गुरुग्राम 17 अगस्त : गुरुग्राम पुलिस ने गाडी से 186 महंगे लैपटॉप चोरी करने वाले व्यक्ति को राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. उक्त लैपटॉप की कीमत लगभग दो करोड़ बताई जाती है. पुलिस ने आरोपी से सभी लैपटॉप भी बरामद कर लिए. मामले में पूछताछ जारी है .
यह जानकारी वरुण दहिया ACP Crime-1, गुरुग्राम ने पत्रकार वार्ता में दी . उन्होंने बताया कि गत 11 अगस्त को पुलिस थाना खेङकी दौला, गुरुग्राम में देवेन्द्र नामक व्यक्ति ने एक लिखित शिकायत की . शिकायतकर्ता ने चौकाने वाली घटना की जानकारी दी. उसने बताया कि इसने अपनी कैन्टर गाङी पर साकिर नामक ड्राईवर रखा है। गत 3 अगस्त को इसकी गाङी का ड्राईवर गाङी में मिक्स सामान चेन्नई (तमिलनाडू) से लोड कर गुरुग्राम के लिए निकला था . वह गाङी लेकर 08 अगस्त को खेङकी दौला, गुरुग्राम पहुंचा. उसने गाङी को गोडाऊन में खाली करने के लिए खङा कर दिया और किसी को बताए बिना चम्पत हो गया।
एसीपी के अनुसार शिकायतकर्ता ने बताया कि गाङी को खाली करने पर 288 नग (बॉक्स) नही मिले. जब इन्होनें ड्राईवर को फोन किया तो उसका मोबाईल फोन बन्द मिला। उक्इत गाडी से 186 लैपटॉप गायब मिले. पुलिस ने उसकी शिकायत पर धारा 407 भा.द.स. के तहत थाना खेङकी दौला, गुरुग्राम में मामला दर्ज कर जांच शुरू की .
पुलिस कार्रवाई :
वरुण दहिया ACP Crime-1, गुरुग्राम ने बताया कि निरीक्षक जोगिन्द्र, प्रभारी अपराध शाखा पालम विहार, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने उपरोक्त अभियोग की वारदात को अंजाम देने में शामिल रहे 01 आरोपी को कल यानी 16 अगस्त को चोर गढी मोङ गांव खोह, राजस्थान से काबू करने में सफलता हासिल की . उक्त आरोपी की पहाचान रोहिल उर्फ राहुल निवासी कोसी कलां ग्रामीण, जिला मथुरा, उत्तर-प्रदेश, उम्र 25 वर्ष के रूप में हुई है ।
पुलिस पूछताछ :
एसीपी ने यह भी बताया कि आरोपी से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त अभियोग में गाङी के चालक व अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इन्होनें रास्ते में धोल राजस्थान के पास गाङी में भरे सामान को निकाल लिया था. उसके बाद इनके साथी कैन्टर गाङी ड्राईवर ने गाङी को गुरुग्राम ले जाकर खङा कर दिया और भाग खड़े हुए ।
बरामदगी :
उपरोक्त अभियोग में गबन किए गए सामान में से 186 लैपटॉप (अनुमानित कीमत 02 करोङ) पुलिस टीम द्वारा उक्त आरोपी के कब्जा से बरामद किए गए है।
आगामी कार्रवाई :
पुलिस टीम द्वारा आगामी कार्रवाई के लिए आरोपी को न्यायालय में पेश कर पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया जाएगा। पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान आरोपी से अन्य साथी आरोपियों व अन्य वारदातों के बारे में गहनता से पूछताछ की जाएगी। अभियोग अनुसंधानाधीन है।