मालिक/संचालक ने पुलिस पूछताछ में यह भी बताया कि यह अगस्त-2022 से अपने साथी आरोपियों के साथ मिलकर यह काम कर रहा है. इसने विदेशी मूल के नागरिकों को Tech support की कस्टमर केयर सर्विस प्रदान देने के लिए वर्चुवल Virtual TFN No. लिए हुए है, जिन नम्बरों पर यह कॉल लैंड करवाता है तथा X-lite Dailer के माध्यम से आने वाली कॉल को इसके साथी कर्मचारी सुनते है.
पूछताछ में संचालक ने बताया कि जिस ग्राहक को Amazon, PayPal, Ebay से संबंधित कोई असुविधा होती है तो वो इनके TFN No. पर Virtual कॉल करते है. ये कॉलर से उनकी शिकायत पूछते हैं व अगर कॉलर/कस्टमर कोई असुविधा/समस्या बताता है, तो ये खुद को उस कम्पनी का प्रतिनिधि बताकर पहले उन्हें अपने विश्वास में लेते हैं और उसकी समस्या को दूर करने के लिए Anydesk, Team_Viewer आदि एप्लिकेशन के माध्यम से उसके सिस्टम का रिमोट एक्सेस प्राप्त कर लेते हैं।
गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि ये ग्राहक/पीङित को वास्तविक बात ना बताकर उनसे अन्य समस्याओं के बारे में भी बात करते हैं और उन्हें उनकी निजी जानकारी का रिस्क, हैकर द्वारा अकाउंट हैक करना, डिवाइस असुरक्षित, फाइनेंसियल इनफार्मेशन लीक व चाईल्ड पोर्नोग्राफी इत्यादि के बारे में बताते हैं .फिर उस समस्या को दूर करने के नाम पर ये कॉलर से 100-500 डॉलर की ठगी करते हैं ।
लोगों को झांसा देते हुए ये लोग ठगी हुई अमाउंट को Amazon, PayPal, Ebay की अलग-अलग आईडी में डलवा लेते हैं व बाद में ब्लॉकर के माध्यम से कैश करवाकर अपना हिस्सा प्राप्त कर लेते हैं । कॉलर द्वारा कमाई गई ठगी की राशि के आधार पर उन्हें इंसेंटिव के तौर पर एक डॉलर पर 12 से 15 रुपए दिए जाते थे।
बरामदगी :
पुलिस टीम ने उपरोक्त आरोपियों द्वारा इस जालसाजी में प्रयोग किए जाने वाले 03 मोबाईल फोन, 10 लैपटॉप, 01 मॉडम व 10 लाख रुपयों की नगदी आरोपियों के कब्जा से बरामद की है। आरोपियों को आगामी कार्रवाई के लिए अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा। अभियोग अनुसन्धानाधीन है।